पुर्णिया: जहां एक तरफ बिहार में शिक्षक दिवस मनाया जा रहा है. वहीं, दूसरी तरफ राज्य के सरकारी शिक्षकों का एक समुह अपनी मांगों को लेकर धरने पर बैठा रहा. इसके लिए जिले के शिक्षक पीयू कैंपस में बिहार राज्य डिग्री शिक्षक-शिक्षकेत्तर कर्मचारी महासंघ के बैनर तले हड़ताल पर रहे.
प्रशासनिक भवन के बाहर जमकर हुई नारेबाजी
पूर्णिया विश्वविद्यालय के सीनेट हॉल से जहां शिक्षकों के मान-सम्मान की बातें कहीं जा रही थीं. वहीं दुसरी तरफ प्रशासनिक भवन के बाहर विश्वविद्यालय प्रशासन से नाराज सैकड़ों शिक्षकों ने सरकार और विश्वविद्यालय प्रशासन के खिलाफ जमकर नारेबाजी की. धरना बिहार राज्य डिग्री शिक्षक -शिक्षकेत्तर कर्मचारी महासंघ के बैनर तले सुबह 10 बजे से शुरू होकर शाम 6 बजे तक चलता रहा.
महिला शिक्षकों ने भी दिया घरना
इस बाबत,अपनी 6 सूत्री मांगों को लेकर धरने पर बैठै पीयू सम्बद्ध डिग्री शिक्षक-शिक्षकेत्तर कर्मचारी संघ के अध्यक्ष अजय कुमार यादव ने बताया की 6 वर्षों से डिग्री कॉलेजों का अनुदान लंबित है. शिक्षकों के मांगों पर विश्वविद्यालय प्रशासन का उदासीन रवैया और शासी निकायों की मनमानी जारी है.जिसको लेकर कई बार विवि प्रशासन को आवेदन लिखा गया है.लेकिन बावजूद अब तक पीयू प्रशासन पर कोई फर्क नहीं पड़ा.जिसको लेकर आज यह धरना-प्रदर्शन किया जा रहा है.इस दौरान काफी संख्या में महिला शिक्षकों ने भी भाग लिया.
प्रमुख मांगे
- सेवा नियमित किये जाने से जुड़ी दस्तावेज की वापसी के बाद भी सरकार की और से चिन्हित त्रुटियों को दूर कर अविलंब सिंडीकेट से अनुमोदन कराना.
- UGC के मापदंड के अनुरूप वेतन निर्धारण
- नियुक्ति को टीटी पंजीयन से किया जाना
- आंतरिक स्त्रोत के आय का 100 फीसदी हासिल करने के लिए ऑडिट कराने के बाद 70:30 के अनुपात में आय का बंटवारा
- शिक्षकेत्तर कर्मचारियों का पद सृजन किया जाए
- उच्च न्यायालय , सरकार , राजभवन व विवि के निर्देशों का अनुपालन नहीं करने वाले शासी निकायों को भंग कर एडहॉक किया जाना