पटना: राजधानी के बुद्धा कॉलोनी थाना क्षेत्र के किदवईपुरी इलाके से रविवार रात को रंजीत कुमार पांडेय नाम के युवक को अगवा कर लिया गया था. सूचना मिलने पर बुद्धा कॉलोनी थाना की पुलिस रंजीत की तलाश में जुटी थी. इस बीच सोमवार को अपहृत युवक रंजीत खुद औरंगाबाद जिले के ओबरा थाना पहुंचा और जान बचाने की गुहार लगाई. उसे पटना लाने के लिए बुद्धा कॉलोनी की पुलिस ओबरा गई है.
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बुद्धा कॉलोनी के थानाध्यक्ष ने बताया कि ओबरा थाना में रंजीत के होने की खबर मिली है, जिसे लाने के लिए पुलिस ओबरा निकल गई है. पटना लाने के बाद रंजीत से इस मामले में आगे पूछताछ की जाएगी. पूछताछ के बाद ही पुलिस आगे की कार्रवाई करेगी.
खुद ओबरा थाना पहुंचा युवक
औरंगाबाद के एसपी सुधीर कुमार पोरिका ने बताया कि रंजीत खुद मदद की गुहार लगाता ओबरा थाना पहुंचा. रविवार की देर शाम उसका अपहरण हुआ था. इस बात की सूचना बुद्धा थाना की पुलिस को दी गई. पटना पुलिस रंजीत को अपने साथ ले जाएगी.
सूत्रों के अनुसार पटना से रंजीत को उठाने के बाद उसे सासाराम भी ले जाया गया था. इस मामले में भी पटना पुलिस जांच करेगी. सासाराम से लौटने के बाद उसे ओबरा थाना में छोड़ा गया. सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार रंजीत ने बताया कि उसे सिविल यूनिफॉर्म में कुछ लोगों ने उठाया था.
बीडीओ ने रंजीत पर करायी है प्राथमिकी दर्ज
गौरतलब है कि रंजीत एक सोशल एक्टिविस्ट है. इसी वजह से कई लोगों से उसका विवाद चल रहा है. यह भी जानकारी मिली है कि एक बीडीओ ने हाल ही में रंजीत पर प्राथमिकी दर्ज कराई है. सूत्रों की मानें तो बीडीओ ने सोशल साइट पर गाली देने के आरोप में प्राथमिकी दर्ज कराई है.
भारतीय सबलोग पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष व पूर्व सांसद अरुण कुमार ने बताया कि रविवार को पहली बार बैठक में रंजीत से उनकी पहली मुलाकात हुई थी. वह पार्टी में रविवार को ही जुड़े थे. रंजीत से पार्टी के मुद्दों पर बातचीत भी हुई थी.