पटना: बिहार विधानसभा का शीतकालीन सत्र 13 दिसंबर से शुरू (winter session of bihar assembly) हो रहा है. इसकी तैयारी हो चुकी है. विधानसभा अध्यक्ष ने सर्वदलीय बैठक कर जहां सभी दलों से सहयोग की अपील की है तो वहीं अधिकारियों के साथ भी बैठक कर कई दिशा निर्देश दिये हैं. कुढ़नी विधानसभा उपचुनाव जीतने के बाद बीजेपी और आरजेडी के साथ विधानसभा में सबसे बड़ी पार्टी बन गई है. आरजेडी के भी 78 विधायक हैं और बीजेपी के भी 78 विधायक हो गए हैं.
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सरकार को घेरने की तैयारीः विधानसभा में शीतकालीन सत्र के दौरान बीजेपी नौकरी और रोजगार के साथ बढ़ते अपराध के मुद्दे पर सरकार को घेरने की रणनीति तैयार की है. कुढ़नी विधानसभा उपचुनाव में मिली हार के बाद बीजेपी नीतीश कुमार से इस्तीफे की भी मांग की तैयारी कर रही है. विधानसभा सत्र के पहले दिन विधानसभा अध्यक्ष का संबोधन होगा. कुढ़नी विधानसभा उपचुनाव में विजयी बीजेपी के उम्मीदवार शपथ लेंगे. शोक प्रस्ताव के बाद सदन की कार्यवाही स्थगित हो जाएगी. 14 दिसंबर से प्रश्नकाल शून्यकाल और ध्यानकर्षण में सरकार को जवाब देना होगा. द्वितीय अनुपूरक बजट भी पेश होगा. इसे सरकार सदन में चर्चा के बाद कराएगी.
दोनों तरफ से है तैयारीः बीजेपी के फायर ब्रांड विधायक हरी भूषण ठाकुर ने कहा है कि किसानों के मुद्दे पर, अपराध के मुद्दे पर हम सरकार से जवाब लेंगे. वहीं बीजेपी विधायक अरुण शंकर ने कहा कि कुढ़नी विधानसभा उपचुनाव में हार के बाद नीतीश कुमार से हम लोग इस्तीफे की मांग करेंगे. महा गठबंधन सरकार में प्रमुख भागीदार आरजेडी के विधायक रामानुज प्रसाद का कहना है बीजेपी कुढ़नी चुनाव जीतने के बाद हम लोगों के बराबर सदस्य संख्या विधानसभा में हो गई है, लेकिन किसी तरह का कोई दबाव नहीं है. सरकार जवाब देने के लिए तैयार है.
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'नौकरी और रोजगार के साथ बढ़ते अपराध के मुद्दे पर सरकार से सवाल पूछे जाएंगे. किसानों के मुद्दे पर, अपराध के मुद्दे पर हम सरकार से जवाब लेंगे. सरकार जवाब देने से भाग रही है'- हरी भूषण ठाकुर, विधायक
बीजेपी कितना सरकार को घेर पातीः वहीं कांग्रेस विधायक शकील अहमद का कहना है एनडीए सरकार से बेहतर यह सरकार काम कर रही है. अभी 4 महीना भी पूरा नहीं हुआ है. लेकिन वादों को पूरा कर रही है. जबकि माले के विधायक सरकार का समर्थन जरूर कर रहे हैं लेकिन जनहित के मुद्दे पर धरना प्रदर्शन और अन्य माध्यमों से अपनी बात सरकार के सामने रखने की बात कर रहे हैं. सदन में अब आरजेडी के साथ बीजेपी सबसे बड़ा दल हो गई है. विपक्ष में एआईएमआईएम भी सरकार को महत्वपूर्ण मौके पर समर्थन करती रही है. ऐसे में बीजेपी विपक्ष में इकलौता दल है. ऐसे में देखना होगा कि बीजेपी कितना सरकार को घेर पाती है.