ETV Bharat / state

Bihar Police Rifle Failed: पूर्व मंत्री की अंत्येष्टि के दौरान नहीं चली पुलिस की राइफल, 12 में केवल 2 दगी - former minister Ramdhani Singh

एक बार फिर बिहार पुलिस पर गंभीर सवाल उठ खड़े हुए हैं. इसकी वजह है सासाराम में पूर्व मंत्री रामधनी सिंह की अंत्येष्टि में पुलिस की राइफल का दगा देना. जहां सलामी के दौरान 12 में से सिर्फ 2 राइफल से ही फायरिंग (Bihar Police Rifle Failed In Rohtas) हो पाई. पढ़ें पूरी खबर..

पूर्व मंत्री रामधनी सिंह की अंत्येष्टि
पूर्व मंत्री रामधनी सिंह की अंत्येष्टि
author img

By ETV Bharat Bihar Team

Published : Oct 18, 2023, 8:50 PM IST

रोहतास में बिहार पुलिस की राइफल दगा दे गई

सासाराम: एक तरफ बिहार में पुलिस को हाईटेक करने करने की बात कही जाती है, वहीं दूसरी ओर पुलिस की राइफल से फायरिंग नहीं हो पा रही है. ताजा मामला रोहतास जिले के करगहर इलाके का है. जहां पूर्व मंत्री रामधनी सिंह की अंत्येष्टि के दौरान एक बार फिर बिहार पुलिस की रायफल फायर नहीं कर सकी और दगा दे गई. दरअसल पूर्व मंत्री का अंतिम संस्कार राजकीय सम्मान के साथ किया जा रहा था. सलाम के दौरान जब राइफल से फायरिंग की जाने लगी तो में से मात्र दो राइफल से ही फायर हो सकी. इस दौरान आरजेडी विधायक विजय मंडल, पूर्व मंत्री जयकुमार सिंह और पूर्व विधायक वशिष्ठ सिंह भी मौजूद थे.

ये भी पढ़ें: गार्ड ऑफ ऑनर के दौरान नीतीश कुमार के सामने 22 राइफलें हुईं फुस्स

रोहतास में बिहार पुलिस की राइफल दगा दे गई: पूर्व मंत्री रामधनी सिंह को सलामी देने के लिए करगहर में 12 पुलिस जवानों ने राइफल से फायरिंग की लेकिन सिर्फ दो राइफल से गोली चल पाई, बाकी राइफल से फायर नहीं हो सका. खास बात ये भी है कि इस दौरान रोहतास के जिलाधिकारी नवीन कुमार और पुलिस अधीक्षक विनीत कुमार भी मौजूद थे. इस दौरान सिर्फ दो ही फायर हो सके और उसी को सभी फायर मान लिया गया और उसके बाद अंत्येष्टि की शुरुआत की गई. बताया जाता है कि काफी मशक्कत के बाद भी फायरिंग नहीं हो सकी.

बता दें कि पूर्व मंत्री रामधनी सिंह की मंगलवार को पटना में निधन हो गया था. जिसके बाद आज राजकीय सम्मान के साथ उनकी अंत्येष्टि उनके पैतृक गांव में की गई. इस दौरान राजकीय सम्मान की घोषणा की गई थी लेकिन जब बंदूक से सलामी दी जाने लगी तो मात्र दो फायर ही हो सकी, बाकी राइफल फायर नहीं हो सकी. हालांकि इस मामले में जब सासाराम एसडीपीओ से बात की गई तो उन्होंने मामले से अनभिज्ञता जतायी.

"डेहरी के पुलिस लाइन से जवानों को लाया गया था. पांच राउंड की फायरिंग होनी थी. इस बारे में ज्यादा जानकारी लाइन डीएसपी ही दे सकते हैं. फिलहाल वीडियो देखने के बाद ही कुछ कहा जा सकता है"- एसडीपीओ सासाराम

पहले भी हो चुकी है पुलिस की फजीहत: इससे पहले भी कई बार ऐन मौके पर बिहार पुलिस की राइफल धोखा दे चुकी है. खासकर अंत्येष्टि के दौरान कई बार बिहार पुलिस की राइफल फेल हो चुकी है. साल 2019 में सुपौल में पूर्व मुख्यमंत्री जगन्नाथ मिश्रा के अंतिम संस्कार से पहले गार्ड ऑफ ऑनर के दौरान पुलिस के सभी 22 जवानों की राइफल्स फेल हो गई. सलामी के लिए हवा में बंदूकें उठाईं तो गईं लेकिन गोली नहीं चली. इस बार रोहतास जिला के करगहर के देव खैरा गांव में यह दृश्य देखने को मिली.

