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पूर्णिया: सैलाब में बहा डायवर्जन, कई गांवों का संपर्क टूटा - सीओ

लाइफ लाइन के तौर पर जाने जाने वाली चोपड़ा पंचायत स्थित मुख्य डायवर्जन टूटने से किशनगंज-पूर्णिया परिचालन पूरी तरह बाधित है. डायवर्जन टूट जाने से बायसी से लेकर अमौर तक सभी गांवों का संपर्क टूट गया है.

परिचालन ठप
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Published : Jul 16, 2019, 10:00 AM IST

पूर्णिया: बिहार में बाढ़ की स्थिति गंभीर हो गयी है. पूर्णिया में इसका असर दिखने लगा है. नेपाल से छोड़ी गई प्रलयकारी पानी के कारण जिले के बायसी प्रखंड का दो मुख्य डायवर्सन टूट गया. लाइफ लाइन के तौर पर जाने जाने वाला चोपड़ा पंचायत स्थित मुख्य डायवर्जन टूटने से किशनगंज-पूर्णिया परिचालन पूरी तरह बाधित है. वहीं बालूगंज पंचायत के दो डायवर्जन बह जाने से बायसी से लेकर अमौर तक सभी गांवों का संपर्क टूट गया है.

तीन नदियों के आगे धराशायी हो गया चोपड़ा डायवर्जन
दरअसल बीते एक सप्ताह से हो रही बारिश के बाद बायसी से लगी महानंदा, कनकई और पनमार जैसी नदियां उफान पर हैं. रविवार की सुबह किशनगंज-पूर्णिया एनएच 99 को जोड़ने वाला चोपड़ा डायवर्जन टूट गया. जिसके बाद दो दर्जन से अधिक गांवों में पानी प्रवेश कर गया हैं. प्रभावित गांवों में सिमलबाड़ी गांव, बांसबाड़ी और ताराबाड़ी गांव प्रमुख है.

चोपड़ा डायवर्जन टूटने से परिचालन बाधित

कई गांवों में घुसा पानी
बालूघाट से होकर पुरानगंज पंचायत को जाने वाली ईदगाह टोला डायवर्जन टूटने से बायसी के कई ग्रामीण बस्तियों का संपर्क एक-दूसरे से टूट गया है. महानंदा ,कनकई और पनमार नदी का विकराल वेग दजनों गांवों में प्रवेश कर गया है. 30 से अधिक गांवों में बाढ़ जैसी स्थिति आ गयी है. प्रभावित गांवों में चिरैया गांव, भसिया गांव, सोनपुर गांव, डंगराहा और पुरानगंज पंचायत के सभी गांव शामिल हैं.

गाड़ियों की लगी लंबी कतार
बालूघाट और पुरानगंज डायवर्जन बह जाने से परिचालन पूरी तरह बाधित है. इन दो डायवर्जनों के बहने से बायसी के साथ अमौर के ग्रामीण बस्तियों का भी संपर्क पूरी तरह टूट चुका है. हजारों गाड़ियों का आवागमन थम गया है. डायवर्जन के दोनों छोर पर वाहनों की कतारें लगी हैं. पूर्णिया से पटना जाने वाले सभी यात्रियों को निराशा के साथ वापस लौटना पड़ रहा है. ऐसी भयावह स्थिति के बावजूद लोगों को नाव तक की सुविधा बहाल नहीं की गयी है.

कई गांवों में घुसा पानी

फसलों को भारी नुकसान
बायसी के 50 से भी अधिक बस्तियों के हजारों घरों में पानी प्रवेश कर चुका है. रेनकट के साथ बिजली के खंभे भी उखड़ गए हैं. कल सुबह से ही बिजली का परिचालन ठप है. खेतों की फसलें, घरों में रखे अनाज, सबकुछ पानी की धार में बह गया. नदियों के बढ़ते जलस्तर को देखते हुए लोग तेजी से पलायन कर रहे हैं. इनका कहना है कि सरकार के तरफ से इन्हें किसी भी तरह की सुविधा मुहैया नहीं कराई जा रही है.

