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पूर्णियाः बारिश से 8 पंचायत आंशिक रूप से बाढ़ प्रभावित, खतरे के निशान पर 3 नदियां

डीएम राहुल कुमार ने कहा कि मौसम का संतुलन बिगड़ने से भारी बारिश के चलते जिले के रुपौली प्रखंड में सैलाब की स्थिति पैदा हो गई है. महानंदा, कनकई और परमान नदी का जलस्तर बढ़ने से अब तक 8 पंचायत आंशिक रूप से बाढ़ प्रभावित हैं.

बारिश से 8 पंचायत आंशिक रूप से बाढ़ प्रभावित
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Published : Oct 1, 2019, 12:04 AM IST

पूर्णियाः जिले में लगातार हो रही बारिश से जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है. इसको लेकर डीएम राहुल कुमार ने कहा कि मौसम का संतुलन बिगड़ने से भारी बारिश के चलते जिले के रुपौली प्रखंड में सैलाब की स्थिति पैदा हो गई है. महानंदा, कनकई और परमान नदी का जलस्तर बढ़ने से अब तक 8 पंचायत आंशिक रूप से बाढ़ प्रभावित है. लिहाजा आपदा की स्थिति से निबटने के लिए समूचे महकमे ने कमर कस ली है.

डीएम ने बताया कि बाढ़ प्रभावित पंचायतों में रुपौली प्रखंड के कोयली सिमरा पूर्व, कोयली सिमरा पश्चिम, भौवा परवल, विजय मोहनपुर, विजय लालगंज, गोडियर पट्टी श्रीमत्ता कांप शामिल हैं. वहीं धमदाहा अनुमंडल का सरसी प्रखंड का एक पंचायत बाढ़ से आंशिक रूप से प्रभावित है.

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उफान पर नदी

नदियां खतरे के निशान से ऊपर
उन्होंने कहा कि बारिश के कारण महानंदा, कनकई और पनमार नदी का जलस्तर बहुत तेजी से बढ़ा है जिससे यह खतरे के निशान से ऊपर बह रही है. रविवार को 174.1 mm बारिश होने से स्थितियां और भी विकट हो गई हैं. इनमें डेगरघाट अंतर्गत आने वाली महानंदा नदी जो खतरे के निशान 35.650 से 1 मीटर की बढ़ोतरी पर 36.11 पर बह रही है. इसके साथ ही किशनगंज तयबपुर में आने वाली महानंदा नदी, अरिरिया की परमान नदी और चरघरिया की पश्चिम कनकई नदी मुख्य कारण हैं. हालांकि 70 किलोमीटर अंतर्गत आने वाले जिले के सभी तटबंध पूरी तरह सुरक्षित हैं. इसके साथ ही आज से मौसम साफ हुआ है जिससे नदियों का जलस्तर तेजी से घटेगा.

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बाढ़ से घिरे घर

प्रभावित पंचायतों में नाव के साथ कम्युनिटी किचन
सभी प्रभावित 8 पंचायतों में नाव की सुविधा के साथ ही कम्युनिटी किचन चलाई जा रही है. एक कम्युनिटी किचन में तकरीबन 2 हजार की कैपेसिटी होगी. इस तरह 14 हजार लोग कम्युनिटी किचन का लाभ ले सकेंगे. मध्य विद्यालय कोसिकपुर, उत्क्रमित मध्य विद्यालय सिमरा, मध्य विद्यालय पुरानीनन्दगोला, प्राथमिक मध्य विद्यालय बधवाबासा, मध्य विद्यालय जंगलटोला, मध्य विद्यालय टोपड़ा,मध्य विद्यालय अझरी, और मध्य विद्यालय सरसी में कम्युनिटी किचन चलाए जा रहे हैं.

बारिश से 8 पंचायत आंशिक रूप से बाढ़ प्रभावित

49 नाव राहत और बचाव कार्य में शामिल
वहीं राहत व बचाव कार्य के तहत कुल 49 नाव जिले में चलाए जा रहे हैं जिनमें रुपौली में 20, धमदाहा में 2, बैसा में 8, बायसी में 8, आमौर में 11 नाव की सुविधा बहाल की गई है. इसके साथ ही डीएम ने लोगों से नदी और नाले वाले क्षेत्रों से दूर रहने की अपील की है.

पूरी तरह मुस्तैद स्वास्थ्य महकमा
लोगों को किसी भी परिस्थिति में शुद्ध पानी और महामारी की समस्या न हो इसके लिए डॉक्टर की टीम तैनात की गई है. इसके साथ ही सिविल सर्जन पूरी मुस्तैदी से नजर बनाए हैं. पर्याप्त मात्रा में हैलोजन टैबलेट उपलब्ध कराए जाने के साथ ही आपातकालीन मेडिकल सुविधा बहाल की गई है.

