पूर्णिया: क्या आपने कभी ये सुना है कि किसी योजना की राशि बजापते खाते में डाली जाए और फिर ठीक उसके उलट उसे वापस किए जाने का फरमान जारी हो. दरअसल पूर्णिया में इंदिरा आवास योजना की राशि लेकर आवास का काम पूरा न करवाने वाले 54 लाभुकों के साथ ऐसा ही कुछ हुआ. इसकी हकीकत जानने ईटीवी भारत की टीम लाभुकों के बीच ग्राउंड जीरो पहुंची है.
अब 268 लाभुकों पर कार्रवाई की तैयारी
दरअसल इंदिरा आवास योजना की राशि का उठाव करने के बावजूद आवास नहीं बनवाने वाले पूर्णिया पूर्व प्रखंड के 5 पंचायतों के कुल 54 लाभुकों पर जिले के डीएम राहुल कुमार की ओर से न्यायालय में नीलाम पत्र वाद दायर किया था. लिहाजा डीएम की इस कार्रवाई के बाद ऐसे सभी लाभुकों को अब योजना की राशि लौटानी होगी. इनमें पूर्व प्रखंड के डिमिया छतरजान पंचायत के 22, हरदा पंचायत के 14, लालगंज पंचायत के 9, कवैया पंचायत के 4 और वीरपुर पंचायत के 5 लाभुक शामिल हैं. वहीं ईटीवी भारत को मिले ताजा इनपुट के मुताबिक 268 अन्य लाभुकों की फेहरिस्त भी जिला प्रशासन ने तैयार कर ली है.
ग्राउंड ज़ीरो पर पहुंचा ईटीवी भारत
हालांकि कि इससे इतर ऐसी क्या वजह रही कि पूर्णिया पूर्व प्रखंड के एक दो नहीं बल्कि 54 लाभुकों ने इंदिरा आवास योजना की राशि का उठान 2 वर्ष पूर्व ही कर लिया. बावजूद इसके ये लाभुक आवास नहीं बनवा सके. इसकी पूरी हकीकत जानने ईटीवी भारत की टीम लालगंज और हरदा पंचायत पहुंची.
क्या कहना है लाभुकों का
इस बाबत ईटीवी भारत से अपनी मजबूरी साझा करते हुए लालगंज पंचायत के वार्ड 5 के लाभुक अफरोज आलम की पत्नी ने बताया कि साल 2018 में उनके खाते में आवास की बुनियाद रखने के लिए इंदिरा आवास योजना की पहली किश्त के रूप में 40 हजार रुपए आए थे.मगर निर्माण के साथ ही भूमि को लेकर पड़ोसी के साथ विवाद हो गया. जिसकी वजह से वे घर नहीं बनवा सकी. वहीं ईदगाह टोले की गुल्शन खातून और उनके पति ने बताया कि योजना की राशि तो उनके खाते में आई लेकिन 40 हजार रुपये की जगह 60 हजार खर्च हो गये.
पैसे जुटाने में जुटे लाभुक
इस बाबत कवैया पंचायत के मुखिया मो वसीर ने बताया कि जमीनी विवाद को लेकर ही आवास निर्माण का कार्य योजना की राशि निर्गत किए जाने के बाद भी पूरी नहीं कराई जा सकी थी. अब वे किसी तरह पैसों के जुगाड़ में जुट गए हैं ताकि योजना की राशि लौटाई जा सके.