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पूर्णिया: 11 हजार वोल्टेज की चपेट में आने से मजदूर की मौत

मृतक के भाई ने बताया कि यहां अवैध तरीके से मकान बनाया जा रहा है. 10 दिन पहले ही गणेश ने साइट पर काम शुरू किया था. इस दौरान गणेश का संतुलन बिगड़ गया और 11 हजार वोल्टेज के तार की चपेट में आ गया. जिससे उसकी जान चली गई.

मृतक
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Published : Sep 11, 2019, 10:48 AM IST

Updated : Sep 11, 2019, 3:49 PM IST

पूर्णिया: जिले में निर्माणाधीन मकान में एक मजदूर 11 हजार वोल्टेज के करंट की चपेट में आ गया. इसके बाद आनन-फानन में लोग मजदूर को अस्पताल ले गए, हालांकि अस्पताल पहुंचने से पहले ही रास्ते में उसकी मौत हो गई. इधर, मजदूर की मौत की खबर सुनकर परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है.

कैसे घटी घटना?
बताया जाता है कि यहां निर्माणाधीन मकान में काम चल रहा था. इस दौरान मजदूर गणेश कुमार मकान फिनिशिंग कर रहा था. मकान से सटे 11 हजार वोल्टेज के तार में उसके सटने से करंट लग गया और गिर पड़ा. साइट पर मौजूद अन्य मजदूर गणेश को अस्पताल में भर्ती कराने ले गए. इस क्रम में रास्ते में ही उसकी मौत हो गई. घटना की खबर मिलते ही मकान के ठेकेदार और मालिक दोनों फरार हैं.

पूर्णिया से ईटीवी भारत की रिपोर्ट

मृतक के परिजन का बयान
इस संबंध में मृतक के भाई ने बताया कि यहां अवैध तरीके से मकान बनाया जा रहा है. 10 दिन पहले ही गणेश ने साइट पर काम शुरू किया था. इस दौरान गणेश का संतुलन बिगड़ गया और 11 हजार वोल्टेज की तार की चपेट में आ गया. जिससे उसकी जान चली गई. उन्होंने कहा कि इस घटना के बाद से ठेकेदार और मालिक फरार हैं. उन्होंने इसकी शिकायत पुलिस से की है.

क्या कहते हैं स्थानीय निवासी?
स्थानीय निवासी बताते हैं कि यह भवन किसी एसडीओ का है. जिसका नाम सुरेश सिंह बताया जा रहा है. वहीं, ठेकेदार का नाम शिव शंकर सिंह है. उन्होंने कहा कि इस तरह से अवैध मकान बनवाकर अगर विभाग के लोग ही मनमानी करेंगे तो आगे कुछ कहने के लिए बचा ही क्या है.

purnea
विजय प्रसाद, एसआई

जांच में जुटी पुलिस
घटना की सूचना मिलते ही मौके पर स्थानीय पुलिस पहुंची. पत्रकारों से बातचीत में एसआई विजय प्रसाद ने कहा कि इस घटना की हर एंगल से जांच होगी. इस मकान के ठेकेदार और मालिक से संपर्क करने की कोशिश की जा रही है. एसडीओ ने कहा कि उनकी पहली प्राथमिकता मृतक के परिवार को मुआवजा दिलाना है, उसके बाद दोषियों पर कार्रवाई होगी.

पूर्णिया: जिले में निर्माणाधीन मकान में एक मजदूर 11 हजार वोल्टेज के करंट की चपेट में आ गया. इसके बाद आनन-फानन में लोग मजदूर को अस्पताल ले गए, हालांकि अस्पताल पहुंचने से पहले ही रास्ते में उसकी मौत हो गई. इधर, मजदूर की मौत की खबर सुनकर परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है.

कैसे घटी घटना?
बताया जाता है कि यहां निर्माणाधीन मकान में काम चल रहा था. इस दौरान मजदूर गणेश कुमार मकान फिनिशिंग कर रहा था. मकान से सटे 11 हजार वोल्टेज के तार में उसके सटने से करंट लग गया और गिर पड़ा. साइट पर मौजूद अन्य मजदूर गणेश को अस्पताल में भर्ती कराने ले गए. इस क्रम में रास्ते में ही उसकी मौत हो गई. घटना की खबर मिलते ही मकान के ठेकेदार और मालिक दोनों फरार हैं.

पूर्णिया से ईटीवी भारत की रिपोर्ट

मृतक के परिजन का बयान
इस संबंध में मृतक के भाई ने बताया कि यहां अवैध तरीके से मकान बनाया जा रहा है. 10 दिन पहले ही गणेश ने साइट पर काम शुरू किया था. इस दौरान गणेश का संतुलन बिगड़ गया और 11 हजार वोल्टेज की तार की चपेट में आ गया. जिससे उसकी जान चली गई. उन्होंने कहा कि इस घटना के बाद से ठेकेदार और मालिक फरार हैं. उन्होंने इसकी शिकायत पुलिस से की है.