पूर्णियाः जिले में लगातार हो रही बारिश से जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है. इसको लेकर डीएम राहुल कुमार ने कहा कि मौसम का संतुलन बिगड़ने से भारी बारिश के चलते जिले के रुपौली प्रखंड में सैलाब की स्थिति पैदा हो गई है. महानंदा, कनकई और परमान नदी का जलस्तर बढ़ने से अब तक 8 पंचायत आंशिक रूप से बाढ़ प्रभावित है. लिहाजा आपदा की स्थिति से निबटने के लिए समूचे महकमे ने कमर कस ली है.

डीएम ने बताया कि बाढ़ प्रभावित पंचायतों में रुपौली प्रखंड के कोयली सिमरा पूर्व, कोयली सिमरा पश्चिम, भौवा परवल, विजय मोहनपुर, विजय लालगंज, गोडियर पट्टी श्रीमत्ता कांप शामिल हैं. वहीं धमदाहा अनुमंडल का सरसी प्रखंड का एक पंचायत बाढ़ से आंशिक रूप से प्रभावित है.

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उफान पर नदी

नदियां खतरे के निशान से ऊपर
उन्होंने कहा कि बारिश के कारण महानंदा, कनकई और पनमार नदी का जलस्तर बहुत तेजी से बढ़ा है जिससे यह खतरे के निशान से ऊपर बह रही है. रविवार को 174.1 mm बारिश होने से स्थितियां और भी विकट हो गई हैं. इनमें डेगरघाट अंतर्गत आने वाली महानंदा नदी जो खतरे के निशान 35.650 से 1 मीटर की बढ़ोतरी पर 36.11 पर बह रही है. इसके साथ ही किशनगंज तयबपुर में आने वाली महानंदा नदी, अरिरिया की परमान नदी और चरघरिया की पश्चिम कनकई नदी मुख्य कारण हैं. हालांकि 70 किलोमीटर अंतर्गत आने वाले जिले के सभी तटबंध पूरी तरह सुरक्षित हैं. इसके साथ ही आज से मौसम साफ हुआ है जिससे नदियों का जलस्तर तेजी से घटेगा.

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बाढ़ से घिरे घर

प्रभावित पंचायतों में नाव के साथ कम्युनिटी किचन
सभी प्रभावित 8 पंचायतों में नाव की सुविधा के साथ ही कम्युनिटी किचन चलाई जा रही है. एक कम्युनिटी किचन में तकरीबन 2 हजार की कैपेसिटी होगी. इस तरह 14 हजार लोग कम्युनिटी किचन का लाभ ले सकेंगे. मध्य विद्यालय कोसिकपुर, उत्क्रमित मध्य विद्यालय सिमरा, मध्य विद्यालय पुरानीनन्दगोला, प्राथमिक मध्य विद्यालय बधवाबासा, मध्य विद्यालय जंगलटोला, मध्य विद्यालय टोपड़ा,मध्य विद्यालय अझरी, और मध्य विद्यालय सरसी में कम्युनिटी किचन चलाए जा रहे हैं.

बारिश से 8 पंचायत आंशिक रूप से बाढ़ प्रभावित

49 नाव राहत और बचाव कार्य में शामिल
वहीं राहत व बचाव कार्य के तहत कुल 49 नाव जिले में चलाए जा रहे हैं जिनमें रुपौली में 20, धमदाहा में 2, बैसा में 8, बायसी में 8, आमौर में 11 नाव की सुविधा बहाल की गई है. इसके साथ ही डीएम ने लोगों से नदी और नाले वाले क्षेत्रों से दूर रहने की अपील की है.

पूरी तरह मुस्तैद स्वास्थ्य महकमा
लोगों को किसी भी परिस्थिति में शुद्ध पानी और महामारी की समस्या न हो इसके लिए डॉक्टर की टीम तैनात की गई है. इसके साथ ही सिविल सर्जन पूरी मुस्तैदी से नजर बनाए हैं. पर्याप्त मात्रा में हैलोजन टैबलेट उपलब्ध कराए जाने के साथ ही आपातकालीन मेडिकल सुविधा बहाल की गई है.

Intro:

बेतहासा बारिश के चलते जारी सैलाब के सितम से निबटने के लिए डीएम राहुल कुमार ने एक प्रेस वार्ता का आयोजन किया। डीएम राहुल कुमार ने कहा कि मौसम का संतुलन बिगड़ने से भारी बारिश के चलते जिले के रुपौली प्रखंड में सैलाब की स्थिति पैदा हो गई है। महानंदा ,कनकई व परमान नदी का जलस्तर बढ़ने से अब तक 8 पंचायत आंशिक रूप से बाढ़ प्रभावित हैं। लिहाजा आपदा की स्थिति से निबटने के लिए समूचे महकमे ने कमर कस ली है। इसके अलावा राहत व बचाव कार्य के तहत 49 नावों के परिचालन के साथ ही 7 कम्यूनिटी कीचन चलाई जा रही है।





Body:ये 8 पंचायत हैं बाढ़ प्रभावित


इस बाबत जिले के डीएम राहुल कुमार ने आज आयोजित प्रेस कॉन्फ्रेंस में जानकारी साझा करते हुए कहा कि इस वक़्त धमदाहा अनुमंडल अंतर्गत रुपौली प्रखंड के 7 व धमदाहा का 1 पंचायत आंशिक रूप से बाढ़ की मार झेल रहा है। वहीं बाढ़ प्रभावित पंचायतों में रुपौली प्रखंड के कोयली सिमरा पूर्व , कोयली सिमरा पश्चिम , भौवा परवल , विजय मोहनपुर , विजय लालगंज ,गोडियर पट्टी श्रीमत्ता कांप शामिल है। वहीं धमदाहा अनुमंडल का सरसी प्रखंड का एक पंचायत बाढ़ से आंशिक रूप से प्रभावित है।


महानंदा, कनकई व परमार खतरे के निशान से ऊपर...


