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रोहतास में महाव्रत छठ के मौके पर बना अदभुत तोरण द्वार, आपने देखा है क्या? देखें VIDEO

Chhath Puja 2023 : बिहार के रोहतास में छठ महापर्व को लेकर खास इंतजाम किए गए थे. सोन नद के छठ घाट तक पहुंचने के लिए भव्य तोरण द्वार बनाए गए थे, ये तोरण द्वारा गुजरात के अक्षरधाम और कोलकाता के एक मंदिर की तरह दिख रहा था.

Chhath Puja 2023
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By ETV Bharat Bihar Team

Published : Nov 20, 2023, 5:37 PM IST

रोहतास में छठ व्रतियों के लिए बनाया गया भव्य तोरण द्वार

रोहतास : सूर्य उपासना का चार दिवसीय चलने वाला महापर्व छठ पूजा का आज समापन हो गया. ऐसे में महाव्रत को लेकर बिहार के डेहरी को दुल्हन की तरह छठ व्रतियों के लिए सजाया गया. शहर के मयूर नवयुवक संघ तथा नई रोशनी नवयुवक क्लब के द्वारा थाना चौक पर सोन नदी में भगवान भास्कर को अर्घ देने जाने के लिए बड़ा ही भव्य तोरण द्वार बनाया गया.

अक्षरधाम व कोलकाता के मंदिर की तरह बना तोरण द्वार : शहर के थाना चौक पर बना अक्षरधाम व कोलकाता के मंदिर की शक्ल का तोरण द्वार लोगों के लिए आकर्षण का केंद्र बना रहा. वहीं स्थानीय लोग तथा छठ व्रत करने आए दूर दराज के लोग भी तोरण द्वार को निहारते देखे गए. इस दौरान लोगों में सेल्फी लेने की होड़ भी लगी रही. बता दें कि सोन नद में इसी रास्ते छठव्रती सोन के विभिन्न घाट पर गए और अस्ताचलगामी व उदयीमान सूर्य को अर्घ्य दिया.

''यह तोरण द्वार तकरीबन पचास सालों से वह लोग बना रहे हैं. हर साल प्रसिद्ध मंदिरों की तर्ज पर यहां तोरण द्वारा बनाया जाता रहा है. इस बार बंगाल के एक मंदिर की तर्ज बनाया गया है. जिसमें स्थानीय लोगों का सहयोग रहता है.''- अमित गुप्ता, सचिव, नई रोशनी युवक क्लब

पूरे रास्ते को लाइटों से सजाया गया : वह बताते हैं कि यह पुरानी परंपरा रही है. इस शहर में काफी अरसे से छठ व्रतियों के लिए भव्य तोरण द्वार बनाए जाते हैं तथा पूरे शहर को फूलों तथा लाइटों से सजाया जाता है. मयूर नवयुवक क्लब के सदस्य बताते हैं कि 1962 से यहां तोरण द्वार बनाया जाता है. थाना चौक से लेकर सोन नदी के तट तक बड़े ही आकर्षक ढंग से सजाया जाता है. ताकि छठ व्रती सोन नद में छठ पूजा कर सकें.

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रोहतास में छठ व्रतियों के लिए बनाया गया भव्य तोरण द्वार

रोहतास : सूर्य उपासना का चार दिवसीय चलने वाला महापर्व छठ पूजा का आज समापन हो गया. ऐसे में महाव्रत को लेकर बिहार के डेहरी को दुल्हन की तरह छठ व्रतियों के लिए सजाया गया. शहर के मयूर नवयुवक संघ तथा नई रोशनी नवयुवक क्लब के द्वारा थाना चौक पर सोन नदी में भगवान भास्कर को अर्घ देने जाने के लिए बड़ा ही भव्य तोरण द्वार बनाया गया.

अक्षरधाम व कोलकाता के मंदिर की तरह बना तोरण द्वार : शहर के थाना चौक पर बना अक्षरधाम व कोलकाता के मंदिर की शक्ल का तोरण द्वार लोगों के लिए आकर्षण का केंद्र बना रहा. वहीं स्थानीय लोग तथा छठ व्रत करने आए दूर दराज के लोग भी तोरण द्वार को निहारते देखे गए. इस दौरान लोगों में सेल्फी लेने की होड़ भी लगी रही. बता दें कि सोन नद में इसी रास्ते छठव्रती सोन के विभिन्न घाट पर गए और अस्ताचलगामी व उदयीमान सूर्य को अर्घ्य दिया.

''यह तोरण द्वार तकरीबन पचास सालों से वह लोग बना रहे हैं. हर साल प्रसिद्ध मंदिरों की तर्ज पर यहां तोरण द्वारा बनाया जाता रहा है. इस बार बंगाल के एक मंदिर की तर्ज बनाया गया है. जिसमें स्थानीय लोगों का सहयोग रहता है.''- अमित गुप्ता, सचिव, नई रोशनी युवक क्लब

पूरे रास्ते को लाइटों से सजाया गया : वह बताते हैं कि यह पुरानी परंपरा रही है. इस शहर में काफी अरसे से छठ व्रतियों के लिए भव्य तोरण द्वार बनाए जाते हैं तथा पूरे शहर को फूलों तथा लाइटों से सजाया जाता है. मयूर नवयुवक क्लब के सदस्य बताते हैं कि 1962 से यहां तोरण द्वार बनाया जाता है. थाना चौक से लेकर सोन नदी के तट तक बड़े ही आकर्षक ढंग से सजाया जाता है. ताकि छठ व्रती सोन नद में छठ पूजा कर सकें.

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