जानकारी देते बायसी के सीओ प्रवीण कुमार वत्स

क्या कहते हैं सीओ साहब
इधर बायसी सीओ प्रवीण कुमार वत्स का कहना है कि फिलहाल जिला मुख्यालय से किशनगंज को जोड़ने वाली चोपड़ा डायवर्जन का निर्माण का कार्य जोरों पर है. लोगों की सुरक्षा और डायवर्जन पर वाहनों के संतुलन के लिए पुलिस के जवान मुस्तैद हैं. डायवर्जन को जल्द से जल्द ठीक कर लिया जाएगा. सभी प्रभावित गांवों के लोगों को सुरक्षित स्थानों पर नाव की सहायता से पहुंचाया जा रहा है.

पूर्णिया: बिहार में बाढ़ की स्थिति गंभीर हो गयी है. पूर्णिया में इसका असर दिखने लगा है. नेपाल से छोड़ी गई प्रलयकारी पानी के कारण जिले के बायसी प्रखंड का दो मुख्य डायवर्सन टूट गया. लाइफ लाइन के तौर पर जाने जाने वाला चोपड़ा पंचायत स्थित मुख्य डायवर्जन टूटने से किशनगंज-पूर्णिया परिचालन पूरी तरह बाधित है. वहीं बालूगंज पंचायत के दो डायवर्जन बह जाने से बायसी से लेकर अमौर तक सभी गांवों का संपर्क टूट गया है.

तीन नदियों के आगे धराशायी हो गया चोपड़ा डायवर्जन
दरअसल बीते एक सप्ताह से हो रही बारिश के बाद बायसी से लगी महानंदा, कनकई और पनमार जैसी नदियां उफान पर हैं. रविवार की सुबह किशनगंज-पूर्णिया एनएच 99 को जोड़ने वाला चोपड़ा डायवर्जन टूट गया. जिसके बाद दो दर्जन से अधिक गांवों में पानी प्रवेश कर गया हैं. प्रभावित गांवों में सिमलबाड़ी गांव, बांसबाड़ी और ताराबाड़ी गांव प्रमुख है.

चोपड़ा डायवर्जन टूटने से परिचालन बाधित

कई गांवों में घुसा पानी
बालूघाट से होकर पुरानगंज पंचायत को जाने वाली ईदगाह टोला डायवर्जन टूटने से बायसी के कई ग्रामीण बस्तियों का संपर्क एक-दूसरे से टूट गया है. महानंदा ,कनकई और पनमार नदी का विकराल वेग दजनों गांवों में प्रवेश कर गया है. 30 से अधिक गांवों में बाढ़ जैसी स्थिति आ गयी है. प्रभावित गांवों में चिरैया गांव, भसिया गांव, सोनपुर गांव, डंगराहा और पुरानगंज पंचायत के सभी गांव शामिल हैं.

गाड़ियों की लगी लंबी कतार
बालूघाट और पुरानगंज डायवर्जन बह जाने से परिचालन पूरी तरह बाधित है. इन दो डायवर्जनों के बहने से बायसी के साथ अमौर के ग्रामीण बस्तियों का भी संपर्क पूरी तरह टूट चुका है. हजारों गाड़ियों का आवागमन थम गया है. डायवर्जन के दोनों छोर पर वाहनों की कतारें लगी हैं. पूर्णिया से पटना जाने वाले सभी यात्रियों को निराशा के साथ वापस लौटना पड़ रहा है. ऐसी भयावह स्थिति के बावजूद लोगों को नाव तक की सुविधा बहाल नहीं की गयी है.

