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Crime News: पूर्णिया में पिता ने खुदवाई कब्र, 40 दिन बाद निकाली बेटे की लाश, जानें क्या है...

पूर्णिया में बच्चे के शव को 40 दिन के बाद निकाला गया है. मृतक के पिता ने अपने परिवार वालों पर हत्या का आरोप लगाया है. मजिस्ट्रेट की उपस्थिति में बच्चे के शव को निकालकर पोस्टमार्टम के लिए पूर्णिया मेडिकल कॉलेज भेज दिया है. पढ़ें पूरी खबर..

कब्र से निकाला गया बच्चे का शव
कब्र से निकाला गया बच्चे का शव
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Published : Aug 18, 2023, 3:44 PM IST

कब्र से निकाला गया बच्चे का शव

पूर्णिया: बिहार के पूर्णिया में आठ वर्षीय मासूम बच्चे का शव करीब 40 दिन बाद कब्र खोदकर निकाला गया है. मृत बच्चे के पिता ने बेटे की हत्या का आरोप अपने परिवार के लोगों पर लगाते हुए आरक्षी अधीक्षक आमिर जावेद से न्याय की गुहार लगाई थी और कहा था कि उन्हें शक है कि उनके पिता, भाई और भतीजे ने उनके बेटे को जहर देकर हत्या की है.

ये भी पढ़ें- कांग्रेस नेता हत्याकांड की गुत्थी उलझीः दोबारा पोस्टमार्टम कराने के लिए कब्र खोदकर निकाला शव

40 दिन बाद कब्र से निकाला गया मासूम का शव: आरक्षी अधीक्षक आमिर जावेद के निर्देश पर मजिस्ट्रेट के समक्ष आठ वर्षीय मासूम की दफन शव को लगभग डेढ़ महीने बाद मजिस्ट्रेट की निगरानी में बाहर निकालकर पोस्टमार्टम के लिए मेडिकल कॉलेज पूर्णिया भेजा गया. अनुमंडल पदाधिकारी बनमनखी के निर्देश पर जानकीनगर पुलिस मजिस्ट्रेट की निगरानी में वीडियोग्राफी कर दफनाए शव को जमीन से निकालकर पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया.

"पिछले 4 जुलाई की अहले सुबह में बजरंगबली मंदिर गया था. मंदिर से वापस आने के बाद उनके 8 वर्षीय मासूम बेटे अभिषेक कुमार के पेट में अचानक दर्द होने लगा. हम उसको लेकर नजदीकी अस्पताल में गए, जहां चिकित्सकों ने इंजेक्शन दिया, जिसके बाद वह बेहोश हो गया. इसके बाद सूचना दिया कि ऑक्सीजन की जरूरत है. तभी हम 102 एम्बुलेंस को फोन किए. इसके बाद एम्बुलेंस भी आया. मेरी गैर मौजूदगी में मेरे ही परिवार के लोग एम्बुलेंस को भगा दिया."- बीरबल कुमार, मृत बच्चे के पिता

बच्चे के दादा और चाचा पर आरोप: मृत बच्चे के पिता बीरबल कुमार ने बताया कि पता चला कि मेरे बेटे को परिवार के सदस्य ही रोजाना स्कूल जाते वक्त खाने पीने की चीज दी. जिसे खाते ही मेरे बेटे के पेट में दर्द होना शुरू हो गया. रास्ते से वह घर चला आया. मेरे परिवार के सदस्यों से पहले से विवाद चल रहा है. जिसके कारण जानकीनगर थाना में पहले भी आवेदन दिया था. मुझे आये दिन जान से मारने की धमकी मिलता था. मेरे परिवार के सदस्यों द्वारा साजिश के तहत हत्या कर दिया है.

"मेरे परिवार के सदस्यों द्वारा साजिश के तहत हत्या कर दिया है. मैने अपने बेटे के शव का पोस्टमार्टम कराने की कोशिश की लेकिन सभी ने मिलकर मौत के दो घंटे के अंदर दफन कर दिया और हमसे झगड़ा शुरू कर दिया. जिसके बाद जानकीनगर थाना में लिखित आवेदन देकर जांच-पड़ताल कर पोस्टमार्टम कराकर उचित न्याय की गुहार लगाया हूं."- बीरबल कुमार, मृत बच्चे के पिता

सैकड़ों लोगों की उमड़ी भीड़: पीड़ित ने बताया कि आवेदन पर संज्ञान लेते हुए अनुमंडल पदाधिकारी बनमनखी के निर्देश पर मजिस्ट्रेट और पुलिस अवर निरीक्षक अर्चना कुमारी दल बल के साथ मासूम के दफन किए स्थल पर पहुंचे और कब्र से शव को निकालकर पोस्टमार्टम के लिए भेजा. इस दौरान शव निकाले जाने की वीडियोग्राफी भी की गई. इस दौरान मौके पर सैकड़ों की संख्या में ग्रामीणों की भीड़ उमड़ पड़ी.

