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पटना: पर्यटन पर्व का समापन, बोले DRM- सिंगल यूज प्लास्टिक से करें तौबा - महात्मा गांधी की 150 वीं वर्षगांठ

मौके पर डीआरएम ने कहा कि इस तरह के आयोजन का उद्देश्य लोगों को जागरुक करना है. पर्यटन पर्व के माध्यम से देश की सभ्यता और परंपरा को बढ़ावा दिया जा रहा है.

पटना जंक्शन पर चल रहे पर्यटन पर्व का हुआ समापन
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Published : Oct 26, 2019, 2:38 AM IST

Updated : Oct 26, 2019, 7:55 AM IST

पटना: पर्यावरण संरक्षण के साथ भारतीय संस्कृति और स्वदेशी सामानों की बिक्री के प्रति लोगों को जागरूक करने के लिए पटना जंक्शन पर पिछले 15 दिनों से चल रहे पर्यटन पर्व पखवाड़े का समापन हुआ. समापन समारोह के मौके पर डिवीजन के डीआरएम रंजन ठाकुर और उनकी पत्नी मौजूद थे.

मिट्टी का बर्तन बनाते डीआरएम
मिट्टी का बर्तन बनाते डीआरएम

'मिट्टी के बर्तनों का उपयोग करें'
इस अवसर पर डीआरएम रंजन ठाकुर ने बताया कि रेलवे स्टेशनों पर प्लास्टिक पूरी तरह वैन है. ऐसे में हमें ज्यादा से ज्यादा मिट्टी के बर्तन का उपयोग करना चाहिए. इससे हमारे संस्कृति और विरासत के साथ लोगों को रोजगार भी मिलेगा. उन्होंने बताया कि मिट्टी के बर्तन को उपयोग के बाद नष्ट करना आसान होता है. उन्होंने दीपावली में मिट्टी के दीया का उपयोग करने के लिए लोगों से अपील की.

टना जंक्शन पर चल रहे पर्यटन पर्व का समापन

डीआरएम ने अपने हाथों से बनाया मिट्टी के बर्तन
मौके पर डीआरएम ने कहा कि इस तरह के आयोजन के से हम लोगों के बीच जागृति फैलाना चाहते हैं. हमारे देश की सभ्यता और परंपरा को इस पर्यटन पर्व के माध्यम से बढ़ावा दिया जा रहा है. उन्होंने बताया कि रेलवे स्टेशन पर काफी संख्या में यात्री रोजाना पहुंचते है. ऐसे में लोग यहां पर चीजों को जान सकते हैं. मौके पर डीआरएम ने लोगों को सिंगल यूज प्लास्टिक का उपयोग ना करने का संदेश देते हुए चाक पर मिट्टी का एक बर्तन भी बनाया.

डीआरएम रंजन ठाकुर
डीआरएम रंजन ठाकुर

15 दिनों तक चला पर्यटन पर्व
पर्यटन पर्व की शुरूआत महात्मा गांधी की 150वीं वर्षगांठ पर भारतीय रेल के सहयोग से सृजनी संस्था ने आयोजित किया था. इस पर्व में पटना जंक्शन के एसी वेटिंग हॉल के पास कुम्हार को जगह दी गई थी. इसमें दीये से लेकर मिट्टी के अन्य बर्तन बनाकर बिक्री के साथ लोगों को जागरूक किया जा रहा था. कार्यक्रम का शुभारंभ पूर्व मध्य रेल के महाप्रबंधक ललित चंद्र त्रिवेदी ने चाक पर मिट्टी का दीये बनाकर किया था.

पटना: पर्यावरण संरक्षण के साथ भारतीय संस्कृति और स्वदेशी सामानों की बिक्री के प्रति लोगों को जागरूक करने के लिए पटना जंक्शन पर पिछले 15 दिनों से चल रहे पर्यटन पर्व पखवाड़े का समापन हुआ. समापन समारोह के मौके पर डिवीजन के डीआरएम रंजन ठाकुर और उनकी पत्नी मौजूद थे.

