पटना: देश भर में पेट्रोल और डीजल की कीमतों में हो रही बेतहाशा वृद्धि की वजह से हरी सब्जियों की कीमतें आसमान छू रहीं हैं. रोज दाम में हो रहे इजाफे के कारण अब लोगों की थाली से सब्जियां कम हो रही हैं. सब्जियों की कीमत में हो रही वृद्धि के चलते लोगों का बजट भी बिगड़ रहा है.
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सब्जी व्यापारियों का कहना है कि सब्जियों के दाम में वृद्धि का प्रमुख कारण तेल का दाम बढ़ना है. इन दिनों अधिकांश सब्जियां बाहर से आ रही हैं. डीजल के दाम बढ़ने से माल भाड़ा करीब 10-20 फीसदी बढ़ गया है. इसके चलते सब्जियां महंगी हो गईं हैं.
सब्जी की कीमत में हो रही वृद्धि को लेकर महिलाओं का कहना है कि अब महंगाई रुला रही है. घर चलाने में समस्या आ रही है. दिसंबर और जनवरी में हरी सब्जियों की कीमत कम थी, लेकिन फरवरी में धीरे-धीरे कीमत बढ़ रही है. अब सब्जी की कीमत इतनी अधिक हो गई है कि खरीदने का मन नहीं कर रहा.
आलू से लेकर लहसुन कीमत में उछाल
जनवरी में पटना में टमाटर जहां 20 रुपए प्रति किलो बिक रहा था, अब 30 से 40 प्रति किलो पहुंच गया है. फरवरी की शुरुआत में प्याज की कीमत 20- 25 रुपए प्रति किलो थी अब बढ़कर 40 रुपए प्रति किलो तक पहुंच गई है. लहसुन की बात करें तो कीमत 60 रुपए से बढ़कर 80 रुपए प्रति किलो हो गई है. डीजल की कीमत में वृद्धि की वजह से किराया बढ़ गया. इससे टमाटर और प्याज के ही नहीं लगभग सभी सब्जी की कीमत बढ़ गई.
डीजल के दाम बढ़ने से ट्रांसपोर्टर परेशान
केंद्रीय बजट के बाद देश भर में पेट्रोल और डीजल की कीमत बढ़ी है. हालात यह है कि डीजल की कीमत कुछ शहरों में 100 रुपए के करीब पहुंच गई है और कुछ शहरों में 87 के पार है. पटना में पेट्रोल की कीमत 92.24 रुपए प्रति लीटर और डीजल की कीमत 85.50 रुपए प्रति लीटर हो गई है. डीजल के दाम बढ़ने से ट्रांसपोर्टर परेशान हैं. ट्रांसपोर्टर्स का कहना है कि डीजल के दाम बढ़ने से उन्हें नुकसान उठाना पड़ रहा है. हालात यह है कि आमदनी ठप हो गई है. किसी तरह से अभी गाड़ी चला रहे हैं. यदि तेल की कीमत में इसी तरह इजाफा होता रहा है तो गाड़ी चलाना मुश्किल हो जाएगा.
पटना से विभिन्न जिलों में सब्जी पहुंचाने वाले ट्रक ड्राइवरों की मानें तो जिस तरह से डीजल की कीमत में इजाफा हुआ है हम लोगों की आमदनी बंद हो गई है. अब गाड़ियां पटना से बाहर कम ही जा रही हैं. पहले महीने में 25 से 30 बार जिलों में सब्जी लेकर जाते थे. फरवरी में जिस तरह से डीजल की कीमत में इजाफा हो रहा है अब 10 से 15 बार ही विभिन्न जिलों में जा रहे हैं. एक ट्रक में 6 से 9 टन सब्जियां लोड होती है.
वहीं वाणिज्य कर विभाग के अधिकारी ने नाम नहीं देने की शर्त पर बताया कि कुछ ट्रकें ओवर लोड भी होती हैं. चुकि आम जरूरत के मामला होता है इसलिए थोड़ी रियायत भी दी जाती है. तेल के दाम बढ़ जाने के बाद ढुलाई के खर्च में भी बढ़ोतरी हुई है, जिससे सब्जी के दाम में प्रति किलो 7 से 26 रुपये तक की बढ़ोतरी हुई है.
गौरतलब है कि जिस तरह से पेट्रोल और डीजल की कीमत में इजाफा हो रहा है उससे महंगाई बढ़ रही है. ऐसे में लोगों को उम्मीद है कि सरकार महंगाई पर कंट्रोल करेगी. अब देखने वाली बात होगी कि सरकार लोगों की उम्मीदों पर कब तक खरा उतरती है.