पटना/नई दिल्ली: उत्तरी बिहार के पहले से ही बारिश से प्रभावित इलाकों में नेपाल के नदियों के जलग्रहण क्षेत्र में भारी बारिश के कारण बाढ़ से स्थिति और खराब होने की आशंका (Flood in Bihar) है. अधिकारियों ने मंगलवार को इसकी जानकारी दी है. केंद्रीय जल आयोग (सीडब्ल्यूसी) ने उत्तरी बिहार के इलाकों के लिए ऑरेंज अलर्ट जारी किया है.
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बिहार में जलस्तर बढ़ने की आशंका : भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) के आंकड़ों से पता चला है कि मंगलवार सुबह 8.30 बजे समाप्त हुए पिछले 24 घंटों के दौरान बिहार और उप हिमालयी पश्चिम बंगाल में बहुत भारी वर्षा हुई. सीडब्ल्यूसी के एक अधिकारी ने कहा, "नेपाल क्षेत्र में कोसी और बागमती के जलग्रहण क्षेत्र में भारी बारिश की सूचना है. इन ट्रांसबाउंड्री नदियों में जल स्तर उत्तरी बिहार में बढ़ सकता है."
बुधवार को बारिश की संभावना : आईएमडी ने बुधवार को बिहार में और इस दिन ही उप-हिमालयी पश्चिम बंगाल और सिक्किम में अत्यधिक भारी बारिश की संभावना जताई है. अधिकारियों ने कहा कि अगले 24 घंटों में उत्तराखंड, उत्तरी बिहार और उप-हिमालयी पश्चिम बंगाल और सिक्किम के कुछ वाटरशेड और पड़ोस में मध्यम जोखिम की स्थिति बनी हुई है. सीडब्ल्यूसी के अनुसार, बिहार के सुपौल जिले के बसुआ में कोसी नदी आज सुबह 48.69 मीटर के स्तर पर स्थिर (0.0 मिमी/घंटा) की प्रवृत्ति के साथ गंभीर स्थिति में बह रही है. यह खतरे के स्तर 47.75 मीटर और 0.55 मीटर से 0.94 मीटर ऊपर है, लेकिन 13 अगस्त, 2017 को दर्ज किए गए 49.24 के अपने पिछले उच्च बाढ़ स्तर (एचएफएल) से नीचे है.
अररिया में बाढ़ : अररिया में नूना नदी (Nuna River in Araria) का जलस्तर बढ़ने से कई घरों में पानी घुस गया है. सिकटी के कई गांवों में पानी घुसने की (flood in Araria) खबर है. पानी की तेज धारा से सिंघिया जाने वाली सड़क कट गई है. जिले में लोहंदरा नदी भी उफान पर है. इसका पानी खेतों में घुस गया है. कुर्साकांटा प्रखंड के रहटमीना, सौरगांव, तमकुड़ा, पलासमणि समेत कई गावों के निचले इलाकों में पानी घुस गया है. जोकीहाट से बहने वाली बकराव और परमान नदी के जलस्तर में 10 सेंटीमीटर की बढ़ोतरी हुई है.
बगहा में बाढ़ का खतरा : नेपाल के बुटवल समेत गंडक जल अधिग्रहण क्षेत्रों में हो रही बारिश के कारण गंडक नदी के जलस्तर में वृद्धि (Gandak River Water Level Increased) शुरू हो गया है. गंडक (Gandak river in Bagaha) अब लोगों को डराने लगी है. वाल्मीकिनगर गण्डक बराज नियंत्रण कक्ष द्वारा नदी में 1 लाख 32 हजार क्यूसेक पानी छोड़ा गया. लिहाजा प्रशासन ने नदी किनारे बसे लोगों को बाढ़ की संभावना को लेकर अलर्ट कर दिया है. गंडक बराज की कैपेसिटी 8 लाख क्यूसेक की है. डे और नाइट शिफ्ट में बांधों का निरीक्षण कराया जा रहा है. इसके लिए तीन शिफ्ट में कर्मियों को लगाया गया है.
बिहार के इन जिलों पर बाढ़ का खतरा : नेपाल स्थित गंडक नदी के जल अधिग्रहण क्षेत्र में भारी बारिश होने के कारण गंडक नदी के जलस्तर में भारी वृद्धि होने की संभावना है. जैसे-जैसे नेपाल में बारिश होगी वैसे वैसे गंडक नदी का जलस्तर बढ़ता चला जाएगा. नेपाल में जब भी भारी बारिश होती है उसका असर अगले 24 घंटे के बाद बगहा, बेतिया, गोपालगंज, मोतिहारी आदि जिलों में दिखने लगता है.