पटना: केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने अपनी पार्टी के सांसद निशिकांत दुबे का समर्थन किया है. उन्होंने कहा कि अगर निशिकांत ने टीएमसी सांसद महुआ मोइत्रा के खिलाफ रिश्वतखोरी के आरोप लगाए हैं तो इसमें जरूर सच्चाई होगी, क्योंकि बिना तथ्यों के न तो वह कुछ बोलते हैं और न ही आरोप लगाते हैं. मुझे लगता है कि महुआ के खिलाफ उच्च स्तरीय जांच होनी चाहिए ताकि सच्चाई सामने आए.
"निशिकांत दुबे एक सम्मानित सांसद हैं, वे तथ्यों के साथ खड़े होते हैं. संसद में उनकी विश्वसनीयता है. अगर उन्होंने पत्र लिखा है तो उनकी विश्वसनीयता को नकारा नहीं जा सकता. वैसे भी वह न तो बिना तथ्य के कुछ बोलते हैं और न ही बिना तथ्य के किसी पर आरोप लगाते हैं"- गिरिराज सिंह, केंद्रीय मंत्री
निशिकांत के समर्थन में आए गिरिराज: केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने पत्रकारों से बात करते हुए कहा कि निशिकांत दुबे एक सम्मानित सांसद हैं. वे हमेशा तथ्यों के साथ किसी भी मुद्दे पर अपनी बात रखते हैं. संसद में भी उनकी विश्वसनीयता है. ऐसे में मेरा मानना है कि अगर उन्होंने लोकसभा अध्यक्ष को पत्र लिखा है तो उनकी विश्वसनीयता को नकारा नहीं जा सकता.
क्या है मामला?: दरअसल, झारखंड के गोड्डा से बीजेपी सांसद निशिकांत दुबे ने लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला को पत्र लिखकर बंगाल से टीएमसी सांसद महुआ मोइत्रा के खिलाफ एक जांच समिति गठित करने और उन्हें सदन से 'तत्काल निलंबित' करने की मांग की है, जिसमें आरोप लगाया गया है कि संसद में सवाल पूछने के लिए उनके और व्यवसायी दर्शन हीरानंदानी के बीच रिश्वत का आदान-प्रदान हुआ था, नकद और उपहारों के बदले में. इसके अलावे उन्होंने आईटी मंत्रालय को भी पत्र लिखकर महुआ मोइत्रा के खिलाफ जांच की मांग की है.