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CM नीतीश से बोला फरियादी- 'मेरे पिता की गलती की सजा मुझे और मेरी मां को मिल रही है'

मुख्यमंत्री जनता दरबार में फरियादियों की फरियाद सुनने का सिलसिला जारी है. सीएम के दरबार में नवादा से आए एक युवक ने अपनी और अपने भाई की नौकरी को लेकर सीएम से गुहार लगाई. पढ़ें पूरी रिपोर्ट...

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Published : Oct 4, 2021, 12:53 PM IST

Updated : Oct 4, 2021, 12:59 PM IST

पटना: सीएम नीतीश कुमार (Chief Minister Nitish Kumar) के जनता दरबार (Janta Darbar) में फरियादी अपनी फरियाद लेकर पहुंच रहे हैं. जहां मुख्यमंत्री जनता दरबार में राज्य के विभिन्न जिलों से पहुंचे लोगों की समस्याओं को सुन रहे हैं. इसी बीच नवादा जिले से एक युवक मुख्यमंत्री के जनता दरबार में अपनी नौकरी की समस्या को लेकर पहुंचा.

इसे भी पढ़ें: सर, भ्रष्टाचार उजागर किया तो मुखिया ने SC-ST मामले में फंसा दिया... हमारी रक्षा करें

जनता दरबार में फरियादी सूरज कुमार ने मुख्यमंत्री को बताया कि मैं और मेरा भाई नवादा में कंस्ट्रक्शन लाइन में इंजीनियर थे. आईबी वाले और पुलिस अधिकारियों ने हम दोनों भाई को नौकरी से निकाल दिया है. विजय यादव के छोटे बेटे का कहना है कि ये मओवादी का लड़का है, इसे नौकरी से निकाल दो.

देखें रिपोर्ट.

ये भी पढ़ें: मुख्यमंत्री जी.. दिनदहाड़े पुलिसवालों ने लुटवा दिया गोदाम, शिकायत सुनते ही सकपका गए सीएम नीतीश


'सर आप ही बताइये कि हमलोग क्या गुनाह किए है. मेरे पिता की गलती की सजा मुझे और मेरी मां को मिल रही है. मेरी मां हार्ट की मरीज हैं. वे लोग जब से हम दोनों भाई को नौकरी से निकाले हैं, तब से मेरी मां जिंदगी और मौत के बीच जूझ रही है. सर हम दोनों भाइयों को वापस से नौकरी पर रखा जाना चाहिए. सर कंपनी पांच महीने से पैसा रोक कर रखी है.'- फरियादी

मुख्यमंत्री ने फरियादी से पूछा कि जहां काम कर रहे थे, वहां से आपको कौन निकाल दिया? जिसपर फरियादी ने बताया कि कंपनी के अधिकारियों का कहना है कि आईबी और पुलिस अधिकारियों के दबाव से निकाला गया है. फरियादी सूरज कुमार ने कहा कि सर मैं आर्थिक रूप से कमजोर हो गया हूं.

फरियादी की समस्या को गंभीरता से लेते हुए मुख्यमंत्री ने संबंधित अधिकारी को फोन लगाकर मामले की जानकारी ली. इसके साथ ही यह भी सवाल किया कि पिता मओवादी होने से बेटे को नौकरी से क्यों निकाला गया. इसके साथ ही मुख्यमंत्री ने अधिकारी से फरियादी सूरज कुमार की समस्या सुनने की बात कही.

बता दें कि अक्‍टूबर महीने के पहले सोमवार के लिए तय कार्यक्रम के अनुसार आज मुख्यमंत्री पुलिस व जमीन से जुड़े मामले सुने रहे हैं. जनता दरबार में गृह विभाग, राजस्व एवं भूमि सुधार, कारा, मद्य निषेध, उत्पाद एवं निबंधन, निगरानी, खान एवं भूतत्व और सामान्य प्रशासन विभाग से जुड़ी शिकायतें सुनी जाती हैं. इसके लिए पहले से ही आनलाइन रजिस्‍ट्रेशन कराना जरूरी है.

दरअसल, जनता के दरबार में मुख्यमंत्री कार्यक्रम प्रत्येक महीने के पहले तीन सोमवार को आयोजित होता है. एक दिन में मुख्यमंत्री कई लोगों से मिलते है और उनकी समस्याएं सुनते है. हर सोमवार को अलग-अलग विभाग की समस्याएं ली जाती है. जनता दरबार में जिस दिन जिस विभाग की समस्या सुनी जाती है, उस दिन उस विभाग के तमाम पदाधिकारी और मंत्री मौजूद रहते हैं.

प्रथम सोमवार : गृह राजस्व एवं भूमि सुधार, कारा, मद्य निषेध उत्पाद निबंधन विभाग, निगरानी विभाग और खान एवं भूतत्व विभाग के मामले लिए जाएंगे.

द्वितीय सोमवार : स्वास्थ्य, शिक्षा, समाज कल्याण, पिछड़ा अति पिछड़ा विभाग, विज्ञान एवं प्रावैधिकी, सूचना प्रावैधिकी कला संस्कृति, वित्त, श्रम संसाधन व अन्य विभाग.

तृतीय सोमवार : ग्रामीण विकास, ग्रामीण कार्य, पंचायती राज, ऊर्जा, पथ निर्माण, पीएचईडी, गन्ना विकास, सहकारिता, पशु व मत्स्य संसाधन, जल संसाधन, लघु जल संसाधन, नगर विकास, सूचना एवं जन संपर्क विभाग, वन एवं पर्यावरण, भवन निर्माण व अन्य विभाग.