कई गांवों में घुसा पानी

फसलों को भारी नुकसान
बायसी के 50 से भी अधिक बस्तियों के हजारों घरों में पानी प्रवेश कर चुका है. रेनकट के साथ बिजली के खंभे भी उखड़ गए हैं. कल सुबह से ही बिजली का परिचालन ठप है. खेतों की फसलें, घरों में रखे अनाज, सबकुछ पानी की धार में बह गया. नदियों के बढ़ते जलस्तर को देखते हुए लोग तेजी से पलायन कर रहे हैं. इनका कहना है कि सरकार के तरफ से इन्हें किसी भी तरह की सुविधा मुहैया नहीं कराई जा रही है.

जानकारी देते बायसी के सीओ प्रवीण कुमार वत्स

क्या कहते हैं सीओ साहब
इधर बायसी सीओ प्रवीण कुमार वत्स का कहना है कि फिलहाल जिला मुख्यालय से किशनगंज को जोड़ने वाली चोपड़ा डायवर्जन का निर्माण का कार्य जोरों पर है. लोगों की सुरक्षा और डायवर्जन पर वाहनों के संतुलन के लिए पुलिस के जवान मुस्तैद हैं. डायवर्जन को जल्द से जल्द ठीक कर लिया जाएगा. सभी प्रभावित गांवों के लोगों को सुरक्षित स्थानों पर नाव की सहायता से पहुंचाया जा रहा है.

Intro:आकाश कुमार (पूर्णिया)


सीमा से सटे पड़ोसी राज्यों के बाद अब सैलाब ने पूर्णिया में भी तांडव मचाना शुरू कर दिया है। नेपाल से छोड़ी गई प्रलयकारी पानी के कारण जिले के बायसी प्रखंड के दो मुख्य डायवर्सन माचिस की तीलियों की तरह बह गए। किशनगंज -पूर्णिया लाइफ लाइन के तौर पर जाने जाने वाली चोपड़ा पंचायत स्थित मुख्य डायवर्जन टूटने से जहां किशनगंज -पूर्णिया परिचालन पूरी तरह बाधित है। वहीं बालूगंज पंचायत के दो डायवर्जन बहने से बायसी सहित अमौर तक जाने वाली सभी गांवों का संपर्क टूट गया है।
लिहाजा परिचालन ठप होने के साथ ही डायवर्जन टूटने से 50 से अभी अधिक गांवों में बाढ़ जैसे हालात हैं।








Body:त्रि नदियों के आगे धराशायी हो गया चोपड़ा डायवर्जन...

दरअसल बीते एक सप्ताह से हो रही बारिश व सीमावर्ती नेपाल के तराई क्षेत्र में लगातार हो रही बारिश के बाद बायसी से लगी महानंदा ,कनकई व पनमार जैसी नदियां उफान पर आ गयी हैं। सैलाब के प्रचंड वेगों के आगे जहां रविवार सुबह किशनगंज- पूर्णिया लाइफ लाइन एनएच 99 को जोड़ने वाली चोपड़ा डायवर्जन किसी माचिस के तिनके की तरह सैलाब के आगे बह गया।जिसके बाद दो दर्जन से अधिक गांवों में सैलाब का पानी प्रवेश कर गया। वहीं वे गांव जो चोपड़ा डाइवर्जन बहने से सबसे अधिक प्रभावित हैं इनमें चोपड़ा पंचायत के सभी गांव , पंसतरा पंचायत के सभी गांव ,सिमलबाड़ी गांव ,बांसबाड़ी ,ताराबाड़ी गांव प्रमुख हैं।


गांवों के लिए काल बनकर आई त्रि नदियां...


