पूर्णियाः जिले के. नगर प्रखंड के सतपोखड़िया पंचायत के आंगनबाड़ी केंद्र पर बच्चे झोपड़ीनुमा कमरे में एलबेस्टर की छत के नीचे जमीन पर बैठकर पढ़ने को मजबूर हैं. जबकि सीएम नीतीश कुमार की महत्वाकांक्षी योजना के तहत इसे मॉडल आंगनबाड़ी केंद्र के रूप में विकसित किया जाना था. इसके लिए 6 साल पहले निर्माण कार्य शुरू भी किया गया लेकिन काम आज तक पूरा नहीं हो सका है. बता दें कि अर्धनिर्मित आंगनबाड़ी केंद्र में लोग पुआल रखते हैं.
टूट गई उम्मीद
आंगनबाड़ी सेविका वंदना कुमारी ने बताया कि इस केंद्र को मॉडल आंगनबाड़ी केंद्र के रूप में विकसीत करने की बात कही गई थी तो लोगों में उम्मीद जगी थी. लेकिन जल्द ही यह उम्मीद टूट गई. आंगनबाड़ी सेविका ने अपने स्तर से झोपड़ीनुमा एक कमरा बनाया और वहीं क्लास लगाना शुरू कर दिया. बच्चे रोज यहां पढने भी आते हैं. लेकिन बैठने के लिए बेंच नहीं होने की वजह से बच्चों को जमीन पर बैठकर पढ़ाई करनी पड़ती है. ठंड बढ़ जाने से बच्चों की उपस्थिति कम हो गई है.
बच्चे जमीन पर बैठने को मजबूर
सतपोखड़िया पंचायत के मुखिया युगल हांसदा ने बताया कि मॉडल आंगनबाड़ी केंद्र का निर्माण 7 लाख रुपये की लागत से होना था. लेकिन इसके शुरुआती निर्माण में खर्च पैसे सरकार की और से नहीं मिलने के कारण आगे काम नहीं सका और बच्चों को मजबूरन फर्स पर बैठकर पढ़ाई करनी पड़ रही है.
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बीडीओ ने दिया आश्वासन
नगर प्रखंड के बीडीओ राकेश कुमार ठाकुर ने पूरे मामले से अंभीज्ञता जताते हुए कहा कि ईटीवी भारत के माध्यम से यह मेरे संज्ञान में आया है. यदी ऐसी गड़बड़ी है तो कार्रवाई की जाएगी. उन्होंने कहा कि इस काम को प्राथमिकता में रखते हुए इसे जल्द ही पूरा कराया जाएगा.