पटना: जल जीवन हरियाली अभियान शुरू करने से पहले मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने बिहार में जितनी भी जल संरचनाएं हैं, उसका एक सर्वेक्षण करवाया. इसके लिए एयर सर्वे से भी की गई. कुल मिलाकर 1 लाख 32 हजार से अधिक जल संरचनाओं को चिन्हित किया गया. जिसमें 93 हजार को अतिक्रमण मुक्त कराया जाएगा. साथ ही 3 लाख कुओं की भी पहचान की गई.
अधिकारी ने दी जानकारी
ग्रामीण विकास विभाग के सचिव अरविंद चौधरी का कहना है जल जीवन हरियाली एक बड़ा अभियान है. इस अभियान के तहत हवाई सर्वेक्षण की मदद से 1 लाख 32 हजार जल संरचनाओं को चिन्हित किया गया है. जिसमें से 93 हजार से अधिक का सर्वेक्षण हो चुका है. वहीं, 31260 संरचनाओं को जीर्णोद्धार कराया जाएगा. ग्रामीण विकास विभाग के सचिव का ये भी कहना है कि तीन लाख से अधिक कुओं को चिन्हित किया गया है. जिसमें एक लाख 31 हजार से अधिक कुओं का सर्वेक्षण हो चुका है. साथ ही 4242 को अतिक्रमण मुक्त कराया जाएगा और 28 हजार का जीर्णोद्धार करने की योजना है.
1 लाख से अधिक तालाबों का हुआ सर्वेक्षण
इसी तरह 1 लाख 32 हजार से अधिक तालाबों के साथ बड़ी संख्या में पोखर और आहर का भी सर्वेक्षण हो चुका है. उसे अतिक्रमण मुक्त कराया जाएगा और जीर्णोद्धार भी होगा. बता दें कि नदियों और अन्य जल स्त्रोतों पर भी सरकार सर्वेक्षण और अन्य कार्य कर रही है. इसमें ग्रामीण विकास विभाग और जल जीवन हरियाली का नोडल विभाग शामिल है. ऐसे में इस अभियान में राजस्व एवं भूमि विकास विभाग, लघु जल संसाधन विभाग और कृषि विभाग की भूमिका अहम है.
'बारीकी से हो रहा सर्वेक्षण'
ग्रामीण विकास विभाग के सचिव अरविंद चौधरी ने बताया कि सर्वेक्षण का काम बहुत ही बारीकी से किया गया है. उन्होंने बताया कि ग्राउंड लेवल पर भी सत्यापन किया गया है और उसके बाद जल संरचनाओं की रिपोर्ट तैयार की गई. जिसे ऐप में डाला गया है.
अतिक्रमण मुक्त होगा पोखर
राजस्व एवं भूमि विकास विभाग के मंत्री रामनारायण मंडल का कहना है कि बड़ी संख्या में आहर पोखरों की पहचान कर ली गई है. उसे पूरी तरह अतिक्रमण मुक्त कराया जाएगा. उन्होंने बताया कि इसके बाद खुदाई का काम भी होगा और यह पंचायत स्तर पर चलेगा.
योजना के तहत होंगे इतने रुपये खर्च
बता दें कि मुख्यमंत्री जल जीवन हरियाली यात्रा शुरू कर चुके हैं. दूसरे चरण में गुरुवार को वह दरभंगा, समस्तीपुर और मधुबनी जाएंगे. वहीं, तीसरा चरण की यात्रा 16 से 20 दिसंबर के बीच है. जिसमें नीतीश कुमार गया, औरंगाबाद, रोहतास और भभुआ का यात्रा करेंगे. बता दें कि इस यात्रा के दौरान नीतीश कुमार अतिक्रमण मुक्त कराए गए जल संरचनाओं का निरीक्षण कर रहे हैं. साथ ही जीर्णोद्धार किए गए जल संरचनाओं का उद्घाटन भी कर रहे हैं. इस अभियान में सरकार मिशन मोड में काम कर रही है. इस पर 3 साल में 24500 करोड़ की राशि खर्च की जानी है.