पूर्णिया: सीमांचल का एम्स कहा जाने वाला पूर्णिया सदर अस्पताल जल्द ही अत्याधुनिक सुविधाओं से लैस होगा. अस्पताल महीने के अंत तक लेबर रूम, ऑपरेशन थियेटर, इमरजेंसी वार्ड सहित कई अत्याधुनिक सुविधाओं से लैस होगा. सिविल सर्जन ने बताया कि सीमांचल, कोसी सहित बंगाल के लोग भी बेहतर इलाज के लिए इस अस्पताल में आते हैं. पहले संसाधनों के अभाव में उन्हें मजबूर होकर किसी अन्य अस्पताल में जाना पड़ता था, लेकिन अब लोग यहां से मायूस नहीं लौटेंगे.
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लेबर रूम और ऑपेरशन थियेटर होगा अत्याधुनिक
सिविल सर्जन ने कहा कि पिछले कई सालों से अस्पताल संसाधनों के अभाव से जूझ रहा था. उन्होंने कहा कि माह के अंत तक लक्ष्य की टीम यहां पहुंचेगी. यह टीम पिछले साल भी आई थी, जिस कारण उस वक्त लेबर रूम को सर्टिफिकेट मिल गया था. लेकिन ये उस समय अत्याधुनिक सुविधाओं से लैश नहीं थे.
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इमरजेंसी वार्ड की भी बदलेगी सूरत
सीएस मधुसूदन प्रसाद ने बताया कि अस्पताल को मॉडल के तर्ज पर विकसित किया जा रहा है. इसलिए अन्य वार्डों के साथ-साथ इमरजेंसी वार्ड की सूरत भी बदलने वाली है. एनेस्थेसिया के लिए लेबर टेबल, ओटी लैंप, इंफेक्शन कंन्ट्रोल सिस्टम, ऑटोमेटेड सर्जिकल सिस्टम जैसी कई सुविधाओं से लैश किया जाएगा. उन्होंने कहा कि इस मेडिकल कॉलेज के अपग्रेडेशन से यह मेडिकल हब के रूप में विकसित हो जाएगा. जिससे यह मेडिकल के क्षेत्र में मील का पत्थर साबित होगा. सुविधाओं से लैस होने पर पूर्णिया के अलावा अररिया, किशनगंज, कटिहार, मधेपुरा, सहरसा, सुपौल, पश्चिम बंगाल एवं नेपाल तक के लोग इससे लाभान्वित होंगे.
सुपर स्पेशियलिटी सेवा से होगा लैस
सिविल सर्जन ने बताया कि अस्पताल में सुपर स्पेशिलिटी सेवा उपलब्ध रहेगी. लोगों को अब गंभीर रोगों के इलाज के लिए बाहर नहीं जाना पड़ेगा. सुपर स्पेशलिटी सुविधा के तहत कार्डियोलॉजी, नेफ्रोलॉजी, न्यूरोलॉजी, पेडियाट्रिक सर्जरी और अन्य सघन उपचार और जांच की सुविधा मिलेगी.
स्थानीय लोगों में उत्साह
वहीं, अस्पताल के अत्याधुनिक सुविधाओं से लैस होने की खबर से इलाज कराने आए मरीज काफी उत्साहित हैं, मरीजों ने बताया कि सुविधाओं के अभाव में मरीजों को पहले यहां से मायूस होकर लौटना पड़ता था. लेकिन अब न पैसे बाहर खर्च होंगे और न यहां से किसी अन्य अस्पताल की शरण में जाना पड़ेगा.