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पूर्णिया: वर्चस्व की लड़ाई में एक जिगरी दोस्त ने दूसरे को मारी गोली, मौत - एक की मौत

घटना के बाद से आरोपी प्रदीप गांव से फरार है. हालांकि मृतक के परिजनों ने भी अब तक पुलिस में शिकायत दर्ज नहीं कराई है.

मृतक प्रसंजीत
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Published : Jun 1, 2019, 2:31 PM IST

पूर्णिया: वर्चस्व की लड़ाई में एक दोस्त ने दूसरे दोस्त को गोली मार दी. मृतक पूर्णिया के मरंगा थाना के हरदा के विद्यार्थी चौक का रहने वाला था. बताया जाता है कि मृतक प्रसंजीत और प्रदीप दोनों कभी जिगरी दोस्त हुआ करते थे. लेकिन, किसी विवाद में प्रदीप ने प्रसंजीत को मौत के घाट उतार दिया.

ग्रामीणों का कहना है कि दोनों बचपन से साथ थे. लेकिन, बीते एक साल में कुछ मनमुटाव हो गया था. दोनों के बीच गांव में वर्चस्व की लड़ाई होती दिख रही थी. जिस कारण प्रदीप ने वारदात को अंजाम दे दिया.

मृतक के परिजन का बयान

पूरा मामला
प्रसंजीत के भाई का कहना है कि दोनों धीरे-धीरे जानी दुश्मन बन गए थे. प्रदीप को लगा कि जब तक प्रसंजीत है, तब तक गांव में उसका वर्चस्व नहीं हो सकता. इसलिए प्रसंजीत को मारने के लिए प्रदीप उसे अपने साथ गांव ले जाने का कहकर साथ ले गया. वह दो दिन गांव में रहने के बाद वापस घर लौटने वाला था. लेकिन, इसी बीच प्रदीप ने घटना को अंजाम दे दिया.

जांच में जुटी पुलिस
प्रदीप ने प्रसंजीत को गोली मारी. जिससे घटना स्थल पर ही उसकी मौत हो गई. गोली प्रसंजीत के सिर में लगी थी. घटना की जानकारी मिलते ही प्रसंजीत के परिजन घटनास्थल पर पहुंचे. वहीं, पुलिस ने शव को अपने कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए सदर अस्पताल भेज दिया है.

अपराधी फरार
घटना के बाद से आरोपी प्रदीप गांव से फरार है. हालांकि मृतक के परिजनों ने भी अब तक पुलिस में शिकायत नहीं दर्ज कराई है. हत्या के बाद से गांव में कोहराम है. परिजन का रो-रोकर बुरा हाल है.

पूर्णिया: वर्चस्व की लड़ाई में एक दोस्त ने दूसरे दोस्त को गोली मार दी. मृतक पूर्णिया के मरंगा थाना के हरदा के विद्यार्थी चौक का रहने वाला था. बताया जाता है कि मृतक प्रसंजीत और प्रदीप दोनों कभी जिगरी दोस्त हुआ करते थे. लेकिन, किसी विवाद में प्रदीप ने प्रसंजीत को मौत के घाट उतार दिया.

ग्रामीणों का कहना है कि दोनों बचपन से साथ थे. लेकिन, बीते एक साल में कुछ मनमुटाव हो गया था. दोनों के बीच गांव में वर्चस्व की लड़ाई होती दिख रही थी. जिस कारण प्रदीप ने वारदात को अंजाम दे दिया.

मृतक के परिजन का बयान

पूरा मामला
प्रसंजीत के भाई का कहना है कि दोनों धीरे-धीरे जानी दुश्मन बन गए थे. प्रदीप को लगा कि जब तक प्रसंजीत है, तब तक गांव में उसका वर्चस्व नहीं हो सकता. इसलिए प्रसंजीत को मारने के लिए प्रदीप उसे अपने साथ गांव ले जाने का कहकर साथ ले गया. वह दो दिन गांव में रहने के बाद वापस घर लौटने वाला था. लेकिन, इसी बीच प्रदीप ने घटना को अंजाम दे दिया.

जांच में जुटी पुलिस
प्रदीप ने प्रसंजीत को गोली मारी. जिससे घटना स्थल पर ही उसकी मौत हो गई. गोली प्रसंजीत के सिर में लगी थी. घटना की जानकारी मिलते ही प्रसंजीत के परिजन घटनास्थल पर पहुंचे. वहीं, पुलिस ने शव को अपने कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए सदर अस्पताल भेज दिया है.

अपराधी फरार
घटना के बाद से आरोपी प्रदीप गांव से फरार है. हालांकि मृतक के परिजनों ने भी अब तक पुलिस में शिकायत नहीं दर्ज कराई है. हत्या के बाद से गांव में कोहराम है. परिजन का रो-रोकर बुरा हाल है.

Intro:पूर्णिया के मरंगा थाना के हरदा के विद्यार्थी चौक का रहने वाला प्रसंजीत और प्रदीप दोनो कभी जिगरी दोस्त हुआ करते थे । एक थाली में खाना और एक साथ अधिक से अधिक घण्टो तक साथ मे रहना हुआ करता था । मगर पिछले एक साल से दोनो की दोस्ती में दूरी बन गई थी ।


Body:मृतक प्रसंजीत के भाई की माने तो उसका छोटा भाई और प्रदीप बहुत ही अच्छे दोस्त थे । दोस्ती ऐसी थी कि लोग दो जिस्म एक जान मानते थे । मगर पिछले एक साल से दोनो की दोस्ती में दूरी बन गई थी । अब दोनों के बीच गांव में वर्चस्व की लड़ाई होते दिख रही थी । दोनो अब जानी दुश्मन बन चुके थे । प्रदीप को लगा कि जब तक प्रसंजीत है उसका वर्चस्व गाँव मे नही हो सकता । इसी बात को ले वह संदीप का साथ लिया । संदीप की भी दोनो से दोस्ती थी । प्रदीप ने संदीप के साथ मिल प्रसंजीत को मारने की रणनीति तैयार की । प्रदीप सनजीत को अपने साथ गांव जाने को कह साथ ले लिया और दोनो प्रदीप के गांव को निकल गए । दो दिन गांव में रहने के बाद वापस घर आने के क्रम में पहले से घात लगाए प्रदीप ने इस घटना को अंजाम दे डाला और प्रसंजीत को गोली मारी । जिससे घटना स्थल पर ही उसकी मौत हो गई । गोली प्रसंजीत के सर में लगी । घटना की जानकारी मिलते ही प्रसंजीत के परिजन घटना स्थल पर पहुचे । वही पुलिस भी घटनास्थल पर पहुँच शव को अपने कब्जे में ले पोस्टमार्टम के लिए सदर अस्पताल लाया । प्रसंजीत को क्या पता था कि जिस दोस्ती और यारी पर वह परिवार से बीबी अधिक भरोसा करता है वह रक दिन उसकी हत्या कर देगा । फिलहाल घटना के बाद से प्रदीप गांव से फरार है । पुलिस उसकी तलाश कर रही है । प्रसंजीत तीन भाई था । यह सबसे छोटा था । परिजन का रो रोकर बुरा हाल है ।
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BYTE--- संजीत दास ( मृतक का भाई )
BYTE--- नथन पासवान ( पुलीस )


Conclusion:लोग विश्वास करे तो किस पर करे । जब दोस्त ही हत्यारा बन जाये ।
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