पटना: नालंदा मेडिकल कॉलेज अस्पताल के शिशु विभाग में दो डॉक्टरों के कोरोना पॉजिटिव पाये जाने के बाद से ही हड़कंप मच गया है. आनन-फानन में अस्पताल प्रशासन ने वार्ड में भर्ती सभी बच्चों को तुरंत दूसरे अस्पतालों में भेजा जा रहा है. वैसे बच्चे जो आईसीयू और वेंटिलेटर पर हैं उनके लिए अस्पताल प्रशासन ने अस्पताल में ही दूसरें वार्ड में व्यवस्था कर बच्चों को शिफ्ट कर दिया है. अस्पताल में दो डॉक्टरों के कोरोना पॉजिटिव पाय जाने की बात की पुष्टि नालन्दा मेडिकल कॉलेज के प्रचार्य ने की है.
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शिशु विभाग में सेवा दे रहे थे दोनों डॉक्टर
जानकारी के अनुसार NMCH में शिशु रोग विभाग के दो चिकित्सक कोरोना पॉजिटिव मिले हैं. दोनों डॉक्टरों के बारे में बताया जाता है कि दोनों पहले ही वैक्सीन का दूसरा डोज ले चुके थे. बावजूद इसके दोनों कोरोना से संक्रमित हो गए हैं. दोनों डॉक्टर ने सोमवार तक अस्पताल में अपनी सेवा दी है. दोनों चिकित्सकों में से एक एक महिला चिकित्सक सहायक प्राध्यापक भी है, तो दूसरे डॉक्टर फाइनल ईयर एमडी के छात्र हैं.
महिला डॉक्टर होम क्वॉरेंटाइन
इस मामले को लेकर नालन्दा मेडिकल कॉलेज के प्रचार्य हीरा लाल महतो ने जानकारी देते हुए बताया कि महिला चिकित्सक होम क्वॉरेंटाइन में हैं. वहीं एमडी के फाइनल ईयर के चिकित्सक पीजी हॉस्टल में रहते थे और विभाग में सोमवार तक ड्यूटी भी किए थे. ऐसी स्थिति में उनके संपर्क में हॉस्टल और विभाग के इनडोर और आउटडोर में आए लोगों का आरटीपीसीआर टेस्ट कराया जा रहा है. पीजी छात्रावास में रहने वाले छात्र को एनएमसीएच के मेडिसीन विभाग के कोरोना वार्ड में भर्ती कराया गया है.
सभी 47 बच्चों को पीएमसीएच में किया गया शिफ्ट
वहीं उन्होंने जानकारी देते हुए कहा कि जिस शिशु रोग विभाग में दोनों डॉक्टर अपनी सेवा दे रहे थे वहां पर भर्ती सभी 47 शिशुओं कोPMCH में इलाज के लिए भेजा गया है ताकि विभाग के आउटडोर एवं इंडोर को पूरी तरह सेनिटाइज्ड कराया जा सके. उन्होंने कहा कि 3 बच्चे आईसीयू में हैं जिनके लिए यहीं पर अलग से व्यवस्था कर दी गई है.