प्रयागराज/पटना: उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में विकासशील इंसान पार्टी (Vikassheel Insaan Party) के मुखिया मुकेश सहनी की जनसभा हुई. जिसमें बिहार सरकार के कैबिनेट मंत्री मुकेश सहनी (Cabinet Minister Mukesh Sahni) ने निषाद समाज को साधने कोशिश की. इस दौरान उन्होंने बताया कि 18 साल की उम्र में वो मुम्बई पहुंच गए थे. जहां पर उन्होंने 800 रुपये की नौकरी से जीवन की शुरुआत की थी. इसके बाद मेहनत और किस्मत के बल पर उन्होंने व्यापार शुरू किया और कामयाब होते चले गए.
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मुकेश सहनी ने कहा कि उन्होंने बिहार लौटकर उन्होंने समाज के लिए कुछ करने की सोचा और वीआईपी के सहारे निषाद समाज को उनका हक दिलाने की लड़ाई शुरू की. उन्होंने कहा कि बिहार में निषाद समाज के सहयोग से पार्टी ने सरकार बनायी है. अब उसी तरह से वो उत्तर प्रदेश में 165 सीटों पर अपने दम पर चुनाव लड़ने जा रहे हैं. इसके लिए बूथ स्तर तक पार्टी को मजबूत बनाने के लिए जनता के बीच जा रहे हैं. उन्होंने गठबंधन की संभावना से इंकार नहीं किया.
विकासशील इंसान पार्टी के अध्यक्ष मुकेश सहनी ने जनसभा में कहा कि निषाद, बिंद, केवट बिरादरी को साधने का काम किया. मैं केवट का बेटा हूं. संजय निषाद, निषाद पार्टी के नाम दुकान चला रहे हैं. 2019 के चुनाव में लोकसभा चुनाव में बेटे को सांसद बनवाया. 2022 के लिए भी उनको जो चाहिए, वो मिल गया है. वो निषाद पार्टी के नाम पर दुकान चला रहे हैं. उनकी निषाद पार्टी सिर्फ एक परिवार की पार्टी है.
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मुकेश सहनी ने कहा कि सभी राजनीतिक दलों को सरकार बनाने के लिए निषाद समाज के समर्थन की जरूरत पड़ेगी. अब निषाद समाज उसी के साथ जाएगा, जो उन्हें उसका हक देगा. निषाद समाज को साधने के लिए बिहार की वीआईपी ने जोर पकड़ लिया है. उन्होंने यहां निषाद पार्टी के अध्यक्ष पर अपने व बेटे के फायदे के लिए समझौता करने का भी आरोप लगाया.