क्या कहते हैं स्थानीय निवासी?
स्थानीय निवासी बताते हैं कि यह भवन किसी एसडीओ का है. जिसका नाम सुरेश सिंह बताया जा रहा है. वहीं, ठेकेदार का नाम शिव शंकर सिंह है. उन्होंने कहा कि इस तरह से अवैध मकान बनवाकर अगर विभाग के लोग ही मनमानी करेंगे तो आगे कुछ कहने के लिए बचा ही क्या है.

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विजय प्रसाद, एसआई

जांच में जुटी पुलिस
घटना की सूचना मिलते ही मौके पर स्थानीय पुलिस पहुंची. पत्रकारों से बातचीत में एसआई विजय प्रसाद ने कहा कि इस घटना की हर एंगल से जांच होगी. इस मकान के ठेकेदार और मालिक से संपर्क करने की कोशिश की जा रही है. एसडीओ ने कहा कि उनकी पहली प्राथमिकता मृतक के परिवार को मुआवजा दिलाना है, उसके बाद दोषियों पर कार्रवाई होगी.

Intro:यहां के धमैली चौक के पास निर्माणाधीन इमारत में काम कर रहे एक मजदूर की हाई वोल्टेज तार की चपेट में आने से मौत हो गई।
बताया जाता है कि काम करने के दौरान मजदूर 11 हजार वोल्ट के हाई वोल्टेज तार की चपेट में आ गया। जिसके बाद आनन-फानन में मजदूर को अस्पताल ले जाया गया। मगर बीच रास्ते में ही उसकी मौत हो गयी । फिलहाल पुलिस घटना स्थल पर पहुंच कर मामले की जांच में जुट गई है।






Body: वहीं घटना के बाद से ही ठेकेदार व मालिक दोनों ही गायब हैं।
वहीं मृतक मजदूर का नाम गणेश कुमार बताया जा रहा है। जो ठहरा इलाके का रहने वाला था। वहीं मृतक का छोटा सा परिवार है। जिनका इस घटना के बाद रो-रोकर बुरा हाल है।

फिनिशिंग के दौरान हाई वोल्टेज तार की चपेट में आया मजदूर...


इस बाबत मृतक के भाई पिंटू कुमार सिंह ने बताया है कि 10 रोज पहले ही मृतक गणेश ने इस साइट पर काम करना शुरू किया था। यहां उन्हें मजदूरों ने सूचना दी कि मृतक को आज 11 हजार वोल्ट के तार से गुजरे रेलिंग की फिनिशिंग करनी थी। और वह इसी लिए वहां चढा था। इसी क्रम के काम करने के दौरान उनका संतुलन बिगड़ा और वे अचानक 11 हजार वोल्ट के तार की चपेट में आ गए। और उनकी जान चली गई।


अवैध रूप से कराया है रहा था भवन का निर्माण....

जिसके बाद वे घटनास्थल पर पहुंचे तो यहां एक दो मजदूर को छोड़कर मृतक भाई के साथ कोई नहीं था। घटना के बाद से ही निर्माणाधीन भवन का मालिक व ठेकेदार दोनों ही गायब हैं। मृतक के भाई ने कहा कि यह खतरनाक था क्योंकि हाई वोल्टेज तार बगल से होकर जा रहा था। वहीं भवन का निर्माण कार्य चल रहा था जो नियमतः अवैध है। जिसे लेकर भाई और इनमें बातचीत भी हुई थी। मगर पेट पालने के लिए वह काम करता रहा। पीड़ित परिवार की मदद के बजाए वे पिछले 4 घंटे से फ़ोन तक रिसीव नहीं कर रहे। जबकि इन्हें मुआवजा मिलना चाहिए।


नगर निगम कर्मचारी की है निर्माणाधीन भवन...


वहीं प्रत्यक्षदर्शी ने बताया कि जिस निर्माणाधीन भवन का कार्य चल रहा है। किसी एसडीओ की बताई जा रही है। जिनका नाम सुरेश सिंह है। जो जिले के डोनर हाउस चौक के रहने वाले हैं। वहीं ठेकेदार का नाम शिव शंकर सिंह बताया जा रहा है। जिसने इस निर्माणाधीन भवन का ठेका लिया था। हैरत की बात है कि यह निर्माणाधीन घर अवैध है। वहीं जिस वे से 11 हजार वोल्ट की हाई वोल्टेज तार गई है। उस स्थान से नियत डिस्टेंस पर घर बनाने का प्रावधान है। मगर जब खुद नगर निगम के एसडीओ ही नियमों को ताक पर रख अवैध भवन का कार्य कर रहे हैं। तो बाकियों से क्या उम्मीद की जाए।


घटना स्थल पर पहुंची पुलिस....


वहीं मौके पर पहुंचे एसआई विजय प्रसाद ने बताया कि उन्हें जैसे ही घटना की सूचना मिली वे इसके तुरंत बाद घटना स्थल पर पहुंचे। वहीं इस मौत की हर एंगल से जांच की जा रही है। निर्माणाधीन भवन के मालिक व ठेकेदार से संपर्क किया जा रहा है। पहली प्राथमिकता इस गरीब परिवार को मुआवजा दिलाना होगा। इसके आगे हर सिरे से मामके की जांच की जाएगी।



Conclusion:
Last Updated : Sep 11, 2019, 3:49 PM IST
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