1. 'बिहार में शराब भगवान की तरह, जो दिखाई कहीं नहीं देती लेकिन हर जगह मौजूद' : गिरिराज सिंह
Bihar Liquor Ban छपरा शराब कांड (Chapra Hooch Tragedy) को लेकर केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने बड़ा बयान दिया है. उन्होंने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर हमला बोलते हुए कहा कि बिहार में शराब भगवान की तरह हो गई है, जो दिखती नहीं है लेकिन हर जगह मौजूद है. पढ़ें पूरी खबर.
2. ...तो झुक गई नीतीश सरकार?: मंत्री विजय चौधरी बोले- 'मुआवजे का है प्रावधान..'
जेडीयू नेता और मंत्री विजय चौधरी ने शराब से मौत पर मुआवजा (compensation on death due to Liquor) की मांग को लेकर बड़ा बयान दिया है. उन्होंने कहा कि जो लोग इस कानून का हवाला देकर मुआवजा की मांग रहे हैं, उनसे यह कहना चाहता हूं कि यह कानून हमारी तरफ से बनाया गया था और इसमें मुआवजे का प्रावधान है.
3. मुआवजा की मांग को लेकर बिहार विधान परिषद में BJP का हंगामा, CM के खिलाफ नारेबाजी
छपरा में जहरीली शराब कांड को लेकर विधान परिषद में बीजेपी सदस्यों का हंगामा हुआ. जहरीली शराब से हुए मौत के मुआवजा को लेकर विधान परिषद के पोर्टिको में बीजेपी सदस्यों ने जमकर नीतीश सरकार के खिलाफ नारेबाजी की और मांग किया कि छपरा में जो जहरीली शराब से मौत हुई है उसके परिजन को जल्द से जल्द मुआवजा दिया जाए.
4. शीतकालीन सत्र का अंतिम दिन: गैर सरकारी संकल्प पर चर्चा, BJP का विधानसभा से वाक आउट
बिहार विधानसभा के शीतकालीन सत्र (Bihar Assembly Winter Session) का आज पांचवां और अंतिम दिन है. आज भी जहरीली शराब से मौत मामले को लेकर सदन में विपक्ष का हंगामा जारी है.
5. छपरा शराब त्रासदी: अब सहयोगी दल ने भी CM नीतीश के खिलाफ खोला मोर्चा, विरोध प्रदर्शन करेगा CPI ML
छपरा शराब कांड (chapra hooch tragedy) मामले में सिर्फ बीजेपी ही नहीं बल्कि सीएम नीतीश कुमार के सहयोगी दल भी निशाना साध रहे हैं. सीपीआईएमएल विधायक मनोज मंजिल (MLA Manoj manzil targets cm nitish kumar) ने कहा कि सीएम नीतीश को समझना चाहिए कि शराब पीने से नहीं बल्कि जहरीली शराब पीने से लोग मर रहे हैं. बिहार में जहर बह रहा है सरकार की जवाबदेही और विफलता है. जहरीली शराब पीने से जो महिलाएं विधवा हो गईं, जिनका परिवार उजड़ गया, सभी राज्य के लोग थे. राज्य को लोगों के प्रति सरकार संवेदनशील होती है. ऐसे में मृतक के परिजनों को 10 लाख रुपये मुआवजा (compensation for hooch tragedy victim families) दिया जाए. हम सीएम से मिलेंगे और मुआवजे की मांग को लेकर पूरे बिहार में विरोध प्रदर्शन किया जाएगा.
6. 'शराबबंदी' की नजीर पेश करता जमुई का ये गांव, लोगों का दावा- 700 सालों से कोई नहीं पीता शराब
बिहार में शराबबंदी कानून (Liquor Ban In Bihar) एक मजाक बनकर रह गया है, यहां शराब नहीं पीने का कानून तो बन गया लेकिन दारू कभी बंद नहीं हुई. पिछले दिनों ही चोरी छिपे जहरीली शराब पीने से छपरा में 75 लोगों की मौत हो गई, जिसे लेकर इस कानून पर एक बार फिर सवाल उठ खड़े हुए, लेकिन आज हम आपको बिहार के ही एक ऐसे गांव के बारे में बताएंगे जहां 700 सालों से लोगों शराब पीना तो दूर शराब को हाथ तक नहीं लगाया है.
7. सीतामढ़ी में MDM को लेकर छात्रों में रोष, कहा- 'शिकायत करने पर पीटते हैं सर'
सीतामढ़ी में मिड डे मील (mid day meal in Sitamarhi) को लेकर बच्चों ने आरोप लगाया है कि उसे खाने के लिए घटिया किस्म का भोजन परोसा जाता है. जब इसके निरीक्षण के लिए मुखिया स्कूल पहुंचे तो उसने भी इस बात की पुष्टि की. मुखिया स्कूल की व्यवस्था पर भड़क गए. पढ़ें पूरी खबर...
8. हाथी के बाद अब औरंगाबाद में लकड़बग्घे का आतंक, किसान पर किया हमला
औरंगाबाद में लकड़बग्घे ने किसान पर हमला कर दिया (Hyena attacks in Aurangabad). घटना मदनपुर थाना क्षेत्र के आंजन गुरमिडीह गांव के बधार की है. किसान को गंभीर चोट आने के बाद अस्पताल में इलाज कराया गया है. आगे पढ़ें पूरी खबर...
9. पद संभालने से पहले ही एक्शन में आए DGP आरएस भट्टी, सभी जिलों के टॉप 10 अपराधियों की मांगी लिस्ट
बिहार को नया पुलिस महानिदेशक मिल गया है. आरएस भट्टी बिहार के नए डीजीपी बने (RS Bhatti new DGP of Bihar) हैं. आरएस भट्टी का कार्यकाल 30 सितंबर 2025 तक के लिए होगा. वह 1990 बैच के आईपीएस हैं. आरएस भट्टी शहाबुद्दीन की गिरफ्तारी को लेकर चर्चा में रहे थे. कल उनके पटना आने की चर्चा है. बताया जा रहा है कि कल वो अपना पद ग्रहण करेंगे.
10. क्या अपना खेत बेचकर मुआवजा देंगे CM?, बोले विजय सिन्हा- अहंकारी हैं नीतीश
बिहार विधानसभा के शीतकालीन सत्र (winter session of bihar assembly) के आखिरी दिन भी छपरा शराब कांड छाया हुआ है. नेता प्रतिपक्ष विजय सिन्हा ने कहा कि सीएम नीतीश कुमार ने सदन की कार्यवाही को अंहकार की भेंट चढ़ा दिया है. नीतीश को मृतकों और उनके परिजनों से कोई हमदर्दी नहीं है. सदन में शोक संवेदना तक प्रकट नहीं कर रहे हैं. तेजस्वी यादव भी सत्ता के लालच में सीएम नीतीश के अहंकार में शामिल हो चुके हैं.