पूर्णिया: बिहार के पूर्णिया में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की समाधान यात्रा (Nitish Kumar Samadhan Yatra in Purnea ) थी. इसके पहले यहां रातोंरात जो तैयारी की गई थी. अब उसकी पोल खुल रही है. जल्दबाजी में किये गए काम से यहां के लोगों में नाराजगी है. लोगों का कहना है कि आजतक यहां स्थानीय प्रशासन और जनप्रतिनिधि की नजर नहीं पड़ी और जब सीएम का यहां आगमन होना था , तो रातोंरात पदाधिकारी गांव को चमकाने में लग गए. इस जल्दबाजी के काम में सिर्फ दिखाने के लिए जहां तहां नल-जल का काम आधा-अधूरा करके छोड़ दिया गया.
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सब्दलपुर गांव पहुंचे थे सीएमः नीतीश कुमार यहां तय कार्यक्रम के तहत कसबा प्रखंड स्थित सब्दलपुर गांव पहुंचे. यहां मदरसा के बच्चों से मुलाकात के बाद योजनाओं व विकास कार्यों का अवलोकन करने पहुंचे थे. मगर उस वक्त विकास कार्यों की जमीनी हकीकत सामने आ गई, जब रातों रात किए गए इन कार्यों की ग्रामीणों ने एक -एक कर पोल खोलनी शुरू कर दी. ग्रामीणों ने बताया कि मुख्यमंत्री के आने को लेकर सारी तैयारी रातोंरात की गई है.
सिर्फ एक रात में नल-जल का काम हुआः ग्रामीण सरफराज ने कहा कि सीएम को दिखाने के लिए हर दरवाजे पर नल-जल लगाया गया है, लेकिन किसी में पानी नहीं आ रहा है. रातों-रात नल लगाई गई. आज से पहले इस गांव में जल नल योजना कार्य नहीं कर रहा था, जबकि पाइप 4 साल पहले ही बिछाए गए थे. मगर कभी शुद्ध पानी का एक बूंद तक नसीब नहीं हुआ. दिखावे के लिए रंगाई कर जो नल लगाया गया है. कई नलों में अब भी पानी नहीं आ रहा.
"सीएम को दिखाने के लिए हर दरवाजे पर नल-जल लगाया गया है, लेकिन किसी में पानी नहीं आ रहा है. रातों-रात नल लगाई गई. आज से पहले इस गांव में जल नल योजना कार्य नहीं कर रहा था, जबकि पाइप 4 साल पहले ही बिछाए गए थे" - सरफराज, स्थानीय
'मंत्री ने कहा-लोग ऐसे ही बात करते हैं': वहीं ग्रामीण सिताउर रहमान ने बताया कि सीएम को दिखाने के लिए स्ट्रीट लाइट रातोंरात लगाए गए. इन लाइट से जैसी रौशनी निकली गांव में पहले किसी की शादी के कार्यक्रम में भी नहीं देखी गई थी. रात भर गांव की सफाई होती रही. अधिकारी से लेकर मंत्री कैंप करते रहे, काश मुख्यमंत्री का दौरा रोज इस गांव में होता. वहीं ग्रामीणों के आरोपों पर अपनी सफाई देते हुए बिहार सरकार के पशुपालन मंत्री अफाक आलम ने बताया कि आनन-फानन में मुख्यमंत्री का कार्यक्रम रखा गया है, तो त्रुटि होगी ही. लेकिन जल-नल वाली बात लोग यूं ही बता रहे हैं.
धमदाहा में सीएम के विरोध के कारण कार्यक्रम में बदलाव की चर्चाः बताते चलें कि समाधान यात्रा का कार्यक्रम पहले धमदाहा के बिशनपुर में तय था, लेकिन रातों-रात कार्यक्रम को बदलकर सब्दलपुर किया गया. सूत्रों की मानें तो कार्यक्रम बदलने की बड़ी वजह धमदाहा में सीएम के कार्यक्रम को लेकर हो रहा प्रदर्शन था. कहा जा रहा था कि अगर विशुनपुर में सीएम पहुंचते तो उन्हे भारी विरोध का सामना करना पड़ता. इसके लिए आसपास के लोग ने पहले से ही तैयारी कर रखी थी. इन्हीं वजहों से एन वक्त पर इस कार्यक्रम को टालकर स्थान परिवर्तन करना पड़ा.
"आनन-फानन में मुख्यमंत्री का कार्यक्रम रखा गया है, तो त्रुटि होगी ही. लेकिन जल-नल वाली बात लोग यूं ही बता रहे हैं. लोगों ऐसे ही बात करते रहते हैं उनका क्या है. ये सब तकनीकी मामला है तो थोड़ा बहुत काम तो हो ही जाता है"- अफाक आलम मंत्री, बिहार सरकार