पटना: हर महिला के लिए मां बनना सबसे सुखद एहसास होता है. लेकिन जब महिला दिल की जन्मजात बीमारी के पीड़ित हो तो डॉक्टर और परिजन भी परेशान हो जाते हैं. औरंगाबाद के दाउदनगर के रहने वाली 32 वर्षीय महिला ने बीमारी छोड़कर अपने दिल की सुनी. उसने आज 1.8 किलो की स्वस्थ बच्ची को जन्म दिया है. पटना के बाइपास रोड स्थित फोर्ड हॉस्पिटल में स्त्री एवं प्रसूति रोग विशेषज्ञ डॉ अनीता सिंह ने महिला की सफलतापूर्वक डिलीवरी कराया है.
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डॉक्टरों ने मां नहीं बनने की सलाह दी थी: स्त्री एवं प्रसूति रोग विशेषज्ञ डॉ अनीता सिंह ने बताया कि महिला ट्राईकस्पिड एट्रोसिया नामक दिल की जन्मजात बीमारी से बचपन से पीड़ित है. महिला को मां नहीं बनने की सलाह दी थी. महिला जिस बीमारी से पीड़ित है उस बीमारी में गर्भधारण बेहद खतरनाक हो जाता है. महिला जब उनके पास आई तो वह गर्भवती थी और पेट में 4 माह का गर्भ पल रहा था.
स्वस्थ बच्ची को जन्म दिया : उन्होंने कहा कि उन लोगों ने रिस्क के साथ गर्भावस्था को आगे बढ़ाने का निर्णय लिया और समय-समय पर महिला के स्वास्थ्य की मॉनिटरिंग की. जिसके बाद 34 सप्ताह में इस महिला का सर्जरी के माध्यम से सफलतापूर्वक प्रसव करा लिया गया है. महिला ने 1.8 किलो की स्वस्थ बच्ची को जन्म दिया है. इस डिलीवरी में जाने-माने कार्डियोलॉजिस्ट और बिहार कार्डियोलॉजिस्ट एसोसिएशन के कोषाध्यक्ष डॉक्टर बीबी भारती की भी अहम भूमिका रही.
7 महीने में ही सर्जरी के माध्यम से डिलीवरी कराया: डॉ अनीता सिंह ने बताया कि जब से महिला उनके पास पहुंची उसके बाद से निरंतर उसके हृदय के स्वास्थ्य की मॉनिटरिंग की गई और जरूरी दवाइयां चलाई गई. इसके बाद गर्भधारण के साढ़े 7 महीने में ही सर्जरी के माध्यम से डिलीवरी कराया गया. महिला का दर्द बढ़ रहा था और अधिक विलंब करना खतरनाक होता इसलिए पूरी चिकित्सीय निगरानी में सर्जरी के माध्यम से प्रसव कराया गया.