ETV Bharat / state

RJD में जाने वाले व्यवसायियों को कुशवाहा ने किया आगाह, कहा- 'लालटेन लेकर बिजली की रोशनी नहीं खोजी जा सकती' - Bhamashah Birth Anniversary Celebrated In Patna

जदयू व्यवसायिक प्रकोष्ठ की ओर से कर्पूरी सभागार में दानवीर भामाशाह की जयंती पर समारोह का आयोजन किया गया. जदयू संसदीय बोर्ड के राष्ट्रीय अध्यक्ष उपेंद्र कुशवाहा ने इस कार्यक्रम का उद्धाटन किया है. इस दौरान उन्होंने पिछड़ा वर्ग के 27% आरक्षण को बढ़ाने की मांग (Demand For Increasing Reservation of Backwards) की. पढ़िए पूरी रिपोर्ट...

दानवीर भामाशाह की जयंती
दानवीर भामाशाह की जयंती
author img

By

Published : Apr 24, 2022, 6:24 PM IST

पटना: राजधानी पटना में दानवीर भामाशाह की जयंती रविवार को मनायी (Bhamashah Birth Anniversary Celebrated In Patna) गई. जदयू व्यवसायिक प्रकोष्ठ की ओर से पार्टी के कर्पूरी सभागार में समारोह का आयोजन किया गया. समारोह में ऐसे तो जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह को भी आना था लेकिन किसी कारण से वो नहीं पहुंचे. जदयू संसदीय बोर्ड के राष्ट्रीय अध्यक्ष उपेंद्र कुशवाहा (JDU Leader Upendra Kushwaha) ने इस समारोह का उद्घाटन किया. इस दौरान उन्होंने पिछड़ा वर्ग के 27% आरक्षण को बढ़ाने की मांग की. इस कार्यक्रम में जल संसाधन मंत्री संजय झा और प्रदेश अध्यक्ष उमेश कुशवाहा समेत पार्टी के कई नेता शामिल हुए थे. प्रदेश भर के कार्यकर्ता भी इस समारोह में हिस्सा लिया.

ये भी पढ़ें: भामाशाह जयंती को लेकर JDU में सियासत, पोस्टर से RCP सिंह का चेहरा गायब

पिछड़ों के आरक्षण बढ़ाने की मांग: भामाशाह जयंती समारोह के दौरान जदयू व्यवसायिक प्रकोष्ठ के वक्ताओं ने 2005 से पहले बिहार की स्थिति को याद दिलाने की कोशिश की. नेताओं ने कहा कि नीतीश कुमार के शासन में ही व्यवसायियों को सुरक्षा मिली है. वहीं, उपेंद्र कुशवाहा ने तो यहां तक कहा कि पिछड़ी जातियों में कई जातियों को शामिल किया गया है लेकिन आरक्षण का कोटा नहीं बढ़ाया गया है. इसके कारण हिस्सेदारी नहीं मिल रही है इसलिए 27% का जो बंधन है, उसे समाप्त करना चाहिए. साथ ही उन्होंने केंद्र सरकार से भी 50% के आरक्षण के बंधन को समाप्त करने की मांग की. उपेंद्र कुशवाहा ने कहा कि व्यवसायिक प्रकोष्ठ के सदस्यों को लोगों के बीच जाना होगा. आप ही लोगों के बीच में से कोई लालटेन ना थाम ले, यह भी देखना होगा क्योंकि लालटेन से बिजली की रोशनी नहीं हो सकती है.

पिछड़ा समाज का जो हिस्सा देश के स्तर पर है उसमें बढ़ोतरी नहीं हुई. आज भी 27 प्रतिशत पर हम लोग उलझे हुए हैं. 27 प्रतिशत का जो एक बंधन है उससे आगे बढ़ाने का जरूरत है. साथ ही भारत सरकार ने जो जाने या अनजाने में 50 प्रतिशत से ज्यादा आरक्षण नहीं देने का फैसला लिया है, उस बंधन को भी तोड़ने की जरूरत है. उपेंद्र कुशवाहा, अध्यक्ष, जदयू संसदीय बोर्ड

दानवीर भामाशाह की मनायी गई जयंती: वहीं, जयंती समारोह में जदयू प्रदेश अध्यक्ष उमेश कुशवाहा ने एक बार फिर से विशेष राज्य के दर्जे की मांग की. उन्होंने कहा कि इससे सबसे ज्यादा लाभ व्यवसायी को होगा. भामाशाह जयंती समारोह को लेकर जदयू के अंदर सियासत भी हुई. पहले राजगीर में जदयू के व्यवसायिक प्रकोष्ठ की ओर से आयोजन करने का फैसला लिया गया था. लेकिन पार्टी दबाव में उसे रद्द करवा दिया गया. पटना में आयोजित कार्यक्रम में आरसीपी सिंह को आमंत्रित भी नहीं किया और पोस्टर से उनकी तस्वीर भी गायब दिखी. हालांकि, पटना में आयोजित कार्यक्रम में भीषण गर्मी के बावजूद काफी संख्या में कार्यकर्ता भाग लेने पहुंचे थे.
ये भी पढ़ें: JDU अति पिछड़ा प्रकोष्ठ के प्रदेश अध्यक्ष बोले- 'नीतीश सरकार ने किया अति पिछड़ा समाज को सम्मान देने का काम'

