पटना: राजधानी पटना के मसौढ़ी स्थित धनरूआ में विकास मित्र इन दिनों प्रखंड मुख्यालय के कामकाज से (Vikas Mitra angry of block headquarters) नाराज है. सरकार की सभी योजनाओं की जांच की जिम्मेवारी विकास मित्रों के कंधों पर दी गई है. गांव से लेकर प्रखंड मुख्यालय तक सभी योजनाओं की जांच करते हैं. लेकिन जब जांच पत्र जब प्रखंड मुख्यालय में आकर जमा करते हैं तो काम करने के एवज में कर्मचारी इनसे नजराना की मांग करते हैं. दरअसल सभी विकास मित्रों ने मासिक बैठक में ईटीवी भारत से अपनी बात समस्या बताई.
ये भी पढ़ें : Patna News: पटना में नर्सिंग की छात्राओं का प्रदर्शन, एडमिट कार्ड जारी करने की मांग
विकास मित्र उपेक्षित महसूस कर रहे हैं: उदासीनता के कारण सभी विकास मित्र उपेक्षित महसूस कर रहे हैं. विकास मित्र का कहना है कि हम सभी को तवज्जो नहीं दिया जाता है. मान सम्मान पर ठेस पहुंच रहा है. एक तरफ सरकार महादलित के उत्थान को लेकर गांव से लेकर शहर तक महादलित के बीच विकास मित्र की नियुक्ति की थी, लेकिन वर्तमान स्थिति में धनरूआ प्रखंड में सभी विकास मित्र को मान सम्मान की नजरों से नहीं देखा जा रहा है. उनके मान सम्मान पर ठेस पहुंच रही हैं ऐसे में सभी विकास मित्र उपेक्षित नजर आ रहे हैं.
जिला मुख्यालय पर शिकायत करेंगे: विकास मित्रों ने कहा कि अगर हाल ऐसा ही रहा तो हम सभी विकास मित्र जिला मुख्यालय पर शिकायत करेंगे. विकास मित्रों में कुमारी ममता सुमन, खुशी कुमारी, संगीता कुमारी, पवन कुमार, आदि विकास मित्रों ने प्रखंड मुख्यालय ने कई तरह की शिकायत की है. उन्होंने कहा कि जन्म प्रमाण पत्र मृत्यु प्रमाण पत्र कन्या विवाह योजना समेत कई तरह की योजनाओं की जांच की जिम्मेदारी हम सभी के कंधों पर हैं, लेकिन जांच पत्र जमा करने मुख्यालय आने के बाद वहां के कर्मी हम लोगों से समोसा और नजराना की मांग करते हैं
"सरकार महादलित के उत्थान को लेकर गांव से लेकर शहर तक महादलित के बीच विकास मित्र की नियुक्ति की थी, लेकिन वर्तमान स्थिति में धनरूआ प्रखंड में सभी विकास मित्र को मान सम्मान की नजरों से नहीं देखा जा रहा है."-खुशी कुमारी, विकास मित्र धनरूआ
"जन्म प्रमाण पत्र, मृत्यु प्रमाण पत्र, कन्या विवाह योजना समेत कई तरह की योजनाओं की जांच की जिम्मेदारी हम सभी के कंधों पर हैं. लेकिन जांच पत्र जमा करने मुख्यालय आने के बाद वहां के कर्मी हम लोगों से नजराना की मांग करते हैं." -प्रणेश कुमार, विकास मित्र धनरूआ