कब्र से निकाला गया बच्चे का शव

पूर्णिया: बिहार के पूर्णिया में आठ वर्षीय मासूम बच्चे का शव करीब 40 दिन बाद कब्र खोदकर निकाला गया है. मृत बच्चे के पिता ने बेटे की हत्या का आरोप अपने परिवार के लोगों पर लगाते हुए आरक्षी अधीक्षक आमिर जावेद से न्याय की गुहार लगाई थी और कहा था कि उन्हें शक है कि उनके पिता, भाई और भतीजे ने उनके बेटे को जहर देकर हत्या की है.

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40 दिन बाद कब्र से निकाला गया मासूम का शव: आरक्षी अधीक्षक आमिर जावेद के निर्देश पर मजिस्ट्रेट के समक्ष आठ वर्षीय मासूम की दफन शव को लगभग डेढ़ महीने बाद मजिस्ट्रेट की निगरानी में बाहर निकालकर पोस्टमार्टम के लिए मेडिकल कॉलेज पूर्णिया भेजा गया. अनुमंडल पदाधिकारी बनमनखी के निर्देश पर जानकीनगर पुलिस मजिस्ट्रेट की निगरानी में वीडियोग्राफी कर दफनाए शव को जमीन से निकालकर पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया.

"पिछले 4 जुलाई की अहले सुबह में बजरंगबली मंदिर गया था. मंदिर से वापस आने के बाद उनके 8 वर्षीय मासूम बेटे अभिषेक कुमार के पेट में अचानक दर्द होने लगा. हम उसको लेकर नजदीकी अस्पताल में गए, जहां चिकित्सकों ने इंजेक्शन दिया, जिसके बाद वह बेहोश हो गया. इसके बाद सूचना दिया कि ऑक्सीजन की जरूरत है. तभी हम 102 एम्बुलेंस को फोन किए. इसके बाद एम्बुलेंस भी आया. मेरी गैर मौजूदगी में मेरे ही परिवार के लोग एम्बुलेंस को भगा दिया."- बीरबल कुमार, मृत बच्चे के पिता

बच्चे के दादा और चाचा पर आरोप: मृत बच्चे के पिता बीरबल कुमार ने बताया कि पता चला कि मेरे बेटे को परिवार के सदस्य ही रोजाना स्कूल जाते वक्त खाने पीने की चीज दी. जिसे खाते ही मेरे बेटे के पेट में दर्द होना शुरू हो गया. रास्ते से वह घर चला आया. मेरे परिवार के सदस्यों से पहले से विवाद चल रहा है. जिसके कारण जानकीनगर थाना में पहले भी आवेदन दिया था. मुझे आये दिन जान से मारने की धमकी मिलता था. मेरे परिवार के सदस्यों द्वारा साजिश के तहत हत्या कर दिया है.

"मेरे परिवार के सदस्यों द्वारा साजिश के तहत हत्या कर दिया है. मैने अपने बेटे के शव का पोस्टमार्टम कराने की कोशिश की लेकिन सभी ने मिलकर मौत के दो घंटे के अंदर दफन कर दिया और हमसे झगड़ा शुरू कर दिया. जिसके बाद जानकीनगर थाना में लिखित आवेदन देकर जांच-पड़ताल कर पोस्टमार्टम कराकर उचित न्याय की गुहार लगाया हूं."- बीरबल कुमार, मृत बच्चे के पिता

सैकड़ों लोगों की उमड़ी भीड़: पीड़ित ने बताया कि आवेदन पर संज्ञान लेते हुए अनुमंडल पदाधिकारी बनमनखी के निर्देश पर मजिस्ट्रेट और पुलिस अवर निरीक्षक अर्चना कुमारी दल बल के साथ मासूम के दफन किए स्थल पर पहुंचे और कब्र से शव को निकालकर पोस्टमार्टम के लिए भेजा. इस दौरान शव निकाले जाने की वीडियोग्राफी भी की गई. इस दौरान मौके पर सैकड़ों की संख्या में ग्रामीणों की भीड़ उमड़ पड़ी.

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