ETV Bharat / state

विधानसभा में हुए हंगामे पर बोले विजय सिन्हा- दोषियों पर जल्द होगी कार्रवाई

23 मार्च को बिहार विधानसभा में सुरक्षाकर्मियों और माननीयों के बीच हुई हाथापाई झड़प के बाद यह मामला तूल पकड़ता जा रहा है. वहीं, इस मामले को लेकर विधानसभा अध्यक्ष विजय सिन्हा ने कहा कि विधानसभा की गरिमा को जिनकी ओर से कलंकित किया गया है. उनके ऊपर जल्द से जल्द कार्रवाई की जाएगी.

विजय सिन्हा
विजय सिन्हा
author img

By

Published : Mar 31, 2021, 7:27 PM IST

पटना: बिहार विधानसभा में बजट सत्र के दौरान हुआ हंगामा थमने का नाम नहीं ले रहा है. सुरक्षाकर्मियों और माननीयों के बीच हुई हाथापाई झड़प के बाद यह मामला काफी तूल पकड़ लिया है. पुलिस विधायक पर विधानसभा में हंगामे के बाद नेता प्रतिपक्ष भी जमकर सरकार पर निशाना साध रहे हैं. तेजस्वी यादव लगातार मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर जुबानी जंग बरसा रहे हैं.

ये भी पढ़ें- विधानसभा हंगामा: पुलिस ने पार की थी 'लक्ष्मण रेखा', मुख्यमंत्री ने स्पीकर के पाले में डाली गेंद

वहीं, इसी कड़ी में बिहार विधानसभा के सचिव राजकुमार सिंह के रिटायर होने पर अध्यक्ष ने विदाई समारोह में भाग लिया. साथ ही पत्रकारों से बातचीत के दौरान विधानसभा अध्यक्ष विजय सिन्हा ने मारपीट की घटना को लेकर कहा कि जो लोग भी दोषी होंगे उन पर कार्रवाई करने का निर्देश दिया गया है. विधानसभा अध्यक्ष विजय सिन्हा पूरे मामले को लेकर कहा कि इस पूरे मामले को आचार समिति को दे दिया गया है. रिपोर्ट आने के बाद कार्रवाई की जाएगी.

'सदन के अंदर इतिहास स्थापित हुआ है. सदन में गरिमा के अनुकूल जो लोग अच्छे कार्य करते हैं उनको सम्मानित भी किया जाता है. वहीं, विधानसभा की गरिमा को जिनकी ओर से कलंकित किया गया है. उनके ऊपर जल्द से जल्द कार्रवाई की जाएगी.'- विजय सिन्हा, विधानसभा अध्यक्ष

ईटीवी भारत की रिपोर्ट

ये भी पढ़ें- 100 साल के इतिहास में ना भूलने वाला दर्द दे गया है बिहार विधानसभा का बजट सत्र

विधानसभा में हुआ था हंगामा
बता दें कि 23 मार्च को बिहार विशेष सशस्त्र पुलिस विधेयक 2021 सदन में पेश किया गया. काफी हंगामे के बीच उसी दिन सदन से विधेयक को पास करा लिया गया. इस दौरान विधानसभा में विधायकों ने जिस तरीके का आचरण किया और उसके बाद जो कार्रवाई हुई उससे बिहार की छवि राष्ट्रीय स्तर पर खराब हुई. अति तो तब हो गई जब बिहार पुलिस के जवानों को सदन में जाने की इजाजत दे दी गई.

ये भी पढ़ें- क्या है बिहार सशस्त्र पुलिस बल विधेयक 2021, जिस पर मचा है बवाल

पुलिसकर्मियों ने लांघी थी सीमा
विधानसभा के नियम के मुताबिक सफेद रेखा के पार पुलिसकर्मी नहीं जा सकते हैं और जो लोग जाते हैं उनके लिए सदन से पहले नोटिफिकेशन जारी किया जाता है और उन्हें मार्शल का दर्जा दिया जाता है. विपक्षी सदस्यों के हंगामे के बाद बिहार पुलिस को विधानसभा परिसर में बुलाया गया. बड़ी संख्या में महिला पुलिस भी शामिल थी और सदन की कार्यवाही शुरू होने के लिए पुलिसकर्मियों को सदन में जाना पड़ा और जबरन विधायकों को बाहर निकाला गया.

