पटना : कोरोना वायरस को लेकर कई तरह की बातें कही जा रही है. लोगों के मन में इसको लेकर भय व्याप्त हो गया है. धीरे-धीरे अब यह भारत में भी पैर पसारने लगा है. बिहार में भी इसके संदिग्ध मिल रहे हैं. हालांकि गनीमत यह है कि अभी तक कोई भी पॉजीटिव केस नहीं आया है.
बिहार में कोरोना वायरस की मौजूदा स्थिति
- कोरोना वायरस को लेकर राज्य सरकार ने बिहार-नेपाल बॉर्डर पर विशेष एहतियात बरतने के निर्देश दिए हैं. पटना और गया एयरपोर्ट पर भी डॉक्टरों की टीम तैनात की गई है.
- स्वास्थ्य विभाग के प्रधान सचिव संजय कुमार ने बताया कि अब कोरोना वायरस सैंपल की जांच के लिए पटना के आरएमआरआई में ही सारी व्यवस्था हो गई है. पहले सैंपल की जांच के लिए पुणे और कोलकाता रिसर्च सेंटर भेजा जा रहा था. 2 दिन पहले ईरान से 14 यात्री बिहार आए हैं जिन्हें सर्विलांस पर रखा गया है. इनमें से 13 यात्रियों को घर पर ही अकेले कमरे में रहने की हिदायत दी गई है.
- स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडे ने कहा कि सरकार पूरी तरह सजग है. इससे पैनिक होने की जरूरत नहीं है.
अलर्ट पर है निगरानी तंत्र
वायरस संक्रमण को रोकने के लिए हवाई अड्डों सहित अन्य प्रवेश मार्गों पर मजबूत निगरानी तंत्र अलर्ट पर है. संभावित मरीजों को चिकित्सा निगरानी में रख कर उनकी बारीकी से जांच की जा रही है. पटना और गया एयरपोर्ट पर डॉक्टरों की टीम तैनात की गई है. साथ ही हेल्पलाईन नंबर भी जारी किया गया है.
इन देशों की यात्रा से बचें:
चीन, जापान, कोरिया और थाईलैंड
कोरोना के बढ़ते खतरे के मद्देनजर अब लोग काफी सावधानी बरत रहे हैं. ऐसे में हम आपको कोरोना से जुड़ी कुछ महत्वपूर्ण जानकारी दे रहे हैं. आइए जानते हैं इस वायरस से जुड़ी जानकारी के बारे में:
क्या है कोरोना वायरस?
कोरोना वाइरस सी-फूड से जुड़ा है और इसकी शुरुआत चाइना के हुवेई प्रांत के वुहान शहर के एक सी-फूड बाजार से ही हुई मानी जा रही है. खास बात यह है कि ये वायरस ना केवल इंसानों बल्कि पशुओं को भी अपना शिकार बना रहा है.
कैसे फैलता है?
यह वायरस परिवार के लोगों में एक से दूसरे के संक्रमण में आने से फैल सकता है. किसी संक्रमित व्यक्ति के छूने और फिर आपके मुंह, नाक या आंखों को छूने से भी वायरस का संक्रमण हो सकता है.
छींकने या खांसने से क्या होता है?
अगर कोरोना से संक्रमित कोई व्यक्ति खांसता या छींकता है तो उस प्रक्रिया में उसके मुंह या नाक से कुछ बूंदें गिरती हैं, इनसे कोरोना का संक्रमण हो सकता है.
कोरोना वायरस के लक्षण
'कोविड-19' का संक्रमण लगने के बाद बीमारी का कोई स्पष्ट लक्षण सामने नहीं आया है. लेकिन, दूसरे लोगों को संक्रमण फिर भी लगा. आम तौर पर इसके वही लक्षण देखने में आते हैं जो फ्लू के समय भी दिखायी पड़ते हैं.
- सांस लेने में दिक्कत, गले में दर्द, जुकाम, खांसी और बुखार होता है.
- शरीर में दर्द और जकड़न.
- यह बुखार निमोनिया का रूप ले सकता है.
- निमोनिया किडनी से जुड़ी कई तरह की दिक्कतों को बढ़ा सकता है.
कैसे बचें कोरोना से?
संक्रमण के संदेह वाले व्यक्ति के साथ-साथ उसके परिवार के लोगों और पिछले दिनों में उसके संपर्क में आये सभी लोगों को, सावधानी के तौर पर, दो सप्ताह तक उनके अपने घरों में ही इस तरह अलग-थलग रहने-रखने के लिए कहा जा रहा है, ताकि किसी और को बीमारी का संक्रमण नहीं लगे.
- घर पर रहें और भीड़ से बचें और दूसरों से ना संपर्क करें.
- जब आप खांसते या छींकते हैं, तो अपने मुंह और नाक को ढंक लें.
- यात्रा के बाद घर पहुंचते ही सबसे पहले दोनों हाथ अच्छी तरह धोयें.
- तबीयत बिगड़ने पर घर पर ही रहें और डॉक्टर या नज़दीकी स्वास्थ्य केंद्र को फ़ोन करें.
'कोविड-19' के वायरस से बचाव का फिलहाल कोई टीका नहीं है और न कोई एन्टीबायोटिक दवा उसे ठीक कर सकती है. हालांकि, विश्व स्वास्थ्य संगठन का कहना है कि क़रीब 80 प्रतिशत लोग बिना किसी ख़ास उपचार के ठीक हो जाते हैं.