पटना: बिहार की राजधानी पटना (Patna) में 'जनता दरबार' कार्यक्रम के आयोजन का आज दूसरा सोमवार है. 'जनता दरबार' में सीएम नीतीश कुमार (CM Nitish Kumar) 5 साल बाद उपस्थित हुए हैं. इस दौरान वे कोविड-19 प्रोटोकॉल का पालन करते हुए लोगों से रूबरू हो रहे हैं. मुख्यमंत्री पथ निर्माण, उर्जा, ग्रामीण विकास, ग्रामीण कार्य, वन और पर्यावरण सहित कई विभागों की शिकायतें सुन रहे हैं.
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बता दें कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने जनता दरबार (Janta Darbar) का सिलसिला पिछले सप्ताह से फिर शुरू किया है. जनता दरबार दोबारा शुरू करने के बाद नीतीश आज दूसरी बार (Second Day Of Janata Darbar) कई विभागों से जुड़ी शिकायतों को सुन रहे हैं. इसके लिए पहले ही फरियादियों का रजिस्ट्रेशन हो चुका है. सभी फरियादी कोरोना टेस्ट के बाद ही जनता दरबार में लाए जा रहे हैं.
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'आंगनबाड़ी में नौकरी के लिए सीएम दरबार पहुंचे हैं. इस उम्मीद से आए हैं कि मुख्यमंत्री कुछ सहारा करेंगे. रजिस्ट्रेशन को एक सप्ताह हो गया लेकिन अभी तक मैसेज नहीं आया. फॉर्म में देना चाहिए कि जनता दरबार के लिए कॉल या मैसेज जाएगा. मुख्यमंत्री कहते हैं कि दिव्यांग के लिए बहुत कुछ किया जा रहा है लेकिन ऐसा कुछ नहीं है. 400 रुपये से हमलोग कितने दिन खाना खाएंगें.' -मीना देवी, फरियादी
जनता दरबार में उन्हीं लोगों को बुलाया जाता है जिनका पहले से रजिस्ट्रेशन, वैक्सीनेशन और कोरोना टेस्ट हो चुका है. लेकिन कई ऐसे लोग भी पहुंच रहे हैं जिन्होंने रजिस्ट्रेशन नहीं करवाया है. इन फरियादियों में बड़ी संख्या में महिलाएं शामिल हैं. ये महिलाएं बड़े ही उम्मीद से मुख्यमंत्री से मिलने पहुंची हैं. लेकिन जानकारी नहीं होने के कारण उन्हें परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. जागरूकता को लेकर प्रशासन की ओर से कई बैनर और पोस्टर भी लगाए गए हैं. इसके साथ ही लगातार लोगों को जानकारी भी दी जा रही है.