ETV Bharat / state

भारत में ट्रायल फेज में है बच्चों के लिए कोरोना का टीका, सुरक्षा को लेकर चिंतित हैं अभिभावक

बिहार में कोरोना के नए मामले सामने आते जा रहे हैं. प्रदेश के सभी स्कूल भी खुले हुए हैं. ऐसे में अभिभावकों को अपने बच्चों के लिए डर सा लगा हुआ है. सभी अभिभावक यही पूछ रहे हैं कि आखिर कब तक बच्चों के लिए वैक्सीन लाया जाएगा. बता दें कि यूएस में बच्चों के टीकाकरण को लेकर ट्रायल हो चुके हैं. अप्रुवल का इंतजार है. भारत में हुए ट्रायल का रिपोर्ट नहीं आया है.

author img

By

Published : Apr 3, 2021, 8:07 PM IST

बच्चों को टीका कब
बच्चों को टीका कब

पटना: कोरोना का वैक्सीन 18 वर्ष से अधिक उम्र के लोगों के लिए कारगर है. मगर देश में बच्चों के लिए अभी भी कोरोना का कोई वैक्सीन नहीं है. भारत में जिन दो कंपनियों के वैक्सीन का वैक्सीनेशन हो रहा है, उसका अभी बच्चों पर ट्रायल ही कर रहे हैं. हाल के दिनों में बच्चों में भी कोरोना संक्रमण के काफी मामले सामने आए हैं. ऐसे में जब प्रदेश में सभी शिक्षण संस्थान खुले हुए हैं तो छोटे बच्चों के माता-पिता काफी आशंकित हैं. और यह जानना चाह रहे हैं कि देश में और विश्व में बच्चों के लिए वैक्सीन को लेकर क्या कुछ काम हो रहा है.

यह भी पढ़ें- पूरे देश में भक्त कहीं भी मंगा सकेंगे पटना हनुमान मंदिर का नैवेद्यम लड्डू

बढ़े रहे हैं कोरोना संक्रमण के मामले
हाल ही में प्रदेश की सरकार की तरफ से कहा गया कि अभी कोरोना की स्थिति इतनी गंभीर नहीं है कि स्कूल कॉलेज बंद किए जाएं. इस वजह से बच्चों के अभिभावक और ज्यादा चिंतित हो गए हैं. ऐसे में पटना के वरिष्ठ चिकित्सक डॉ. दिवाकर तेजस्वी ने कहा कि जिस प्रकार से संक्रमण के मामले हाल के दिनों में तेजी से बढ़े हैं. निश्चित रूप से सरकार दो से 4 दिन के संक्रमण के मामले को ऑब्जर्व करेगी और संक्रमण के बढ़ने की टेंडेंसी अगर ज्यादा होती है तो सरकार को स्कूल कॉलेज बंद करना आवश्यक हो जाएगा.

देखें पूरी रिपोर्ट

बच्चे भी होने लगे हैं संक्रमित
'3 साल से 5 साल के छोटे बच्चों में भी संक्रमण के मामले बढ़ते जा रहे हैं. बच्चे प्रायः ऐसे वायरस के लिए एसिंप्टोमेटिक कैरियर होते हैं. ऐसे में बच्चे अगर स्कूल जाते हैं तो उनसे दूसरे बच्चों में भी संक्रमण फैलने की संभावना प्रबल रहती है. बच्चों में संक्रमण के ज्यादा लक्षण भी नजर नहीं आते. ऐसे में जब बच्चे घर आते हैं, तो बच्चों के माध्यम से घर के बीमार और बुजुर्गों को गंभीर रूप से संक्रमण होने का खतरा बन जाता है.' -डॉ. दिवाकर तेजस्वी, वरिष्ठ चिकित्सक

डॉ. दिवाकर तेजस्वी
डॉ. दिवाकर तेजस्वी

बच्चों पर हुआ ट्रायल
बच्चों के वैक्सीनेशन पर देश और विश्व भर में चल रहे कार्य के बारे में डॉ. दिवाकर तेजस्वी ने कहा कि हाल ही में अमेरिका में 12 साल से ऊपर के बच्चों में वैक्सीनेशन का ट्रायल किया गया. यह सेफ पाया गया है. वहां पर एफडीए को बच्चों में वैक्सीनेशन की अनुमति दी जाए. भारत में भी बच्चों पर ट्रायल शुरू है. मगर उसके अब तक कोई रिजल्ट नहीं आए हैं. अगर बच्चों के लिए वैक्सीनेशन आ जाती है तो अभिभावकों को काफी निश्चिंतता होगी.

यह भी पढ़ें- दरभंगा के ऐतिहासिक तालाबों को बचाने में जुटा निगम प्रशासन, हो रहा सौंदर्यीकरण

कुछ कंपनी कर रही है ट्रायल
डॉ. दिवाकर तेजस्वी ने कहा कि बच्चों में वैक्सीनेशन के लिए जो करीब-करीब अप्रूवल के लिए तैयार है, वह फाइजर का वैक्सीन है, जो यूएस में है. भारत में कोविशिल्ड और कोवैक्सीन का 12 से 18 साल के बच्चों के लिए ट्रायल चल रहा है. उनके लिए डोज की क्वांटिटी क्या होगी, इस पर भी ट्रायल चल रहा है. रिपोर्ट आने के बाद ही पता चलेगा कि यह बच्चों के लिए उपयुक्त है या नहीं. बच्चों के लिए वैक्सीन पर जॉनसन एंड जॉनसन कंपनी भी काम कर रही है. इसके ट्रायल में सही रिजल्ट आते हैं तो इसके भी अप्रूवल की संभावना बन रही है.

