पूर्णिया: कोरोना वायरस महामारी को लेकर प्रधानमंत्री ने देश में 21 दिनों तक लॉक डाउन की घोषणा की है. साथ ही उन्होंने लोगों से घर से बाहर नहीं निकलने की बात भी कही है. वहीं, बुधवार से चैत्र नवरात्र और हिंदु नववर्ष शुरू हो रहे हैं. यह इतिहास में संभवतः पहला ही मौका होगा जब देश भर के सभी देवी मंदिर नवरात्र में भक्तों के लिए बंद रहेंगे. आज चैती दुर्गा का पहला पूजा है और आज लॉक डाउन की वजह से जिले के सभी मंदिरों में सन्नाटा रहा.
'इसी रास्ते पर चलकर जीतेंगे जंग'
गौरतलब है कि इस पर्व में लोग हजारों-हजार की संख्या में माता का दर्शन करने मंदिर पहुंचते थे. वहीं, पूरे देश में लॉक डाउन के बाद सभी शहरों में धारा 144 लगाई गई है. जिससे मंदिर तो दूर लोग अपने घरों से सड़कों पर भी नहीं निकल पा रहे हैं. इसी कारण लोग आस्था भरे पर्व पर अपने घर पर ही बंद रहे. मौके पर मंदिर के पुजारी ने अकेले ही मां का पूजा-अर्चना किया. पुजारी अमित कुमार मिश्र ने कहा कि मंदिर में भक्तों के नहीं आने का कोई अफसोस नहीं है, क्योंकि देश बड़ी समस्या से जूझ रहा है. इसी रास्ते पर चलकर हम इस जंग से जीत सकते हैं.
राम नवमी उत्सव पर पड़ेगा असर
कोरोना वायरस के चलते देश के सारे मंदिर इस समय आम लोगों के लिए बंद हैं. सिर्फ पंडे-पुजारियों को ही मंदिरों में प्रवेश मिल रहा है. ऐसे में चैत्र नवरात्र पर ना तो बाहरी लोग दर्शन कर सकेंगे और ना ही मंदिर के किसी आयोजन में हिस्सा ही ले सकेंगे. वहीं, कुछ ऐसी भी बातें सामने आ रहीं है कि ज्यादातर मंदिरों ने भक्तों के लिए यू-ट्यूब चैनल्स और मंदिर की वेबसाइट्स पर लाइव स्ट्रिमिंग की व्यवस्था की है. विद्वानों का मानना है कि देशभर में राम नवमी के उत्सवों पर भी भारी असर पड़ने वाला है.