पूर्णिया: पूर्णिया विश्वविद्यालय की एक गलती अब सैकड़ों छात्रों पर भारी पड़ रही है. राज्य सरकार की इजाजत के बगैर डिग्री कॉलेज धमदाहा और बायसी में साइंस की पढ़ाई शुरू करने के पीयू के फैसले से 250 छात्रों का भविष्य दांव पर लग गया है. दोनों कॉलेजों में साइंस की पढ़ाई बंद करने का आदेश राज्य सरकार के विशेष सचिव ने पत्र जारी कर विश्वविद्यालय को दिया है. कोर्स क्लोज करने से जुड़ा राज्य सरकार का यह फैसला अब पीयू के लिए गले की फांस बनता नजर आ रहा है.
बगैर अनुमति के ही शुरू की गई साइंस की पढ़ाई
सरकार के विशेष सचिव की ओर से जारी की गई चिट्ठी के मुताबिक पूर्णिया विश्वविद्यालय के दोनों ही कॉलेजों डिग्री कॉलेज धमदाहा और बायसी में महज कॉमर्स और आर्ट्स की पढ़ाई शुरू करने का आदेश दिया गया था. मगर पीयू प्रबंधन ने फैसले को ताक पर रखते हुए दोनों ही कॉलेजों में साइंस विषय में नामांकन ले लिया. जिस कारण सचिव ने इन दो कॉलेजों में सांइस संकाय को बंद करने के आदेश दिए हैं.
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डिग्री कॉलेज बायसी और धमदाहा से जुड़ा है मामला
पीयू के दो डिग्री कॉलेज बायसी और धमदाहा में दोनों सत्रों को मिलाकर कुल 250 छात्रों ने साइंस संकाय के लिए नामांकन लिया. इसमें डिग्री कॉलेज बायसी में सत्र 2019-20 के साइंस विषय में 125 और सत्र 2020-21 में 41 छात्रों का नामांकन हुआ. जबकि डिग्री कॉलेज धमदाहा में सत्र 2019-20 में 51 और सत्र 2020-21 में सरकार के आदेशों को ताक पर रखकर 33 बच्चों का नामांकन करा लिया. विश्वविद्यालय के इस फैसले के खिलाफ विभाग ने कड़ा रुख अपनाते हुए साइंस संकाय की पढ़ाई बंद करने के आदेश जारी किए. जिसके बाद यहां पढ़ने वाले 250 छात्रों का भविष्य दांव पर लग गया है.
250 छात्रों का भविष्य दांव पर
साइंस संकाय की पढ़ाई बंद होने से चिंता जाहिर करते हुए छात्रों ने कहा कि उनके साथ पीयू ने धोखा किया है. इतनी अहम जानकारी उनसे छिपाई गई. जिसके चलते अब 250 छात्रों का भविष्य दांव पर लग गया है. वे अब जाए तो जाए कहां. विश्वविद्यालय की एक गलती ने उनके करियर पर गहरा संकट पैदा कर दिया है. बगैर सरकार के अनुमति के ही साइंस संकाय शुरू कर दिया गया. जिसका इतना भारी खामियाजा उन्हें भुगतना पड़ेगा.
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स्टूडेंट अरजेस्टमेंट पर जारी है विचार
पीयू के नए कुलपति प्रो. राजनाथ यादव ने ईटीवी भारत से बातचीत में बताया कि यह पूर्व कुलपति के काल से जुड़ा मामला है. हालांकि, छात्रों के भविष्य से जुड़ा मामला होने के कारण राज्य सरकार से उन्होंने साइंस विषय की पढ़ाई शुरू करने के लिए दिशा-निर्देश मांगा गया था. एकेडमिक काउंसिल और सिंडिकेट के अप्रूवल के से इन दोनों डिग्री कॉलज में कोर्स चल रहा था. जिसे बंद नहीं किया जा सकता था. इसके बाद राज सरकार के विशेष सचिव से चिट्ठी आई है. जिसमें दोनों ही कॉलेजों में साइंस विषय की पढ़ाई बंद होगी. दोनों कॉलेजों के छात्रों को सुविधा अनुसार अर्जेस्ट किए जाने पर विवि विचार कर रहा है. जिससे छात्रों को किसी प्रकार की परेशानी न हो.