ETV Bharat / state

बिहार के 4% थानों में महिला थानाध्यक्ष, ट्रेनिंग के बाद सभी थानों में तैनात होंगी महिला पुलिसकर्मी: ADG - बिहार के 4% थानों में महिला थानाध्यक्ष

बिहार पुलिस फोर्स में महिलाओं की भागीदारी बढ़ी है. लेकिन जल्द ही महिला पुलिस कर्मियों की तैनाती थानों में की जाएगी इसकी तैयारी हो रही है. फिलहाल बिहार के थानों में महिला थानाध्यक्षों की भागीदारी 4 फीसदी है. पुलिस मुख्यालय के एडीजी जितेंद्र सिंह गंगवार (ADG Jitendra Singh Gangwar) ने यह जानकारी दी है. पढ़िए पूरी खबर..

Women police personnel will be deployed in all Bihar police stations
Women police personnel will be deployed in all Bihar police stations
author img

By

Published : Feb 19, 2022, 2:21 PM IST

पटना: बिहार पुलिस फोर्स में महिलाओं की लगातार बढ़ती संख्या (Number of women increased in Bihar Police Force) को देखते हुए पुलिस मुख्यालय ने निर्णय लिया है कि रैंक के हिसाब से बिहार पुलिस में तैनात सिपाही से लेकर दारोगा रैंक की महिलाओं को पदस्थापित किया जाएगा. पुलिस मुख्यालय के एडीजी जितेंद्र सिंह गंगवार के मुताबिक फिलहाल वर्तमान में बिहार के 4% थानों में महिला थाना अध्यक्ष हैं. बिहार के सभी जिलों में महिला थाना (Bihar police stations ) में महिला थाना अध्यक्ष भी हैं. इसके साथ सभी जिले के थानों में महिला हेल्प डेस्क भी शुरुआत की जा रही है.

पढ़ें- बिहार में महिला पुलिसकर्मियों की संख्या देश में सबसे ज्यादा, ये राज्य रह गए पीछे

एडीजी ने कहा कि, सभी थानों में महिला पुलिसकर्मी (Women police personnel In bihar) की तैनाती की जाएगी ताकि थानों में शिकायत लेकर आने वाली महिलाओं को किसी भी तरह समस्या ना हो सके. थाना भवन में महिला पुलिस पुलिसकर्मियों के सुख सुविधा के लिए शौचालय से लेकर सभी व्यवस्था अलग से की जाएगी. हालांकि विगत दिनों में महिला सिपाही की आंकड़े तो जरूर बढ़े हैं लेकिन महिला दारोगा की संख्या में अभी भी कमी है. वर्तमान में इसे जल्द ही भरा जाएगा.

पढ़ें- बिहार में सभी थानों के खुलेंगे बैंक अकाउंट, सामान्य खर्च के लिए दी जाएगी मुख्यालय से राशि

आपको बता दें कि राज्य में कुल 1067 थाने हैं. अगर ओपी और थानों की कुल संख्या की बात करें तो यह करीब 1300 हैं. जिसमें महिला दारोगा और थानेदार की तैनाती (bihar police lady staff) की पहल राज्य सरकार के निर्देश के बाद तेज कर दी गई है. लेकिन तमाम कोशिशों के बाद भी प्रत्येक थाना एवं ओपी में कम से कम एक महिला दारोगा या थानेदार को तैनात में मुश्किलें उत्पन्न हो रही है. हालांकि बिहार पुलिस में सिपाही स्तर की महिला पुलिसकर्मियों में बढ़ोतरी जरूर हुई है. लेकिन दारोगा स्तर में महिलाओं की अभी भी कमी है.

