पटनाः उपेंद्र कुशवाहा की विरासत बचाओ नमन यात्रा आज से शुरू होने जा रही है. पार्टी के सभी कार्यकर्ता और नेता बेतिया पहुंच गए हैं. आज पहले चरण की यात्रा की शुरूआत होगी. जबकि 15 मार्च से दूसरा चरण शुरू होगा. उपेंद्र कुशवाहा ने पार्टी और विरासत को बचाने की बात कह कर जेडीयू छोड़ा है, उनका कहना है कि नीतीश कुमार पार्टी का भविष्य पार्टी के लोगों के हाथ में नहीं देना चाहते. यात्रा के जरिए वो लोगों को भरोसा दिलाएंगे कि वो 2005 से पहले वाला बिहार अब नहीं बनने देंगे. बिहार को अब ऐसे हाथों में नहीं जाने देंगे, जो बिहार को फिर उसी स्थिति में ले जाएं.
ये भी पढे़ंः Upendra Kushwaha Yatra: 28 फरवरी से शुरू होगी उपेंद्र कुशवाहा की 'विरासत बचाओ नमन यात्रा', जानें डिटेल
इन जिलों से होकर गुजरेगी यात्राः उपेन्द्र कुशवाहा कि ये यात्रा सुबह 11 बजे से भितिहरवा में बापू की चरणों में श्रद्धा सुमन अर्पित करने के बाद शुरू करेंगे. उसके बाद अगले दिन 1 मार्च को मुजफ्फरपुर के मीनापुर में जुब्बा सहनी स्मारक जाएंगे और उन्हें नमन करेंगे. इसके बाद ये यात्रा मुजफ्फरपुर से सीतामढ़ी के लिए रवाना होगी. उसके बाद मधुबनी, फारबिसगंज, मधेपुरा, समस्तीपुर, छपरा, भागलपुर, रोहतास, भोजपुर होते हुए अरवल में यात्रा का समापन 20 मार्च को होगा. यात्रा से पहले राष्ट्रीय लोक जनता दल के राष्ट्रीय अध्यक्ष उपेंद्र कुशवाहा ने कहा कि बिहार समाजवादियों की विरासत है. जिनकी बदौलत गरीब और असहाय लोगों को न्याय मिला है. इसलिए जब ये विरासत बचेगी तभी लोगों को न्याया भी मिलेगा.
"इस यात्रा के जरिए हम विरासत बचाने के लिए निकले हैं. बिहार की जनता नीतीश कुमार के फैसले से हैरान हैं. नीतीश कुमार बिहार को बर्बाद करने में लगे हैं. बिहार की जनता का साथ मिला तो हम बिहार को जरूर बचाएंगे. लोगों के बीच जाएंगे उन्हें भरोसा दिलाएंगे. हम नहीं चाहते हैं कि 2005 से पहले वाला बिहार फिर आए. बिहार की जनता भी ऐसा नहीं चाहती है. हम फिर से जंगलराज आने नहीं देंगे"- उपेंद्र कुशवाहा, अध्यक्ष, राष्ट्रीय लोक जनता दल