पटना : बिहार में कमजोर होती जेडीयू को मजबूत करने के लिए उपेन्द्र कुशवाहा ने 19-20 फरवरी को बैठक बुलाई है. इस मीटिंग के लिए उन्होंने साफ साफ कहा कि अभी हम पार्टी को मजबूत करने के लिए समता पार्टी के पुराने नेताओं के साथ ही जेडीयू के लिए चिंता करने वाले नेताओं को भी बुलाया है. जब मीडिया कर्मियों ने उनसे महागठबंधन की पूर्णिया में रैली को लेकर सवाल किया तो उन्होंने इसे कहा कि लोकसभा के चुनाव हैं. सभी पार्टी उसमें रैली करती है. हमारी पार्टी भी उसमें शामिल हो रही है.
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'न महागठबंधन पर रंज, शाह की रैली पर गुस्सा': उपेन्द्र कुशवाहा से जब पूछा गया कि क्या आप को भी पूर्णिया में महागठबंधन की रैली में निमंत्रण मिला है? तो उन्होंने कहा कि कोई जरूरी नहीं है कि सभी लोग रैली में शामिल हों. हमारी पार्टी का कोई सदस्य वहां जरूर रहेगा. उन्होंने महागठबंधन की रैली को उचित ठहराया और कहा कि लोकसभा चुनाव में ऐसे में पार्टियां रैली तो करती ही हैं. वहीं अमित शाह के बिहार दौरे को लेकर उनका रुख काफी सॉफ्ट दिखा. उन्होंने कहा कि सभी पार्टी अपनी मजबूती के लिए रैली करती है.
'19-20 फरवरी को जेडीयू की मजबूती के लिए बैठक': उपेन्द्र कुशवाहा ने कहा कि हम भी 19-20 फरवरी को अपने पुराने साथियों के साथ बैठेंगे. उसके बाद तय होगा कि किस तरह से पार्टी को मजबूत किया जाएगा. वहीं इस बैठक को लेकर जेडीयू के प्रदेश अध्यक्ष उमेश कुशवाहा ने धमकी देते हुए कहा है कि जो भी उपेन्द्र कुशवाहा की बैठक में शामिल होगा उसे पार्टी से निकाल दिया जाएगा. अब देखना यह है कि 19 फरवरी और 20 फरवरी को बैठक उपेंद्र कुशवाहा द्वारा बुलाया गया है, उसमें जनता दल यूनाइटेड के नेता शामिल होते हैं या फिर शामिल होने के बाद फिर जनता दल यूनाइटेड किसी तरह की कार्रवाई करती है?
'अफसरों की गाली गलौज बर्दाश्त के बाहर': वहीं उपेन्द्र कुशवाहा ने आईपीएस अधिकारियों के बीच गाली गलौज मामले पर उपेन्द्र कुशवाहा ने जांच की मांग की है. उन्होंने कहा कि ये बिल्कुल गलत है कि अपने से नीचे के अफसरों से कोई बड़ा अफसर गाली से बात करे. सीएम नीतीश कुमार को इस मामले पर जांच कर कार्रवाई करनी चाहिए. वहीं अफसरों को भी सर्विस कोड में रहकर ही काम करना चाहिए. गाली गलौज किसी भी हालत में बर्दाश्त के लायक नहीं है.