पुलिस मुख्यालय का कहना है कि, आगामी 3 से 4 वर्षों में इसकी कमी भी पूरी कर दी जाएगी. मौजूदा वक्त में करीबन 23,000 महिला पुलिसकर्मी बिहार पुलिस में हैं. राज्य सरकार की अनुशंसा के बाद पुलिस मुख्यालय बिहार के सभी थानों में महिला हेल्प डेस्क बनाने जा रही है. इसका मुख्य मकसद है कि थानों में आने वाली महिलाएं अपनी शिकायत पुरुष पुलिसकर्मी के समक्ष रखने में असहज महसूस करती हैं जिस वजह से महिला डेस्क पर महिला पुलिसकर्मी रहेंगी. इससे महिला शिकायतकर्ता महिला पुलिसकर्मी के समक्ष अपनी बातों को सहज तरीके से रख सकती हैं.

पढ़ेंः बिहार के सभी जिलों में होगा बालमित्र थाना का निर्माण, महिला अपराध की जांच के लिए स्‍पेशल टीम का गठन

आपको बता दें कि देशभर में बिहार पहला ऐसा राज्य बना है जहां महिला पुलिस की तादाद पुलिस फोर्स में सबसे अधिक है. महिला पुलिस कर्मियों की ट्रेनिंग के लिए ट्रेनिंग सेंटर पर व्यवस्था की गई है. उनके लिए स्नानघर के साथ-साथ टॉयलेट और बैरक की समुचित व्यवस्था की गई है. इसके साथ-साथ जब यह थानों में पदस्थापित होंगी तो थाना बिल्डिंग में भी इनके लिए समुचित व्यवस्था होगी. पुलिस बिल्डिंग कॉरपोरेशन से भी इस बाबत बातचीत की जा रही है.

पढ़ें- अब दुश्मनों का काल बनेंगी बिहार की 'लेडी कमांडो', जानिए इनकी खासियत

"बिहार पुलिस फोर्स में महिलाओं की भागीदारी बढ़ सके और कमियों को दूर करने की दिशा में काम हो रहा है. करीबन 800 महिला दारोगा और सार्जेंट की ट्रेनिंग पूरी हो चुकी है. जिन्हें जल्द ही ट्रेनिंग होने के बाद फील्ड में उतारा जाएगा. इसके साथ-साथ 700 महिला दारोगा की भी ट्रेनिंग जल्द ही शुरू होने जा रही है. जिससे बिहार पुलिस फोर्स में महिलाओं की भागीदारी बढ़ेगी."- जितेंद्र सिंह गंगवार, एडीजी, पुलिस मुख्यालय

विश्वसनीय खबरों को देखने के लिए डाउनलोड करें ETV BHARAT APP


पटना: बिहार पुलिस फोर्स में महिलाओं की लगातार बढ़ती संख्या (Number of women increased in Bihar Police Force) को देखते हुए पुलिस मुख्यालय ने निर्णय लिया है कि रैंक के हिसाब से बिहार पुलिस में तैनात सिपाही से लेकर दारोगा रैंक की महिलाओं को पदस्थापित किया जाएगा. पुलिस मुख्यालय के एडीजी जितेंद्र सिंह गंगवार के मुताबिक फिलहाल वर्तमान में बिहार के 4% थानों में महिला थाना अध्यक्ष हैं. बिहार के सभी जिलों में महिला थाना (Bihar police stations ) में महिला थाना अध्यक्ष भी हैं. इसके साथ सभी जिले के थानों में महिला हेल्प डेस्क भी शुरुआत की जा रही है.

पढ़ें- बिहार में महिला पुलिसकर्मियों की संख्या देश में सबसे ज्यादा, ये राज्य रह गए पीछे

एडीजी ने कहा कि, सभी थानों में महिला पुलिसकर्मी (Women police personnel In bihar) की तैनाती की जाएगी ताकि थानों में शिकायत लेकर आने वाली महिलाओं को किसी भी तरह समस्या ना हो सके. थाना भवन में महिला पुलिस पुलिसकर्मियों के सुख सुविधा के लिए शौचालय से लेकर सभी व्यवस्था अलग से की जाएगी. हालांकि विगत दिनों में महिला सिपाही की आंकड़े तो जरूर बढ़े हैं लेकिन महिला दारोगा की संख्या में अभी भी कमी है. वर्तमान में इसे जल्द ही भरा जाएगा.

