ETV Bharat / state

पूर्णिया: संतान न होने पर महिला का उत्पीड़न, पुलिस परिवार परामर्श केंद्र में शिकायत

पूर्णिया में पुलिस परिवार परामर्श केंद्र में आई महिला ने ससुराल वालों पर उसे प्रताड़ित करने का आरोप (Woman Complains Of Harassment Against In-laws) लगाया. महिला का कहना है कि शादी के चार साल में संतान का जन्म नहीं होने पर आए दिन उसे प्रताड़ित किया जाता है. पढ़ें पूरी खबर..

Purnia Police Family Center
Woman complains of harassment against in-laws in Purnia
author img

By

Published : Jan 1, 2022, 5:42 PM IST

पूर्णिया: बिहार के पूर्णिया में पुलिस परिवार परामर्श केंद्र (Purnea Police Family Center) में छोटे-छोटे विवादों को लेकर परिवार में बनी दूरियों को कम करने का प्रयास किया जाता है. कभी-कभी परामर्श केंद्र पति-पत्नी की जिद के सामने विवश दिखता है. ऐसे में केंद्र की बात ना मानने पर कुछ रिश्ते टूटते हैं, जिन्हें फिर पुलिस या न्यायालय की शरण में जाना पड़ता है.

यह भी पढ़ें - दलित लड़की को सवर्ण युवक से लव मैरिज करना पड़ा भारी! दबंगों ने बंद किया पानी

बात दें कि इस पुलिस परिवार परामर्श केंद्र में बिना खर्च के ही सारे मामले सुलझा दिए जाते हैं. इस केंद्र पर एक ताजा मामला सामने आया है. यहां आई एक महिला का आरोप है कि शादी के चार साल हो गए है लेकिन अब तक संतान का जन्म नहीं (Harassment Of Woman For Not Having Children) हुआ है. इसकी वजह से ससुराल वाले उसे प्रताड़ित करते हैं. ससुराल वालों का कहना है कि जब तुम बच्चे को जन्म नहीं दे सकती तो तुम्हारा ससुराल में क्या काम.

बता दें कि महिला का नाम काजल है. वह पूर्णिया के सरसी थाना क्षेत्र की रहने वाली है. उसकी शादी अशोक नामक युवक से पूर्णिया के सदर थाना क्षेत्र के गुलाब बाग इलाके में हुई. महिला का कहना है कि अब वह ससुराल में रहना नहीं चाहती. ससुराल वाले आए दिन प्रताड़ित करते हैं.

देखें वीडियो

वहीं, इस मामले को लेकर महिला के पति और सास का कहना है कि लड़की छोटी-छोटी घरेलू बात को लेघर छोड़ कर भाग जाती है. वापस मायके से ससुराल नहीं आना चाहती. लड़की का यह व्यवहार करीब दो सालों से देखने को मिला रहा है. लड़के की मां शीला देवी का कहना है कि काजल लड़के (अशोक) को घर से अलग होने की बात बराबर करती है. जबकि अशोक की उतनी कमाई नहीं है कि वह परिवार से अलग रहकर अपना और काजल का पालन पोषण कर सके.

इस बाबत इस केंद्र में काफी समझाने-बुझाने की कोशिश की मगर दोनों पक्ष अपनी अपनी बातों पर अड़े रहे. जिसके बाद इस केंद्र के सदस्य ने उन्हें या तो पुलिस या न्यायालय का शरण लेने की बात कही. वहीं, पुलिस परिवार परामर्श केंद्र के सदस्य का कहना है कि जो पक्ष इस केंद्र की बात नहीं मानता, उसे पुलिस या न्यायालय के पास जाने की सलाह दी जाती है. इस के अलावा तीन मामलों में पति-पत्नी को समझा-बुझाकर एक कर दिया गया है.

यह भी पढ़ें - इंजीनियर ने लगाई फांसी, सुसाइड नोट में लिखा- 'मैं अपनी पत्नी और ससुराल वालों से परेशान हूं..'

ऐसी ही विश्वसनीय खबरों को देखने के लिए डाउनलोड करें ETV BHARAT APP

पूर्णिया: बिहार के पूर्णिया में पुलिस परिवार परामर्श केंद्र (Purnea Police Family Center) में छोटे-छोटे विवादों को लेकर परिवार में बनी दूरियों को कम करने का प्रयास किया जाता है. कभी-कभी परामर्श केंद्र पति-पत्नी की जिद के सामने विवश दिखता है. ऐसे में केंद्र की बात ना मानने पर कुछ रिश्ते टूटते हैं, जिन्हें फिर पुलिस या न्यायालय की शरण में जाना पड़ता है.

यह भी पढ़ें - दलित लड़की को सवर्ण युवक से लव मैरिज करना पड़ा भारी! दबंगों ने बंद किया पानी

बात दें कि इस पुलिस परिवार परामर्श केंद्र में बिना खर्च के ही सारे मामले सुलझा दिए जाते हैं. इस केंद्र पर एक ताजा मामला सामने आया है. यहां आई एक महिला का आरोप है कि शादी के चार साल हो गए है लेकिन अब तक संतान का जन्म नहीं (Harassment Of Woman For Not Having Children) हुआ है. इसकी वजह से ससुराल वाले उसे प्रताड़ित करते हैं. ससुराल वालों का कहना है कि जब तुम बच्चे को जन्म नहीं दे सकती तो तुम्हारा ससुराल में क्या काम.

बता दें कि महिला का नाम काजल है. वह पूर्णिया के सरसी थाना क्षेत्र की रहने वाली है. उसकी शादी अशोक नामक युवक से पूर्णिया के सदर थाना क्षेत्र के गुलाब बाग इलाके में हुई. महिला का कहना है कि अब वह ससुराल में रहना नहीं चाहती. ससुराल वाले आए दिन प्रताड़ित करते हैं.

देखें वीडियो

वहीं, इस मामले को लेकर महिला के पति और सास का कहना है कि लड़की छोटी-छोटी घरेलू बात को लेघर छोड़ कर भाग जाती है. वापस मायके से ससुराल नहीं आना चाहती. लड़की का यह व्यवहार करीब दो सालों से देखने को मिला रहा है. लड़के की मां शीला देवी का कहना है कि काजल लड़के (अशोक) को घर से अलग होने की बात बराबर करती है. जबकि अशोक की उतनी कमाई नहीं है कि वह परिवार से अलग रहकर अपना और काजल का पालन पोषण कर सके.

इस बाबत इस केंद्र में काफी समझाने-बुझाने की कोशिश की मगर दोनों पक्ष अपनी अपनी बातों पर अड़े रहे. जिसके बाद इस केंद्र के सदस्य ने उन्हें या तो पुलिस या न्यायालय का शरण लेने की बात कही. वहीं, पुलिस परिवार परामर्श केंद्र के सदस्य का कहना है कि जो पक्ष इस केंद्र की बात नहीं मानता, उसे पुलिस या न्यायालय के पास जाने की सलाह दी जाती है. इस के अलावा तीन मामलों में पति-पत्नी को समझा-बुझाकर एक कर दिया गया है.

यह भी पढ़ें - इंजीनियर ने लगाई फांसी, सुसाइड नोट में लिखा- 'मैं अपनी पत्नी और ससुराल वालों से परेशान हूं..'

ऐसी ही विश्वसनीय खबरों को देखने के लिए डाउनलोड करें ETV BHARAT APP

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.