पटना: CPI-ML के बिहार के पूर्व राज्य सचिव रामजतन शर्मा का निधन पर पटना के छज्जू बाग स्थित भाकपा माले विधायक दल कार्यालय में श्रद्धांजलि सभा का आयोजन किया गया. श्रद्धांजलि सभा में पार्टी के सभी वरिष्ठ नेता व विधायक मौजूद रहे. साथ ही महागठबंधन के विभिन्न घटक दलों के नेता भी शामिल हुए.
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हृदयाघात से निधन
माले के पूर्व राज्य सचिव रामजतन शर्मा का हृदयाघात से निधन हो गया. भाकपा माले महासचिव दीपांकर भट्टाचार्य ने कहा कि रामजतन शर्मा का निधन पार्टी के लिए अपूरणीय क्षति है. वे बेहद ही सहनशील और शांत स्वभाव के नेता थे. शुरुआती दिनों से ही पार्टी से उनका काफी अधिक लगाव था.
स्वास्थ्य व्यवस्था बद से बदतर
रामजतन शर्मा पहले एक मार्क्सवादी शिक्षक थे. उन्होंने कई पीढ़ियों को सामाजिक राजनीतिक बदलाव के आंदोलन के लिए तैयार किया. हमेशा हंसमुख, विचारों के प्रति श्रद्धा और काम के प्रति कर्मठता का उनका गुण हमेशा प्रेरणा देने का काम करेगा.
दीपांकर भट्टाचार्य ने बताया कि बिहार में स्वास्थ्य व्यवस्था इतनी बदतर हो गई है कि जहानाबाद जिला अस्पताल में ईसीजी की व्यवस्था नहीं है. जिस कारण सही समय पर उनका इलाज प्रारंभ नहीं हो सका.
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वृहद आंदोलन की कही बात
दीपांकर भट्टाचार्य ने का कि उन्हें इस बात का पछतावा है कि वे उन्हें नहीं बचा सकें. यदि सही समय पर उनका इलाज शुरू होता और बिहार के अस्पतालों में बेहतर व बेसिक सुविधा होती तो, उन्हें बचाया जा सकता था.
पार्टी लगातार बिहार में जनता से जुड़े हुए मुद्दों को लेकर आंदोलन करती आ रही है. उन्होंने कहा कि बिहार में गिरती स्वास्थ्य व्यवस्था को लेकर भी एक बड़ा आंदोलन करेंगे.
इलाज के अभाव में निधन
बता दें कि भाकपा माले के वरिष्ठ नेता व बिहार के पूर्व राज्य सचिव रामजतन शर्मा का जन्म 20 जुलाई 1942 को जहानाबाद जिले के अमरपुरा गांव में हुआ था. विगत 5 जून से ही उनकी तबीयत खराब थी.
जहानाबाद में उचित इलाज नहीं होने के कारण उन्हें पटना के आईजीआईसी में भर्ती कराया गया था, जहां इलाज के दौरान उनका निधन हो गया.