पढ़ें- बिहार में सभी थानों के खुलेंगे बैंक अकाउंट, सामान्य खर्च के लिए दी जाएगी मुख्यालय से राशि

आपको बता दें कि राज्य में कुल 1067 थाने हैं. अगर ओपी और थानों की कुल संख्या की बात करें तो यह करीब 1300 हैं. जिसमें महिला दारोगा और थानेदार की तैनाती (bihar police lady staff) की पहल राज्य सरकार के निर्देश के बाद तेज कर दी गई है. लेकिन तमाम कोशिशों के बाद भी प्रत्येक थाना एवं ओपी में कम से कम एक महिला दारोगा या थानेदार को तैनात में मुश्किलें उत्पन्न हो रही है. हालांकि बिहार पुलिस में सिपाही स्तर की महिला पुलिसकर्मियों में बढ़ोतरी जरूर हुई है. लेकिन दारोगा स्तर में महिलाओं की अभी भी कमी है.

पुलिस मुख्यालय का कहना है कि, आगामी 3 से 4 वर्षों में इसकी कमी भी पूरी कर दी जाएगी. मौजूदा वक्त में करीबन 23,000 महिला पुलिसकर्मी बिहार पुलिस में हैं. राज्य सरकार की अनुशंसा के बाद पुलिस मुख्यालय बिहार के सभी थानों में महिला हेल्प डेस्क बनाने जा रही है. इसका मुख्य मकसद है कि थानों में आने वाली महिलाएं अपनी शिकायत पुरुष पुलिसकर्मी के समक्ष रखने में असहज महसूस करती हैं जिस वजह से महिला डेस्क पर महिला पुलिसकर्मी रहेंगी. इससे महिला शिकायतकर्ता महिला पुलिसकर्मी के समक्ष अपनी बातों को सहज तरीके से रख सकती हैं.

पढ़ेंः बिहार के सभी जिलों में होगा बालमित्र थाना का निर्माण, महिला अपराध की जांच के लिए स्‍पेशल टीम का गठन

आपको बता दें कि देशभर में बिहार पहला ऐसा राज्य बना है जहां महिला पुलिस की तादाद पुलिस फोर्स में सबसे अधिक है. महिला पुलिस कर्मियों की ट्रेनिंग के लिए ट्रेनिंग सेंटर पर व्यवस्था की गई है. उनके लिए स्नानघर के साथ-साथ टॉयलेट और बैरक की समुचित व्यवस्था की गई है. इसके साथ-साथ जब यह थानों में पदस्थापित होंगी तो थाना बिल्डिंग में भी इनके लिए समुचित व्यवस्था होगी. पुलिस बिल्डिंग कॉरपोरेशन से भी इस बाबत बातचीत की जा रही है.

पढ़ें- अब दुश्मनों का काल बनेंगी बिहार की 'लेडी कमांडो', जानिए इनकी खासियत

"बिहार पुलिस फोर्स में महिलाओं की भागीदारी बढ़ सके और कमियों को दूर करने की दिशा में काम हो रहा है. करीबन 800 महिला दारोगा और सार्जेंट की ट्रेनिंग पूरी हो चुकी है. जिन्हें जल्द ही ट्रेनिंग होने के बाद फील्ड में उतारा जाएगा. इसके साथ-साथ 700 महिला दारोगा की भी ट्रेनिंग जल्द ही शुरू होने जा रही है. जिससे बिहार पुलिस फोर्स में महिलाओं की भागीदारी बढ़ेगी."- जितेंद्र सिंह गंगवार, एडीजी, पुलिस मुख्यालय

विश्वसनीय खबरों को देखने के लिए डाउनलोड करें ETV BHARAT APP


ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.