विश्वसनीय खबरों को देखने के लिए डाउनलोड करें ETV BHARAT APP

पटना: राजधानी पटना में दानवीर भामाशाह की जयंती रविवार को मनायी (Bhamashah Birth Anniversary Celebrated In Patna) गई. जदयू व्यवसायिक प्रकोष्ठ की ओर से पार्टी के कर्पूरी सभागार में समारोह का आयोजन किया गया. समारोह में ऐसे तो जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह को भी आना था लेकिन किसी कारण से वो नहीं पहुंचे. जदयू संसदीय बोर्ड के राष्ट्रीय अध्यक्ष उपेंद्र कुशवाहा (JDU Leader Upendra Kushwaha) ने इस समारोह का उद्घाटन किया. इस दौरान उन्होंने पिछड़ा वर्ग के 27% आरक्षण को बढ़ाने की मांग की. इस कार्यक्रम में जल संसाधन मंत्री संजय झा और प्रदेश अध्यक्ष उमेश कुशवाहा समेत पार्टी के कई नेता शामिल हुए थे. प्रदेश भर के कार्यकर्ता भी इस समारोह में हिस्सा लिया.

ये भी पढ़ें: भामाशाह जयंती को लेकर JDU में सियासत, पोस्टर से RCP सिंह का चेहरा गायब

पिछड़ों के आरक्षण बढ़ाने की मांग: भामाशाह जयंती समारोह के दौरान जदयू व्यवसायिक प्रकोष्ठ के वक्ताओं ने 2005 से पहले बिहार की स्थिति को याद दिलाने की कोशिश की. नेताओं ने कहा कि नीतीश कुमार के शासन में ही व्यवसायियों को सुरक्षा मिली है. वहीं, उपेंद्र कुशवाहा ने तो यहां तक कहा कि पिछड़ी जातियों में कई जातियों को शामिल किया गया है लेकिन आरक्षण का कोटा नहीं बढ़ाया गया है. इसके कारण हिस्सेदारी नहीं मिल रही है इसलिए 27% का जो बंधन है, उसे समाप्त करना चाहिए. साथ ही उन्होंने केंद्र सरकार से भी 50% के आरक्षण के बंधन को समाप्त करने की मांग की. उपेंद्र कुशवाहा ने कहा कि व्यवसायिक प्रकोष्ठ के सदस्यों को लोगों के बीच जाना होगा. आप ही लोगों के बीच में से कोई लालटेन ना थाम ले, यह भी देखना होगा क्योंकि लालटेन से बिजली की रोशनी नहीं हो सकती है.

पिछड़ा समाज का जो हिस्सा देश के स्तर पर है उसमें बढ़ोतरी नहीं हुई. आज भी 27 प्रतिशत पर हम लोग उलझे हुए हैं. 27 प्रतिशत का जो एक बंधन है उससे आगे बढ़ाने का जरूरत है. साथ ही भारत सरकार ने जो जाने या अनजाने में 50 प्रतिशत से ज्यादा आरक्षण नहीं देने का फैसला लिया है, उस बंधन को भी तोड़ने की जरूरत है. उपेंद्र कुशवाहा, अध्यक्ष, जदयू संसदीय बोर्ड

दानवीर भामाशाह की मनायी गई जयंती: वहीं, जयंती समारोह में जदयू प्रदेश अध्यक्ष उमेश कुशवाहा ने एक बार फिर से विशेष राज्य के दर्जे की मांग की. उन्होंने कहा कि इससे सबसे ज्यादा लाभ व्यवसायी को होगा. भामाशाह जयंती समारोह को लेकर जदयू के अंदर सियासत भी हुई. पहले राजगीर में जदयू के व्यवसायिक प्रकोष्ठ की ओर से आयोजन करने का फैसला लिया गया था. लेकिन पार्टी दबाव में उसे रद्द करवा दिया गया. पटना में आयोजित कार्यक्रम में आरसीपी सिंह को आमंत्रित भी नहीं किया और पोस्टर से उनकी तस्वीर भी गायब दिखी. हालांकि, पटना में आयोजित कार्यक्रम में भीषण गर्मी के बावजूद काफी संख्या में कार्यकर्ता भाग लेने पहुंचे थे.
ये भी पढ़ें: JDU अति पिछड़ा प्रकोष्ठ के प्रदेश अध्यक्ष बोले- 'नीतीश सरकार ने किया अति पिछड़ा समाज को सम्मान देने का काम'

विश्वसनीय खबरों को देखने के लिए डाउनलोड करें ETV BHARAT APP

ETV Bharat Logo

Copyright © 2025 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.