पटना: बिहार विधानसभा में बजट सत्र के दौरान हुआ हंगामा थमने का नाम नहीं ले रहा है. सुरक्षाकर्मियों और माननीयों के बीच हुई हाथापाई झड़प के बाद यह मामला काफी तूल पकड़ लिया है. पुलिस विधायक पर विधानसभा में हंगामे के बाद नेता प्रतिपक्ष भी जमकर सरकार पर निशाना साध रहे हैं. तेजस्वी यादव लगातार मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर जुबानी जंग बरसा रहे हैं.

ये भी पढ़ें- विधानसभा हंगामा: पुलिस ने पार की थी 'लक्ष्मण रेखा', मुख्यमंत्री ने स्पीकर के पाले में डाली गेंद

वहीं, इसी कड़ी में बिहार विधानसभा के सचिव राजकुमार सिंह के रिटायर होने पर अध्यक्ष ने विदाई समारोह में भाग लिया. साथ ही पत्रकारों से बातचीत के दौरान विधानसभा अध्यक्ष विजय सिन्हा ने मारपीट की घटना को लेकर कहा कि जो लोग भी दोषी होंगे उन पर कार्रवाई करने का निर्देश दिया गया है. विधानसभा अध्यक्ष विजय सिन्हा पूरे मामले को लेकर कहा कि इस पूरे मामले को आचार समिति को दे दिया गया है. रिपोर्ट आने के बाद कार्रवाई की जाएगी.

'सदन के अंदर इतिहास स्थापित हुआ है. सदन में गरिमा के अनुकूल जो लोग अच्छे कार्य करते हैं उनको सम्मानित भी किया जाता है. वहीं, विधानसभा की गरिमा को जिनकी ओर से कलंकित किया गया है. उनके ऊपर जल्द से जल्द कार्रवाई की जाएगी.'- विजय सिन्हा, विधानसभा अध्यक्ष

ईटीवी भारत की रिपोर्ट

ये भी पढ़ें- 100 साल के इतिहास में ना भूलने वाला दर्द दे गया है बिहार विधानसभा का बजट सत्र

विधानसभा में हुआ था हंगामा
बता दें कि 23 मार्च को बिहार विशेष सशस्त्र पुलिस विधेयक 2021 सदन में पेश किया गया. काफी हंगामे के बीच उसी दिन सदन से विधेयक को पास करा लिया गया. इस दौरान विधानसभा में विधायकों ने जिस तरीके का आचरण किया और उसके बाद जो कार्रवाई हुई उससे बिहार की छवि राष्ट्रीय स्तर पर खराब हुई. अति तो तब हो गई जब बिहार पुलिस के जवानों को सदन में जाने की इजाजत दे दी गई.

ये भी पढ़ें- क्या है बिहार सशस्त्र पुलिस बल विधेयक 2021, जिस पर मचा है बवाल

पुलिसकर्मियों ने लांघी थी सीमा
विधानसभा के नियम के मुताबिक सफेद रेखा के पार पुलिसकर्मी नहीं जा सकते हैं और जो लोग जाते हैं उनके लिए सदन से पहले नोटिफिकेशन जारी किया जाता है और उन्हें मार्शल का दर्जा दिया जाता है. विपक्षी सदस्यों के हंगामे के बाद बिहार पुलिस को विधानसभा परिसर में बुलाया गया. बड़ी संख्या में महिला पुलिस भी शामिल थी और सदन की कार्यवाही शुरू होने के लिए पुलिसकर्मियों को सदन में जाना पड़ा और जबरन विधायकों को बाहर निकाला गया.

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.