रोहतास: भोजपुरी गायक अजय पांडेय की कोरोना से सदर अस्पताल में मौत हो गई. जिसे लेकर भोजपुरी क्षेत्र में शोक की लहर है. अजय पांडेय भोजपुरी के चर्चित गायकों में एक थे. 2000 के दशक में इनका एक अलग जलवा था, कई मशहूर गानों जैसे- हल्फा मचा के गइल, शीशा चमकावेलु, सहित कई गीत आज भी लोगों के जुबान पर रहता है. 45 वर्षीय अजय पांडेय दरिहट थाना क्षेत्र के दरिहट गांव के रहने वाले थे, जो वर्तमान में डेहरी के सुभाष नगर में सपरिवार रहते थे.
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मृतक के बेटे ने अस्पताल पर लगाया बड़ा आरोप
मृतक के बेटे का आरोप है कि सासाराम सदर अस्पताल में डॉक्टरों की लपरवाही और वेंटिलेटर-ऑक्सीजन के अभाव में उनके पिता की मौत हो गई. सरकार भले लाख दावा कर ले, परन्तु इस महामारी में सरकारी अस्पताल में कोई व्यवस्था नहीं है. लोग मर रहे हैं, परंतु चिकित्सकों को कोई चिंता नहीं है. ना तो ऑक्सीजन की व्यवस्था है, ना बेड है और ना ही वेंटिलेटर है. मृतक गायक के बेटे ने कहा कि यहां कोई सुनने वाला नहीं है. कोई देखने वाला भी नहीं है.
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आरोपों पर चुप रहे सिविल सर्जन
वहीं, इस संबंध में जब सिविल सर्जन से बात करने की कोशिश की गई तो, वे जवाब देने के बजाय कुर्सी से उठ कर चलते बने. बहरहाल, कोरोना से रोहतास जिले का एक अनमोल हीरा सदा के लिए काल के गाल में समा गया. जिससे संगीत प्रेमियों में खासा निराशा है.