वहीं रविवार रात शुरू हुई मूसलाधार बारिश बायसी के ग्रामीण बस्तियों के लिए आफत बन कर आई। देखते ही देखते
बालूगंज पंचायत स्थित बालूघाट व बालूघाट से होकर पुरानगंज पंचायत को जाने वाली ईदगाह टोला डायवर्जन टूटने से बायसी के कई ग्रामीण बस्तियों का संपर्क एक -दूसरे से टूट गया। जिसके बाद महानंदा ,कनकई व पनमार नदी का विकराल वेग दजनों गांवों में प्रवेश कर गया। जिसके बाद 30 से अधिक गांवों में जल प्रलय जैसी स्थिति आ गयी है। प्रभावित गांवों में बालूघाट पंचायत के सभी गांव ,चिरैया गांव ,भसिया गांव ,सोनपुर गांव ,डंगराहा ,पुरानगंज पंचायत के सभी गांव ,ईदगाह टोला
जैसे गांव शामिल हैं।


किशनगंज के साथ ही टूटा बैसी व अमौर का संपर्क...

वहीं जिला मुख्यालय से किशनगंज जिले को जोड़ने वाली चोपड़ा
डायवर्जन टूटने से जहां किशनगंज-पूर्णिया तक आने वाली एनएच 99 पर आवागमन पूरी तरह ठप है। वहीं बायसी प्रखंड से मुस्लिम बाहुल बैसा व अमौर प्रखण्ड को जोड़ने वाली चोपड़ा डायवर्जन व ग्रामीण बस्ती बालूघाट व पुरानगंज डायवर्जन बह जाने से परिचालन पूरी तरह बाधित है। इन दो डायवर्जनों के बहने से बायसी के ग्रामीण बस्तियों के साथ ही अमौर के ग्रामीण बस्तियों का संपर्क पूरी तरह टूट चुका है।


डायवर्जन पर गाड़ियों की कतारें ,नाव तक की सुविधा नहीं...

हजारों गाड़ियों का आवागमन थमने से लाइफ लाइन थमी नजर आ रही है। डायवर्जन के दोनों ही छोड़ पर वाहनों की कतारें लग गयी हैं। जिले से राजधानी पटना को जाने वाली सभी यात्रियों को निराशा के साथ वापस लौटना पड़ रहा है। डायवर्जन टूटने से बमुश्किल ही साइकिल व दो पहिये वाहन एक छोड़ से दूसरे छोड़ जा पा रहे हैं। ऐसी विभस्य स्थिति के बावजूद लोगों को नाव तक की सुविधा बहाल नहीं की गयी है।


सड़कें ,फसल ,खेत व अनाज को भी भारी नुकसान...

चोपड़ा डायवर्जन के साथ ही मिट्टी से बने बालूघाट व ईदगाह डायवर्जन टूटने से बायसी के 50 से भी अधिक बस्तियों के हजारों घरों में सैलाब का पानी प्रवेश कर गया। लिहाजा सड़कों के कट जाने से आवागमन के साथ ही बिजली के खंभे उखड़ जाने से कल सुबह से ही बिजली का परिचालन बाधित है। वहीं ग्रामीणों के खेतों में रोपी गयी फसलें ,घरों में रखे अनाज को इस सैलाब के पानी से भारी नुकसान हुआ है। वहीं नदियों के बढ़ते जलस्तर को देखते हुए लोग तेजी से पलायन कर रहे हैं।


जानें क्या कहते हैं सीओ साहेब....


इस बाबत बायसी सीओ प्रवीण कुमार वत्स ने बताया कि फिलहाल जिला मुख्यालय से किशनगंज को जोड़ने वाली चोपड़ा डायवर्जन के निर्माण का कार्य जोरों पर है। एहतियातन लोगों की सुरक्षा व डायवर्जन पर वाहनों के संतुलन के लिए पुलिस के जवान डटे हैं। डायवर्जन को जल्द से जल्द ठीक कर लिया जाएगा। वहीं डायवर्जन टूटने से गांवों में बाढ़ का पानी घुसने की बात कबूल करते हुए उन्होंने कहा कि सभी प्रभावित गांवों के लोगों को सुरक्षित स्थानों पर नाव की सहायता से पहुंचाया जा रहा है।




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