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आशा कार्यकर्ताओं ने प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी के खिलाफ किया प्रदर्शन, लगाए गबन के आरोप

आशा कार्यकर्ताओं ने चिकित्सा प्रभारी पर संगीन आरोप लगाते हुए कहा कि बीसीओ के कहने पर उनका भुगतान नहीं किया गया है. जिसके चलते सभी की माली हालत खराब हो चुकी है. वैश्विक महामारी के दौरान भी सभी आशा कार्यकर्ता मिलकर निष्ठा पूर्वक कार्य कर रही हैं. बावजूद इसके आशा कार्यकर्ताओं की ये दुर्गति है.

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Published : Jun 14, 2020, 8:18 AM IST

पूर्णियाः जिले के बायसी प्रखंड स्थित प्राथमिक उप स्वास्थ्य केन्द्र में दर्जनों आशा कार्यकर्ताओं ने प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी के खिलाफ प्रदर्शन किया. इस दौरान आशा कार्यकर्ताओं ने प्राथमिक उप स्वास्थ्य केन्द्र में बहाल प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी के खिलाफ गबन का आरोप लगाते हुए जमकर नारेबाजी की. दरअसल प्रदर्शनकारी आशा कार्यकर्ताओं ने प्रभारी चिकित्सक पर 60 लाख रुपये के गबन का संगीन आरोप लगाया है.

चिकित्सा प्रभारी पर 60 लाख के गबन का आरोप
इस बाबत आशा कार्यकर्ताओं ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि बतौर प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी के पद पर बहाल डॉ. अहमर हसन और बी.सी.एम. की ओर से प्रखंड आशा कार्यकर्ताओं की विभिन्न मदों की प्रोत्साहन राशि गबन कर ली गई है. वित्तीय वर्ष 2019 और 2020 को मिलाकर कुल अमाउंट करीब 60 लाख रुपये की है. जिसका भुगतना आशा कार्यकर्ताओं को नहीं किया गया है.

देखें पूरी रिपोर्ट

सालों से बगैर भुगतान के काम करने को मजबूर आशा
बता दें कि आशा कार्यकर्ताओं कुल संख्या 215 हैं और प्रत्येक माह प्रति आशा को 2 हजार रुपये मिलना चाहिए. इस हिसाब से सभी आशा को सालाना 24 हजार मिलना चाहिए. बाकी विभिन्न कार्यों का मिलाकर 59 लाख 12 हजार 5 सौ रुपये की राशि की जानकारी एकाउंट्स विभाग से मिली है. जिसकी राशि सरकारी खाते से कहां गई मालूम नहीं चल सका. सालों से सभी आशा कार्यकर्ता अपनी राशि बहाल किए जाने के संबंध में आरोपित चिकित्सा पदाधिकारी और गबन में संलिप्त अधिकारी से मिल चुकी हैं. लेकिन उन्हें बहाना देकर या तो टरका दिया जाता है या फिर मिलने ही नहीं दिया जाता है.

जिलाधिकारी को सौंपा ज्ञापन
आशा कार्यकर्ताओं ने चिकित्सा प्रभारी पर संगीन आरोप लगाते हुए कहा कि बीसीओ के कहने पर उनका भुगतान नहीं किया गया है. जिसके चलते सभी की माली हालत खराब हो चुकी है. वैश्विक महामारी के दौरान भी सभी आशा कार्यकर्ता मिलकर निष्ठापूर्वक कार्य कर रही हैं. बावजूद इसके आशा कार्यकर्ताओं की ये दुर्गति है. इस मामले को ले जिलाधिकारी राहुल कुमार को आवेदन सौंपकर अवगत कराया गया है.

पूर्णियाः जिले के बायसी प्रखंड स्थित प्राथमिक उप स्वास्थ्य केन्द्र में दर्जनों आशा कार्यकर्ताओं ने प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी के खिलाफ प्रदर्शन किया. इस दौरान आशा कार्यकर्ताओं ने प्राथमिक उप स्वास्थ्य केन्द्र में बहाल प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी के खिलाफ गबन का आरोप लगाते हुए जमकर नारेबाजी की. दरअसल प्रदर्शनकारी आशा कार्यकर्ताओं ने प्रभारी चिकित्सक पर 60 लाख रुपये के गबन का संगीन आरोप लगाया है.

चिकित्सा प्रभारी पर 60 लाख के गबन का आरोप
इस बाबत आशा कार्यकर्ताओं ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि बतौर प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी के पद पर बहाल डॉ. अहमर हसन और बी.सी.एम. की ओर से प्रखंड आशा कार्यकर्ताओं की विभिन्न मदों की प्रोत्साहन राशि गबन कर ली गई है. वित्तीय वर्ष 2019 और 2020 को मिलाकर कुल अमाउंट करीब 60 लाख रुपये की है. जिसका भुगतना आशा कार्यकर्ताओं को नहीं किया गया है.

देखें पूरी रिपोर्ट

सालों से बगैर भुगतान के काम करने को मजबूर आशा
बता दें कि आशा कार्यकर्ताओं कुल संख्या 215 हैं और प्रत्येक माह प्रति आशा को 2 हजार रुपये मिलना चाहिए. इस हिसाब से सभी आशा को सालाना 24 हजार मिलना चाहिए. बाकी विभिन्न कार्यों का मिलाकर 59 लाख 12 हजार 5 सौ रुपये की राशि की जानकारी एकाउंट्स विभाग से मिली है. जिसकी राशि सरकारी खाते से कहां गई मालूम नहीं चल सका. सालों से सभी आशा कार्यकर्ता अपनी राशि बहाल किए जाने के संबंध में आरोपित चिकित्सा पदाधिकारी और गबन में संलिप्त अधिकारी से मिल चुकी हैं. लेकिन उन्हें बहाना देकर या तो टरका दिया जाता है या फिर मिलने ही नहीं दिया जाता है.

जिलाधिकारी को सौंपा ज्ञापन
आशा कार्यकर्ताओं ने चिकित्सा प्रभारी पर संगीन आरोप लगाते हुए कहा कि बीसीओ के कहने पर उनका भुगतान नहीं किया गया है. जिसके चलते सभी की माली हालत खराब हो चुकी है. वैश्विक महामारी के दौरान भी सभी आशा कार्यकर्ता मिलकर निष्ठापूर्वक कार्य कर रही हैं. बावजूद इसके आशा कार्यकर्ताओं की ये दुर्गति है. इस मामले को ले जिलाधिकारी राहुल कुमार को आवेदन सौंपकर अवगत कराया गया है.

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