पटना: बिहार विधानमंडल का शीतकालीन सत्र गुरुवार को समाप्त हो गया. आखिरी दिन कुल मिलाकर अच्छा रहा. जल जीवन हरियाली मिशन पर घंटों चर्चा हुई. जिस पर कार्यकारी सभापति हारून रशीद ने संतोष जताया. उन्होंने सभी सदस्यों का धन्यवाद किया. ये विधान परिषद का 193वां सत्र था.
सत्र में चार महत्वपूर्ण विधेयक पारित हुए. विधान परिषद के कार्यकारी सभापति ने सत्र के शांतिपूर्ण संचालन पर खुशी जताई. वहीं, विपक्ष ने सवाल उठाया कि सत्ता पक्ष केवल खानापूर्ति कर रहा है. जनता का कोई काम नहीं हो रहा है. नेता प्रतिपक्ष इस सत्र में भी नदारद रहे.
सत्र में हुई 5 बैठकें
बिहार विधान परिषद के 193वें शीतकालीन सत्र में पांच बैठकें हुई. जिनमें कुल 345 प्रश्नों को स्वीकृति प्रदान की गई थी. जिसमें से 110 प्रश्नों के जवाब दिए गए. कार्यकारी सभापति हारून रशीद ने बताया कि सत्र के दौरान चार महत्वपूर्ण विधेयक पारित किए गए हैं. जो इस प्रकार हैं:
- बिहार विनियोग अधिकाय व्यय 1982-83 एवं 2004-2005 संख्या 2 विधेयक 2019
- बिहार माल और सेवा कर संशोधन विधेयक 2019
- बिहार कराधान विवाद समाधान विधेयक 2019
- बिहार विनियोग संख्या 4 विधेयक 2019
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नेता प्रतिपक्ष की गैरमौजूदगी पर नेताओं की सफाई
विपक्ष ने शीतकालीन सत्र को पूरी तरह फ्लॉप बताया. साथ ही कहा कि इस सत्र में जनता का कोई काम नहीं हुआ. सरकार सिर्फ सवालों के जवाब देने से बचती रही. वहीं, विधान परिषद में नेता प्रतिपक्ष राबड़ी देवी की अनुपस्थिति पर आरजेडी नेता सुबोध कुमार ने कहा कि उनकी तबीयत खराब है, इसलिए वे सदन में नहीं आई. वो सत्र कभी नहीं छोड़ती हैं.