जनता दरबार में कोरोना गाइडलाइन (Corona Guideline) का सख्ती से पालन किया जा रहा है. बाहर से जो भी शिकायतकर्ता जनता दरबार में आ रहे हैं, उनकी कोरोना जांच के साथ वैक्सीनेशन भी किया जा रहा है. हालांकि जनता दरबार में जहां पहले बड़ी संख्या में लोग पहुंचते थे, वहीं अब कोरोना के कारण सीमित संख्या में ही लोगों को आने की अनुमति दी जा रही है.

पटना: सीएम नीतीश कुमार (Chief Minister Nitish Kumar) के जनता दरबार (Janta Darbar) में फरियादी अपनी फरियाद लेकर पहुंच रहे हैं. जहां मुख्यमंत्री जनता दरबार में राज्य के विभिन्न जिलों से पहुंचे लोगों की समस्याओं को सुन रहे हैं. इसी बीच नवादा जिले से एक युवक मुख्यमंत्री के जनता दरबार में अपनी नौकरी की समस्या को लेकर पहुंचा.

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जनता दरबार में फरियादी सूरज कुमार ने मुख्यमंत्री को बताया कि मैं और मेरा भाई नवादा में कंस्ट्रक्शन लाइन में इंजीनियर थे. आईबी वाले और पुलिस अधिकारियों ने हम दोनों भाई को नौकरी से निकाल दिया है. विजय यादव के छोटे बेटे का कहना है कि ये मओवादी का लड़का है, इसे नौकरी से निकाल दो.

देखें रिपोर्ट.

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'सर आप ही बताइये कि हमलोग क्या गुनाह किए है. मेरे पिता की गलती की सजा मुझे और मेरी मां को मिल रही है. मेरी मां हार्ट की मरीज हैं. वे लोग जब से हम दोनों भाई को नौकरी से निकाले हैं, तब से मेरी मां जिंदगी और मौत के बीच जूझ रही है. सर हम दोनों भाइयों को वापस से नौकरी पर रखा जाना चाहिए. सर कंपनी पांच महीने से पैसा रोक कर रखी है.'- फरियादी

मुख्यमंत्री ने फरियादी से पूछा कि जहां काम कर रहे थे, वहां से आपको कौन निकाल दिया? जिसपर फरियादी ने बताया कि कंपनी के अधिकारियों का कहना है कि आईबी और पुलिस अधिकारियों के दबाव से निकाला गया है. फरियादी सूरज कुमार ने कहा कि सर मैं आर्थिक रूप से कमजोर हो गया हूं.

फरियादी की समस्या को गंभीरता से लेते हुए मुख्यमंत्री ने संबंधित अधिकारी को फोन लगाकर मामले की जानकारी ली. इसके साथ ही यह भी सवाल किया कि पिता मओवादी होने से बेटे को नौकरी से क्यों निकाला गया. इसके साथ ही मुख्यमंत्री ने अधिकारी से फरियादी सूरज कुमार की समस्या सुनने की बात कही.

बता दें कि अक्‍टूबर महीने के पहले सोमवार के लिए तय कार्यक्रम के अनुसार आज मुख्यमंत्री पुलिस व जमीन से जुड़े मामले सुने रहे हैं. जनता दरबार में गृह विभाग, राजस्व एवं भूमि सुधार, कारा, मद्य निषेध, उत्पाद एवं निबंधन, निगरानी, खान एवं भूतत्व और सामान्य प्रशासन विभाग से जुड़ी शिकायतें सुनी जाती हैं. इसके लिए पहले से ही आनलाइन रजिस्‍ट्रेशन कराना जरूरी है.

दरअसल, जनता के दरबार में मुख्यमंत्री कार्यक्रम प्रत्येक महीने के पहले तीन सोमवार को आयोजित होता है. एक दिन में मुख्यमंत्री कई लोगों से मिलते है और उनकी समस्याएं सुनते है. हर सोमवार को अलग-अलग विभाग की समस्याएं ली जाती है. जनता दरबार में जिस दिन जिस विभाग की समस्या सुनी जाती है, उस दिन उस विभाग के तमाम पदाधिकारी और मंत्री मौजूद रहते हैं.

प्रथम सोमवार : गृह राजस्व एवं भूमि सुधार, कारा, मद्य निषेध उत्पाद निबंधन विभाग, निगरानी विभाग और खान एवं भूतत्व विभाग के मामले लिए जाएंगे.

द्वितीय सोमवार : स्वास्थ्य, शिक्षा, समाज कल्याण, पिछड़ा अति पिछड़ा विभाग, विज्ञान एवं प्रावैधिकी, सूचना प्रावैधिकी कला संस्कृति, वित्त, श्रम संसाधन व अन्य विभाग.

तृतीय सोमवार : ग्रामीण विकास, ग्रामीण कार्य, पंचायती राज, ऊर्जा, पथ निर्माण, पीएचईडी, गन्ना विकास, सहकारिता, पशु व मत्स्य संसाधन, जल संसाधन, लघु जल संसाधन, नगर विकास, सूचना एवं जन संपर्क विभाग, वन एवं पर्यावरण, भवन निर्माण व अन्य विभाग.

जनता दरबार में कोरोना गाइडलाइन (Corona Guideline) का सख्ती से पालन किया जा रहा है. बाहर से जो भी शिकायतकर्ता जनता दरबार में आ रहे हैं, उनकी कोरोना जांच के साथ वैक्सीनेशन भी किया जा रहा है. हालांकि जनता दरबार में जहां पहले बड़ी संख्या में लोग पहुंचते थे, वहीं अब कोरोना के कारण सीमित संख्या में ही लोगों को आने की अनुमति दी जा रही है.

Last Updated : Oct 4, 2021, 12:59 PM IST
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