पटना : बिहार के रोहतास में केके पाठक ने कई विद्यालयों का निरीक्षण किया. इस दौरान शिवसागर प्रखंड के घोरघट स्थित प्राथमिक विद्यालय पहुंचे. वहां उन्होंने एक क्लास में क्षमता से अधिक बच्चों को बैठाए जाने पर ऐतरात जताया. उन्होंने निर्देश दिया कि एक क्लास में अधिक से अधिक 50 छात्र-छात्राओं को ही बैठाया जाये. जबकि ऐसा देखने को मिल रहा है कि एक ही कक्षा में 100-100 छात्र-छात्राएं बैठ रही हैं. इस तरह से दुर्व्यवस्था होती है और पढ़ाई में बाधा उत्पन्न होती है.
रोहतास में केके पाठक का निरीक्षण : वहीं, उन्होंने निरीक्षण के दौरान छात्र-छात्राओं से यह भी पूछा कि हफ्ते में टेस्ट होते हैं? महीने में टेस्ट होते हैं? कब-कब परीक्षा होती है? कौन-कौन बच्चे स्कूल नहीं आते हैं, जो नहीं आते हैं उन्हें बता देना कि उनका नाम कट जाएगा. उन्होंने विद्यालय के प्रधानाध्यापक को कहा कि आप विद्यालय के विकास मद से जल्द से जल्द भवन का विस्तार करें. अगर पैसे की कमी है तो वह विभाग को लिखें, विभाग तुरंत राशि उपलब्ध कराएगा.
केके पाठक ने दी शिक्षकों को नसीहत : बिहार शिक्षा विभाग के अपर सचिव केके पाठक ने शिक्षकों को हिदायत दी कि उनके प्रयास के बाद विद्यालयों में रेगुलर शिक्षक उपस्थित हो रहे हैं. लेकिन यह सिलसिला आगे भी जारी रखना चाहिए. उन्होंने एक शिक्षिका से बात करते हुए कहा कि उनके विभाग में नहीं रहने के बाद भी, ये सिलसिला जारी रहना चाहिए.
''एक कमरे में 50-50 बच्चों को बैठाना चाहिए. वैसे सरकार की कोशिश एक कमरे में 30-30 बच्चों के बैठाने की है. लेकिन एक कमरे में 100-100 बच्चों के बैठाने से पढ़ाई सुचारू रूप से नहीं हो पाती. इसलिए इसका ध्यान रखें. हमारे जाने के बाद भी ये सिलसिला चलते रहना चाहिए''- केके पाठक, अपर सचिव, शिक्षा विभाग, बिहार
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