मिट्टी का बर्तन बनाते डीआरएम
मिट्टी का बर्तन बनाते डीआरएम

'मिट्टी के बर्तनों का उपयोग करें'
इस अवसर पर डीआरएम रंजन ठाकुर ने बताया कि रेलवे स्टेशनों पर प्लास्टिक पूरी तरह वैन है. ऐसे में हमें ज्यादा से ज्यादा मिट्टी के बर्तन का उपयोग करना चाहिए. इससे हमारे संस्कृति और विरासत के साथ लोगों को रोजगार भी मिलेगा. उन्होंने बताया कि मिट्टी के बर्तन को उपयोग के बाद नष्ट करना आसान होता है. उन्होंने दीपावली में मिट्टी के दीया का उपयोग करने के लिए लोगों से अपील की.

टना जंक्शन पर चल रहे पर्यटन पर्व का समापन

डीआरएम ने अपने हाथों से बनाया मिट्टी के बर्तन
मौके पर डीआरएम ने कहा कि इस तरह के आयोजन के से हम लोगों के बीच जागृति फैलाना चाहते हैं. हमारे देश की सभ्यता और परंपरा को इस पर्यटन पर्व के माध्यम से बढ़ावा दिया जा रहा है. उन्होंने बताया कि रेलवे स्टेशन पर काफी संख्या में यात्री रोजाना पहुंचते है. ऐसे में लोग यहां पर चीजों को जान सकते हैं. मौके पर डीआरएम ने लोगों को सिंगल यूज प्लास्टिक का उपयोग ना करने का संदेश देते हुए चाक पर मिट्टी का एक बर्तन भी बनाया.

डीआरएम रंजन ठाकुर
डीआरएम रंजन ठाकुर

15 दिनों तक चला पर्यटन पर्व
पर्यटन पर्व की शुरूआत महात्मा गांधी की 150वीं वर्षगांठ पर भारतीय रेल के सहयोग से सृजनी संस्था ने आयोजित किया था. इस पर्व में पटना जंक्शन के एसी वेटिंग हॉल के पास कुम्हार को जगह दी गई थी. इसमें दीये से लेकर मिट्टी के अन्य बर्तन बनाकर बिक्री के साथ लोगों को जागरूक किया जा रहा था. कार्यक्रम का शुभारंभ पूर्व मध्य रेल के महाप्रबंधक ललित चंद्र त्रिवेदी ने चाक पर मिट्टी का दीये बनाकर किया था.

Intro: भारतीय संस्कृति को बढ़ावा देने और पर्यावरण संरक्षण के उद्देश्य से पटना जंक्शन पर पिछले 15 दिनों से चल रहे पर्यटन पर्व पखवाड़े का समापन हुआ. इस समापन समारोह के मौके पर डिवीजन के डीआरएम रंजन ठाकुर और उनकी पत्नी मौजूद रही. भारतीय रेल के सहयोग से सृजनी संस्था ने पर्यटन पर्व पखवाड़े का आयोजन किया. कार्यक्रम का उद्घाटन डीआरएम और उनकी पत्नी ने दीया जलाकर किया.


Body:पर्यटन पर्व के दौरान पटना जंक्शन पर नए एसी वेटिंग हॉल के सामने कुम्हार को जगह दी गई कि वह मिट्टी के दिए बनाने का हुनर यात्रियों को बताएं. प्रतिदिन शहर के बड़े नेताओं और अधिकारियों ने यहां आकर मिट्टी के बर्तन बनाने का हुनर सिखा. पर्यटन पर्व के माध्यम से रेलवे ने सिंगल यूज़ प्लास्टिक का उपयोग ना करने का संदेश दिया. समापन समारोह के मौके पर डीआरएम रंजन ठाकुर और उनकी पत्नी ने भी मिट्टी के बर्तन बनाने के हुनर सीखे और डीआरएम ने कुम्हार की मदद से वही चौक पर एक पॉट बनाया.


Conclusion:कार्यक्रम के मौके पर डीआरएम रंजन ठाकुर ने कहा कि हमारी देश की जो सभ्यता और परंपरा रही है इस पर्यटन पर्व के माध्यम से उसे बढ़ावा दिया जा रहा है. उन्होंने कहा कि रेलवे स्टेशन से ट्रेन पकड़ने की जगह नहीं होती यह काफी महत्वपूर्ण जगह होती है और स्टेशन पर रोजाना काफी संख्या में लोग आते हैं. यहां लोग नहीं चीजों को जान सकते हैं. उन्होंने कहा कि इस तरह के आयोजन के माध्यम से हम लोगों के बीच जागृति फैलाना चाहते हैं कि हमारे पारंपरिक मिट्टी के सामानों का प्रयोग हो.
Last Updated : Oct 26, 2019, 7:55 AM IST
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