पूर्णिया: शुक्रवार को जिले के इंदिरा गांधी स्टेडियम में प्रथम राजकीय उत्सव पुरैनिया महोत्सव और जिले की 250वीं स्थापना दिवस समारोह का रंगारंग उद्घाटन किया गया. कार्यक्रम का उद्घाटन लघु जल संसाधन व विधि विभाग सह जिले के प्रभारी मंत्री नरेंद्र नारायण यादव, सांसद संतोष कुशवाहा, मंत्री बीमा भारती, विधायक लेशी सिंह, अफाक आलम, विजय खेमका आदि ने दीप प्रज्वलित कर किया. वहीं, इस अवसर पर कई सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन भी किया गया.
'पौराणिक अवशेष आज भी मौजूद'
बता दें कि उद्घाटन समारोह को संबोधित करते हुए प्रभारी मंत्री नरेंद्र यादव ने जिले के ऐतिहासिक एवं पौराणिक महत्वों का बखान किया. उन्होंने कहा कि यह जिला सूबे के प्राचीन जिलों में एक है. कहा कि पूर्णिया का प्राचीन नाम पुरैनिया है जो बदल कर पूर्णिया हुआ है. इसलिए यहां पुरैनिया महोत्सव मनाने की शुरुआत हुई है. बनमनखी का नरसिंह अवतार मंदिर, जलालगढ़ का किला जैसे पौराणिक अवशेष आज भी यहां मौजूद है. साथ ही उन्होंने अपने संबोधन में टीकापट्टी स्थित स्वराज आश्रम और रानीपतरा के सर्वोदय आश्रम का भी उन्होंने जिक्र किया.
'नीतीश कुमार का सपना हो रहा है साकार'
वहीं, सासंद संतोष कुशवाहा ने कहा कि साहित्यिक, औद्योगिक क्षेत्रों में जिले का विकास तेज गति से हुआ है. उन्होंने कहा कि कभी कालापानी नाम से जाना जाने वाला पूरैनिया आज विकास के पथ पर मीलों सफर तय कर चुका है. मंत्री बीमा भारती ने कहा कि पूर्णिया के विकास में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का बड़ा योगदान है. कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने दहेज प्रथा नशा मुक्ति, बाल विवाह को रोकने का जो सपना देखा था आज साकार हो रहा है.
पुस्तक 'कॉफी विथ टेबल' का किया गया विमोचन
मौका बिहार के सबसे प्राचीनतम जिलों में से एक पूर्णिया जिले के 250वी वर्षगांठ का था. लिहाजा, 14 फरवरी 1770 से अब तक बदलाव और विकास के सफर को समेटे 'कॉफी विथ टेबल' नाम की पुस्तक का विमोचन किया गया. इसी के साथ वह पल जिसका लोगों को बेसब्री से इंतेजार था. मंचासीन अतिथियों के संबोधन के साथ खत्म हुआ. बता दें कि समारोह को विधायक लेशी सिंह, जिप अध्यक्ष क्राति देवी, मेयर सबिता देवी, डिप्टी मेयर विभा कुमारी ने भी संबोधित किया.