यह भी पढ़ें- बिहार में एक सप्ताह में 20 बच्चों की आग में जलकर हुई मौत

यह भी पढ़ें- बदरुद्दीन के बेटे को धर्म की आड़ में असम में कोई अशांति नहीं फैलाने देंगे- गिरिराज सिंह

यह भी पढ़ें- कोरोना जांच केन्द्रों पर बढ़ रही भीड़, ईटीवी भारत की अपील- 'दो गज दूरी, मास्क जरूरी'

पटना: कोरोना का वैक्सीन 18 वर्ष से अधिक उम्र के लोगों के लिए कारगर है. मगर देश में बच्चों के लिए अभी भी कोरोना का कोई वैक्सीन नहीं है. भारत में जिन दो कंपनियों के वैक्सीन का वैक्सीनेशन हो रहा है, उसका अभी बच्चों पर ट्रायल ही कर रहे हैं. हाल के दिनों में बच्चों में भी कोरोना संक्रमण के काफी मामले सामने आए हैं. ऐसे में जब प्रदेश में सभी शिक्षण संस्थान खुले हुए हैं तो छोटे बच्चों के माता-पिता काफी आशंकित हैं. और यह जानना चाह रहे हैं कि देश में और विश्व में बच्चों के लिए वैक्सीन को लेकर क्या कुछ काम हो रहा है.

यह भी पढ़ें- पूरे देश में भक्त कहीं भी मंगा सकेंगे पटना हनुमान मंदिर का नैवेद्यम लड्डू

बढ़े रहे हैं कोरोना संक्रमण के मामले
हाल ही में प्रदेश की सरकार की तरफ से कहा गया कि अभी कोरोना की स्थिति इतनी गंभीर नहीं है कि स्कूल कॉलेज बंद किए जाएं. इस वजह से बच्चों के अभिभावक और ज्यादा चिंतित हो गए हैं. ऐसे में पटना के वरिष्ठ चिकित्सक डॉ. दिवाकर तेजस्वी ने कहा कि जिस प्रकार से संक्रमण के मामले हाल के दिनों में तेजी से बढ़े हैं. निश्चित रूप से सरकार दो से 4 दिन के संक्रमण के मामले को ऑब्जर्व करेगी और संक्रमण के बढ़ने की टेंडेंसी अगर ज्यादा होती है तो सरकार को स्कूल कॉलेज बंद करना आवश्यक हो जाएगा.

देखें पूरी रिपोर्ट

बच्चे भी होने लगे हैं संक्रमित
'3 साल से 5 साल के छोटे बच्चों में भी संक्रमण के मामले बढ़ते जा रहे हैं. बच्चे प्रायः ऐसे वायरस के लिए एसिंप्टोमेटिक कैरियर होते हैं. ऐसे में बच्चे अगर स्कूल जाते हैं तो उनसे दूसरे बच्चों में भी संक्रमण फैलने की संभावना प्रबल रहती है. बच्चों में संक्रमण के ज्यादा लक्षण भी नजर नहीं आते. ऐसे में जब बच्चे घर आते हैं, तो बच्चों के माध्यम से घर के बीमार और बुजुर्गों को गंभीर रूप से संक्रमण होने का खतरा बन जाता है.' -डॉ. दिवाकर तेजस्वी, वरिष्ठ चिकित्सक

डॉ. दिवाकर तेजस्वी
डॉ. दिवाकर तेजस्वी

बच्चों पर हुआ ट्रायल
बच्चों के वैक्सीनेशन पर देश और विश्व भर में चल रहे कार्य के बारे में डॉ. दिवाकर तेजस्वी ने कहा कि हाल ही में अमेरिका में 12 साल से ऊपर के बच्चों में वैक्सीनेशन का ट्रायल किया गया. यह सेफ पाया गया है. वहां पर एफडीए को बच्चों में वैक्सीनेशन की अनुमति दी जाए. भारत में भी बच्चों पर ट्रायल शुरू है. मगर उसके अब तक कोई रिजल्ट नहीं आए हैं. अगर बच्चों के लिए वैक्सीनेशन आ जाती है तो अभिभावकों को काफी निश्चिंतता होगी.

यह भी पढ़ें- दरभंगा के ऐतिहासिक तालाबों को बचाने में जुटा निगम प्रशासन, हो रहा सौंदर्यीकरण

कुछ कंपनी कर रही है ट्रायल
डॉ. दिवाकर तेजस्वी ने कहा कि बच्चों में वैक्सीनेशन के लिए जो करीब-करीब अप्रूवल के लिए तैयार है, वह फाइजर का वैक्सीन है, जो यूएस में है. भारत में कोविशिल्ड और कोवैक्सीन का 12 से 18 साल के बच्चों के लिए ट्रायल चल रहा है. उनके लिए डोज की क्वांटिटी क्या होगी, इस पर भी ट्रायल चल रहा है. रिपोर्ट आने के बाद ही पता चलेगा कि यह बच्चों के लिए उपयुक्त है या नहीं. बच्चों के लिए वैक्सीन पर जॉनसन एंड जॉनसन कंपनी भी काम कर रही है. इसके ट्रायल में सही रिजल्ट आते हैं तो इसके भी अप्रूवल की संभावना बन रही है.

यह भी पढ़ें- बिहार में एक सप्ताह में 20 बच्चों की आग में जलकर हुई मौत

यह भी पढ़ें- बदरुद्दीन के बेटे को धर्म की आड़ में असम में कोई अशांति नहीं फैलाने देंगे- गिरिराज सिंह

यह भी पढ़ें- कोरोना जांच केन्द्रों पर बढ़ रही भीड़, ईटीवी भारत की अपील- 'दो गज दूरी, मास्क जरूरी'

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.