पटना: बिहार के कई जिलों में नदियों के बढ़ते जलस्तर से बाढ़ आ गई है. मुजफ्फरपुर, मोतिहारी, दरंभगा और सीतामढ़ी सहित 13 जिले बाढ़ की चपेट में है. इन जिले के लोगों को काफी परेशानी हो रही है. गांगा, महानंदा, बूढ़ी गंडक, बागमती, और कोसी सहित उत्तर बिहार की कई नदियां उफान पर है. ये नदियां खतरे के निशान से ऊपर बह रही है. इससे लोगों में डर समाया है. वहीं, कुछ नदियां खतरे के निशान से नीचे बह रही हैं. लेकिन उसे जलस्तर में वृद्धि हो रही है.
जल संसाधन विभाग के अनुसार कई नदियों का जलस्तर खतरे के निशान से ऊपर है
- गंगा नदी का जलस्तर साहेबगंज में खतरे के निशान से 4 सेंटीमीटर और कहलगांव में 7 सेंटीमीटर नीचे है. जबकि फरक्का में खतरे के निशान से 50 सेंटीमीटर ऊपर है.
- गंगा नदी का जलस्तर हाथीदह में खतरे के निशान से 96 सेंटीमीटर नीचे है.
- घाघरा नदी का जलस्तर दरौली में खतरे के निशान से 21 सेंटीमीटर नीचे है.
- गंडक नदी का जलस्तर डुमरिया घाट में खतरे के निशान से 134 सेंटीमीटर ऊपर और रेवा घाट में 3 सेंटीमीटर नीचे है.
- बूढ़ी गंडक का जलस्तर रोसड़ा में 372 सेंटीमीटर, लालबेगिया घाट में 68 सेंटीमीटर, समस्तीपुर में 264 सेंटीमीटर, सिकंदरपुर में 138 सेंटीमीटर और खगड़िया में 72 सेंटीमीटर ऊपर है.
- बागमती नदी का जलस्तर ढेंग ब्रिज में खतरे के निशान से 44 सेंटीमीटर, रुन्नीसैदपुर में 207 सेंटीमीटर, बेनीबाद में 96 सेंटीमीटर और हायाघाट में 215 सेंटीमीटर ऊपर है.
- अधवारा समूह नदी का जलस्तर कमतौल में खतरे के निशान से 71 सेंटीमीटर ऊपर और एकमी घाट में 193 सेंटीमीटर ऊपर है.
- कमला बलान नदी का जलस्तर झंझारपुर में 92 सेंटीमीटर और जयनगर में 28 सेंटीमीटर ऊपर है.
- कोसी नदी का जलस्तर बलतारा में खतरे के निशान से 202 सेंटीमीटर और कुर्सेला में 17 सेंटीमीटर ऊपर है.
- महानंदा नदी का जलस्तर ढेंगरा घाट में खतरे के निशान से 68 सेंटीमीटर नीचे और झावा में खतरे के निशान से 69 सेंटीमीटर ऊपर है.
- परमान नदी का जलस्तर अररिया में खतरे के निशान से 53 सेंटीमीटर ऊपर है.
गंगा का जलस्तरः
जगह का नाम | खतरे का निशान | वर्तमान स्थिति |
बक्सर | 60.32 | 53.13 |
दीघाघाट | 50.45 | 48.43 |
गांधी घाट | 48.60 | 47.52 |
हाथीदह | 41.76 | 40.80 |
मुंगेर | 39.33 | 37.43 |
भागलपुर | 33.68 | 32.45 |
कहलगांव | 31.09 | 31.02 |
साहेबगंज | 27.25 | 27.21 |
फरक्का | 22.25 | 22.75 |
(सभी मीटर में)
बाढ़ से 1100 पंचायत प्रभावित
उत्तर बिहार में नदियों के उफान पर होने के कारण 15 जिलों में बाढ़ की स्थिति है. बाढ़ का पानी फैलने से 1100 से भी अधिक पंचायतों के लोग प्रभावित हैं.