रोहतास में बिहार पुलिस की राइफल दगा दे गई

सासाराम: एक तरफ बिहार में पुलिस को हाईटेक करने करने की बात कही जाती है, वहीं दूसरी ओर पुलिस की राइफल से फायरिंग नहीं हो पा रही है. ताजा मामला रोहतास जिले के करगहर इलाके का है. जहां पूर्व मंत्री रामधनी सिंह की अंत्येष्टि के दौरान एक बार फिर बिहार पुलिस की रायफल फायर नहीं कर सकी और दगा दे गई. दरअसल पूर्व मंत्री का अंतिम संस्कार राजकीय सम्मान के साथ किया जा रहा था. सलाम के दौरान जब राइफल से फायरिंग की जाने लगी तो में से मात्र दो राइफल से ही फायर हो सकी. इस दौरान आरजेडी विधायक विजय मंडल, पूर्व मंत्री जयकुमार सिंह और पूर्व विधायक वशिष्ठ सिंह भी मौजूद थे.

ये भी पढ़ें: गार्ड ऑफ ऑनर के दौरान नीतीश कुमार के सामने 22 राइफलें हुईं फुस्स

रोहतास में बिहार पुलिस की राइफल दगा दे गई: पूर्व मंत्री रामधनी सिंह को सलामी देने के लिए करगहर में 12 पुलिस जवानों ने राइफल से फायरिंग की लेकिन सिर्फ दो राइफल से गोली चल पाई, बाकी राइफल से फायर नहीं हो सका. खास बात ये भी है कि इस दौरान रोहतास के जिलाधिकारी नवीन कुमार और पुलिस अधीक्षक विनीत कुमार भी मौजूद थे. इस दौरान सिर्फ दो ही फायर हो सके और उसी को सभी फायर मान लिया गया और उसके बाद अंत्येष्टि की शुरुआत की गई. बताया जाता है कि काफी मशक्कत के बाद भी फायरिंग नहीं हो सकी.

बता दें कि पूर्व मंत्री रामधनी सिंह की मंगलवार को पटना में निधन हो गया था. जिसके बाद आज राजकीय सम्मान के साथ उनकी अंत्येष्टि उनके पैतृक गांव में की गई. इस दौरान राजकीय सम्मान की घोषणा की गई थी लेकिन जब बंदूक से सलामी दी जाने लगी तो मात्र दो फायर ही हो सकी, बाकी राइफल फायर नहीं हो सकी. हालांकि इस मामले में जब सासाराम एसडीपीओ से बात की गई तो उन्होंने मामले से अनभिज्ञता जतायी.

"डेहरी के पुलिस लाइन से जवानों को लाया गया था. पांच राउंड की फायरिंग होनी थी. इस बारे में ज्यादा जानकारी लाइन डीएसपी ही दे सकते हैं. फिलहाल वीडियो देखने के बाद ही कुछ कहा जा सकता है"- एसडीपीओ सासाराम

पहले भी हो चुकी है पुलिस की फजीहत: इससे पहले भी कई बार ऐन मौके पर बिहार पुलिस की राइफल धोखा दे चुकी है. खासकर अंत्येष्टि के दौरान कई बार बिहार पुलिस की राइफल फेल हो चुकी है. साल 2019 में सुपौल में पूर्व मुख्यमंत्री जगन्नाथ मिश्रा के अंतिम संस्कार से पहले गार्ड ऑफ ऑनर के दौरान पुलिस के सभी 22 जवानों की राइफल्स फेल हो गई. सलामी के लिए हवा में बंदूकें उठाईं तो गईं लेकिन गोली नहीं चली. इस बार रोहतास जिला के करगहर के देव खैरा गांव में यह दृश्य देखने को मिली.

ETV Bharat Logo

Copyright © 2025 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.