पटना: बिहार के सात जिलों की हवा जहरीली (Bihar air is poisonous) होती जा रही है. इतनी जहरीली कि विश्व के 50 शहरों में इसका नाम शामिल है. विश्व के 50 सबसे अधिक प्रदूषित शहरों की सूची में दरभंगा, पटना, छपरा, गया, हाजीपुर, मुजफ्फरपुर और भागलपुर शामिल है. बता दें कि हवा में प्रदूषण की जांच करने वाली स्विस एजेंसी IQ एयर ने वर्ल्ड एयर क्वालिटी रिपोर्ट जारी की है. इसमें 131 देशों का डेटा लिया गया था.
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हवा दूषित हो रहीः बिहार प्रदूषण बोर्ड के चेयरमैन अशोक घोष का कहना है कि जिस तरह से हवा दूषित हो रही है उसको लेकर के सरकार के तरफ से कई कदम उठाये गये हैं. लोगों से भी अपील की गयी है कि जो लोग भी वाहन चलाते हैं वे लोग सरकारी नियमों के अनुसार मेंटेन करें. हवा का दूषित होना सभी लोगों के लिए हानिकारक है. सभी लोग प्रयास करेंगे तो निश्चित तौर पर प्रदूषण पर अंकुश लगाया जा सकता है. बिहार में खराब हो रही हवा की गुणवत्ता पर पर्यावरणविद विद्यार्थी विकास ने चिंता जतायी है.
ध्यान देने की जरूरत: विद्यार्थी विकास ने कहा कि यह काफी चिंतनीय है. उन्होंने कहा कि पुरानी गाड़ियां जो काफी धुंआ देती है उससे हवा दूषित हो रही है. कंस्ट्रक्शन का जो काम चल रहा है उससे भी हवा दूषित हो रही है. लोगों के द्वारा बड़े-बड़े अपार्टमेंट बनाए जा रहे हैं, उसको घेर कर तैयार कराया जाए तो हद तक रोका जा सकता है. कंस्ट्रक्शन के काम में धूल में कण होते हैं उसे हवा प्रदूषित होती है. इस पर विशेष ध्यान देने की जरूरत है.
"सरकार ने पुरानी गाड़ियों के शहर में चलने पर रोक लगाई है लेकिन हकीकत कुछ और है. अभी भी पुरानी गाड़ियां दौड़ रही हैं, जो जहरीली धुंआ देती है. आसपास के लोगों को परेशानी होती है. हवा को दूषित करती है. इस पर पुलिस प्रशासन को भी जागरूकता के साथ कार्यक्रम चलाना चाहिए. पुरानी गाड़ियों को शहर में चलने से रोका जाना चाहिए"- विद्यार्थी विकास, पर्यावरणविद