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रोहतास: कलेक्ट्रेट गेट के मुख्य द्वार पर धरना पर बैठा पूरा परिवार, सरकार के रवैये से नाराज - rohtas news

कामरेड कार्लिन सर्वहारा की मानें तो करगहर के खराड़ी और पिपरा खुर्द गांव में पोखरा के आसपास बिहार सरकार की भूमि को अतिक्रमण कर लिया गया है. लिहाजा अतिक्रमणकारियों से भूमि को जल्द से जल्द खाली कराया जाए.

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कलेक्ट्रेट गेट के मुख्य द्वार पर धरने पर बैठा पूरा परिवार
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Published : Dec 6, 2019, 9:28 AM IST

रोहतास: जिला मुख्यालय के कलेक्ट्रेट गेट के मुख्य द्वार पर पिछले 10 दिनों से एक परिवार अपनी मांगों को लेकर धरने पर बैठा है. जिले के करगहर थाना क्षेत्र के अंतर्गत पड़वलिया गांव के रहने वाले कामरेड कार्लिन सर्वहारा का कहना है कि जबतक इनकी मांगें पूरी नहीं होती, आंदोलन जारी रहेगा.

बता दें कि कामरेड कार्लिन सर्वहारा अपने पत्नी और दो बच्चों के साथ कलेक्ट्रेट के मुख्य द्वार पर विभिन्न मांगों को लेकर कई दिनों से धरने पर बैठे हैं. इन्होंने नीतीश कुमार की जल जीवन हरियाली योजना का समर्थन किया है लेकिन इनका कहना है कि मुख्यमंत्री की जल जीवन हरियाली योजना तब तक सफल नहीं हो पाएगी जबतक सरकार कैडेस्ट्रेल सर्वे को लागू नहीं करती है और रीजनल सर्वे और चकबंदी को रद्द नहीं करती है.

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कलेक्ट्रेट गेट के मुख्य द्वार पर धरना पर बैठा पूरा परिवार

सरकार के रवैये से नाराज
कार्लिन सर्वहारा ने बताया कि चकबंदी लागू होने से कई सरकारी भूमियों पर भू माफियाओं का कब्जा है. गौरतलब है कि 2 वर्ष पूर्व सरकार ने इस परिवार से भूमि अधिग्रहण के नाम पर घर खाली करा लिया था. जिसके बाद इस पूरे परिवार को बेघर होना पड़ा था. इसके खिलाफ कार्लिन सर्वहारा ने अनुमंडलीय लोक शिकायत निवारण पदाधिकारी के यहां आवेदन देकर भूमि उपलब्ध कराने की बात कही.

पिछले 10 दिनों से अनशन जारी
उन्होंने कहा कि सरकार ने उन पर दबाव बनाकर भूमि अधिग्रहण कर लिया. जिसके बाद अनशन करने के लिए उन्होंने डीएम को आवेदन दिया और पिछले 10 दिनों से लगातार अपनी विभिन्न मांगों को लेकर कलेक्ट्रेट गेट के सामने पूरे परिवार के साथ धरने पर बैठे हैं.

जानकारी देते प्रदर्शनकारी

ये भी पढ़ें- बाजार का नया 'बादशाह' बना प्याज, फलों ने भी टेके घुटने

अतिक्रमित भूमि को खाली कराने की मांग
कामरेड कार्लिन सर्वहारा की मानें तो करगहर के खराड़ी और पिपरा खुर्द गांव में पोखरा के आसपास बिहार सरकार की भूमि को अतिक्रमण कर लिया गया है. लिहाजा अतिक्रमणकारियों से भूमि को जल्द से जल्द खाली कराया जाए. इनका कहना है कि प्रशासन जबतक इनकी मांगे पूरी नहीं करती अनशन जारी रहेगा.

रोहतास: जिला मुख्यालय के कलेक्ट्रेट गेट के मुख्य द्वार पर पिछले 10 दिनों से एक परिवार अपनी मांगों को लेकर धरने पर बैठा है. जिले के करगहर थाना क्षेत्र के अंतर्गत पड़वलिया गांव के रहने वाले कामरेड कार्लिन सर्वहारा का कहना है कि जबतक इनकी मांगें पूरी नहीं होती, आंदोलन जारी रहेगा.

बता दें कि कामरेड कार्लिन सर्वहारा अपने पत्नी और दो बच्चों के साथ कलेक्ट्रेट के मुख्य द्वार पर विभिन्न मांगों को लेकर कई दिनों से धरने पर बैठे हैं. इन्होंने नीतीश कुमार की जल जीवन हरियाली योजना का समर्थन किया है लेकिन इनका कहना है कि मुख्यमंत्री की जल जीवन हरियाली योजना तब तक सफल नहीं हो पाएगी जबतक सरकार कैडेस्ट्रेल सर्वे को लागू नहीं करती है और रीजनल सर्वे और चकबंदी को रद्द नहीं करती है.

