पटनाः मसौढ़ी के सब्जी मंडी में हरे रंग और केमिकल के जरिए बासी और सूखी सब्जियों को हरा भरा और ताजा रखने का गोरखधंधा चल रहा है. यहां व्यापारी सब्जी को एक टब मे रंग और केमिकल मिला कर सब्जी को हरा और ताजा बनाने में लगे हैं. वहीं, इस तरह की सब्जी खाने से लोग बीमार पड़ सकते है.
इतना ही नहीं यह सब्जी, अगर बाजार मे खुले रुप मे बिक्री हो गई, तो ठीक है. नहीं तो ढाबा और होटलों में औने-पौनै दाम में बेच कर सब्जी व्यवसायी अपना पूंजी निकाल लेते है. लेकिन जरा सोचिए केमिकल लगा सब्जी अगर खायेंगे. तो क्या होगा? पेट संबंधी कई रोग फैल सकते हैं.
सब्जी को केमिकल से किया जाता है हरा
करेला, लॉकी, तोरई, भिंडी, मिर्ची, शिमला मिर्च सब्जियों पर हरा रंग चढ़ाया जाता है. इनमें सबसे अधिक बिक्री करेला की होती है, क्योंकि करेला अधिक खरीदा जाता है और एक या दो दिन में सूखने लगता है. इसलिए दुकानदार सब्जी को केमिकलयुक्त रंग से हरा करते हैं.
एलर्जिक रिएक्शन होने की आशंका
सब्जी विक्रेता सड़ी सब्जियों को तरोताजा दिखाने के लिए केमिकल व रंग मिला रहे हैं. यह केमिकल और रंग स्वास्थ्य के लिए बेहद नुकसानदायक है. इस तरह की सब्जी खाने से एलर्जिक रिएक्शन होने की आशंका रहती है, जिससे लीवर व कीडनी फेल होने का खतरा रहता है.