इस बाबत उन्होंने कहा कि बेतहासा बारिश के कारण महानंदा ,कनकई व पनमार नदी का जलस्तर बेहद तेजी से बढ़ा है। इनके खतरे के निशान से ऊपर बहने के कारण उफ़नती धार के फैलाव को देखते हुए एहतियातन सरकारी अमला अलर्ट पर है। कल 174.1 mm बारिश होने से स्थितियां और भी विकट हो गई हैं। इनमें डेगरघाट अंतर्गत आने वाला महानंदा नदी जो खतरे ले निशान 35.650 से 1 मीटर की बढ़ोतरी पर 36.11 पर बह रहा है। वहीं इसके साथ ही किशनगंज तयबपुर में आने वाले महानंदा नदी ,अरिरिया का परमान नदी व चरघरिया का पश्चिम कनकई नदी मुख्य कारक है। हालांकि 70 किलोमीटर अंतर्गत आने वाले जिले के सभी तटबंध पूरी तरह सुरक्षित हैं। इसके साथ ही आज से मौसम साफ हुआ है। लिहाजा इन नदियों का जलस्तर तेजी से घटेगा।


7 कम्युनिटी किचन से 14 हजार लोगों को मिल रहा भरपेट भोजन..


वहीं वैसे पंचायत जहां बाढ़ का पानी प्रवेश कर जाने से जनजीवन पूरी थर प्रभावित हैं ऐसे सभी 8 पंचायतों में नाव की सुविधा के साथ ही कम्युनिटी किचन चलाई जा रही है। जिसका आज दूसरा दिन है। इसके तहत एक कम्युनिटी किचन में तकरीबन 2 हजार की कैपेसिटी होगी। इस तरह 14 हजार लोग कम्युनिटी किचन का लाभ ले सकेंगे। वैसे स्थल जहां इस वक़्त कम्युनिटी किचन चलाए जा रहे हैं इनमें मध्य विद्यालय कोसिकपुर , उत्क्रमित मध्य विद्यालय सिमरा , मध्य विद्यालय पुरानीनन्दगोला ,प्राथमिक मध्य विद्यालय बधवाबासा , मध्य विद्यालय जंगलटोला , मध्य विद्यालय टोपडा ,मध्य विद्यालय अझरी , मध्य विद्यालय सरसी शामिल है।


49 वोट राहत व बचाव कार्य में शामिल...

वहीं राहत व बचाव कार्य के तहत कुल 49 नाव जिले में चलाए जा रहे हैं जिनमें रुपौली में 20 , धमदाहा में 2 ,बैसा में 8, बायसी में 8 ,आमौर में कुल 11 नाव की सुविधा बहाल की गई है। इसके साथ ही बतौर डीएम राहुल कुमार जिले के लोगों से नदी ,नाले वाले क्षेत्रों से दूर रहने की अपील की है। खासकर बच्चों को ऐसी जगहों से दूर रखें। बारिश के समय सुरक्षित स्थान पर रहें प्रशासन को सूचित करें और सहायता पहुंचने का इंतेजार करें।


बाढ़ को ले पूरी तरह मुस्तैद स्वास्थ्य महकमा....

वहीं लोगों को किसी भी परिस्थिति में शुद्ध पानी और महामारी की समस्या न हो इसके लिए डॉक्टर की टीम तैनात की गई है। इसके साथ ही सिविल सर्जन पूरी मुस्तैदी से आपनी नजर बनाए हुए हैं। पर्याप्त मात्रा में हैलोजन टैबलेट उपलब्ध कराए जाने के साथ ही हैं आपातकालीन मेडिकल सुविधा बहाल की गई है।


बाढ़ को ले प्रो एक्टिव रहे डीएम...


दरअसल लगातार हो रही बारिश के बाद देखते ही देखते जिले के धमदाहा अनुमंडल के 2 प्रखंड आंशिक रूप से बाढ़ की चपेट में आ गए । जिसके बाद सैलाब के सितम से निबटने के लिए जिले के डीएम राहुल कुमार ने तत्काल एक्शन लेते हुए सभी अधिकारियों को रोजाना बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों व शरण स्थलों के निरीक्षण के साथ ही बाढ़ पीड़ितों को दी जा रही हर संभव सुविधाओं पर नजर रखने के सख्त निर्देश दिए हैं। खुद आकस्मिक दौरे करने के साथ ही प्रखंड के आलाधिकारियों से पल-पल की इनपुट ले रहे हैं।




Conclusion:
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