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कलेक्ट्रेट गेट के मुख्य द्वार पर धरना पर बैठा पूरा परिवार

सरकार के रवैये से नाराज
कार्लिन सर्वहारा ने बताया कि चकबंदी लागू होने से कई सरकारी भूमियों पर भू माफियाओं का कब्जा है. गौरतलब है कि 2 वर्ष पूर्व सरकार ने इस परिवार से भूमि अधिग्रहण के नाम पर घर खाली करा लिया था. जिसके बाद इस पूरे परिवार को बेघर होना पड़ा था. इसके खिलाफ कार्लिन सर्वहारा ने अनुमंडलीय लोक शिकायत निवारण पदाधिकारी के यहां आवेदन देकर भूमि उपलब्ध कराने की बात कही.

पिछले 10 दिनों से अनशन जारी
उन्होंने कहा कि सरकार ने उन पर दबाव बनाकर भूमि अधिग्रहण कर लिया. जिसके बाद अनशन करने के लिए उन्होंने डीएम को आवेदन दिया और पिछले 10 दिनों से लगातार अपनी विभिन्न मांगों को लेकर कलेक्ट्रेट गेट के सामने पूरे परिवार के साथ धरने पर बैठे हैं.

जानकारी देते प्रदर्शनकारी

ये भी पढ़ें- बाजार का नया 'बादशाह' बना प्याज, फलों ने भी टेके घुटने

अतिक्रमित भूमि को खाली कराने की मांग
कामरेड कार्लिन सर्वहारा की मानें तो करगहर के खराड़ी और पिपरा खुर्द गांव में पोखरा के आसपास बिहार सरकार की भूमि को अतिक्रमण कर लिया गया है. लिहाजा अतिक्रमणकारियों से भूमि को जल्द से जल्द खाली कराया जाए. इनका कहना है कि प्रशासन जबतक इनकी मांगे पूरी नहीं करती अनशन जारी रहेगा.

Intro:रोहतास। जिला मुख्यालय के कलेक्ट्रेट गेट के मुख्य द्वार पर पिछले 10 दिनों से एक परिवार अपनी मांगों को लेकर धरने पर बैठा है। जिसे लोगों के बीच अभी परिवार चर्चा का विषय बन गया है।


Body:गौरतलब है कि जिले के करगहर थाना क्षेत्र के अंतर्गत पड़वलीया गांव के रहने वाले कामरेड कार्लिन सर्वहारा अपने पत्नी और दो बच्चे समेत पूरा परिवार कलेक्ट्रेट के मुख्य द्वार के बाहर विभिन्न मांगों को लेकर कई दिनों से धरने पर बैठा है। कामरेड कॉर्लिन सर्वहारा ने नीतीश कुमार की जल जीवन हरियाली योजना का समर्थन किया लेकिन कामरेड कार्लिन सर्वहारा ने बताया कि नीतीश कुमार की जल जीवन हरियाली योजना तभी सफल हो पाएगी जब सरकार कैडेस्ट्रेल सर्वे को लागू नहीं करती है और रीजनल सर्वे और चकबंदी को रद्द नहीं करती है। वहीं कार्लिन सर्वहारा ने बताया कि चकबंदी लागू होने से कई सरकारी भूमियों पर भू माफियाओं का कब्जा है। गौरतलब है कि 2 वर्ष पूर्व सरकार ने इस परिवार से भूमि अधिकरण के नाम पर घर खाली करा लिया था। जिसके बाद इस पूरे परिवार को बेघर होना पड़ा था। वही इसके खिलाफ उसने अनुमंडलीय लोक शिकायत निवारण पदाधिकारी के यहां आवेदन देकर भूमि उपलब्ध कराने की बात कही। इस दौरान उन्होंने कहा सरकार उन पर दबाव बनाकर उसकी भूमि को अधिग्रहण कर लिया। जिसके बाद उसने अनशन करने के लिए डीएम को आवेदन दिया और पिछले नौ दिनों से लगातार वह अपनी विभिन्न मांगों को लेकर कलेक्ट्रेट गेट के सामने पूरे परिवार के साथ धरने पर बैठ गया। वहीं कामरेड कार्लिन सर्वहारा ने बताया कि करगहर के खराड़ी और पिपरा खुर्द गांव में पोखरा के आसपास बिहार सरकार की भूमि को अतिक्रमण कर लिया गया है लिहाज़ा अतिक्रमणकारियों से भूमि को जल्द से जल्द खाली कराया जाए। इतना ही नहीं उसने यह भी बताया कि धरना प्रदर्शन के दौरान उसकी पत्नी कामरेड पूनम सर्वहारा 5 वर्षीय पुत्र कॉमरेड डिमैरिट सर्वहारा के अलावा उसका छोटा बेटा कॉमरेड मेरिट सर्वहारा को लेकर धरने पर बैठा है। उसने बताया कि वह अपने पूरे परिवार के साथ तब तक धरने पर बैठा रहेगा जब तक उसकी मांगे प्रशासन के द्वारा ना सुन ली जाए


Conclusion:गौरतलब है कि धरने पर बैठा पूरा कामरेड परिवार जिले में चर्चा का विषय बना है तो वहीं कॉमरेड परिवार अपनी मांगों को लेकर अनिश्चितकालीन धरना देने की बात कही है।

बाइट। कामरेड कार्लिन सर्वहारा
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