पटना: राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद (President Ram Nath Kovind) के पटना में आगमन को लेकर पटना एयरपोर्ट पर सुरक्षा (High Security At Patna Airport) के कड़े इंतजाम किए गए हैं. पटना जिला प्रशासन ने एयरपोर्ट के मुख्य द्वार से लेकर स्टेट हैंगर तक कई चेकपोस्ट बनाए हैं. जिसमें प्रवेश करने वाले यात्रियों के सामान की तलाशी ली जा रही है. इसके साथ ही लोगों से पूछताछ भी की जा रही है. पटना एयरपोर्ट पर बड़ी संख्या में पुलिस पदाधिकारी भी मौजूद हैं.
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राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद दोपहर 1 बजे पटना एयरपोर्ट पहुंचे. जहां स्टेट हैंगर में मुख्यमंत्री और राज्यपाल सहित कई मंत्रियों ने उनका स्वागत किया.इस दौरान पटना एयरपोर्ट का मुख्य द्वार यात्रियों के लिए 20 मिनट के लिए पूरी तरह से बंद कर दिया गया.
पटना एयरपोर्ट पर जिला प्रशासन के साथ-साथ स्वास्थ विभाग की टीम भी मौजूद है. आईजीएमएस की एक मेडिकल टीम साथ ही पीएमसीएच मेडिकल टीम भी यहां मौजूद है. इसके साथ ही एयरपोर्ट पर अग्निशामक दस्ता की भी तैनाती की गई है. राष्ट्रपति के आगमन को लेकर जो तैयारियां होनी चाहिए उसका कल ही रिहालसल किया गया था. वहीं अब कुछ देर बाद ही राष्ट्रपति पटना पहुंचेंगे.
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बता दें कि बिहार विधानसभा भवन के 100 साल पूरा होने पर शताब्दी वर्ष समारोह का आयोजन 21 अक्टूबर को होगा. जिसे लेकर राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद आज पटना आ रहे हैं. उनके आगमन को लेकर जिला प्रशासन ने मंगलवार को कारकेड रिहर्सल भी किया. राष्ट्रपति अपने कार्यक्रम के तहत गुरुद्वारा भी जाएंगे. वे महावीर मंदिर में भी दर्शन करेंगे.
राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ठीक 4 साल बाद एक बार फिर बिहार आ रहे हैं. जिनके स्वागत के लिए जोर-शोर से तैयारियां की गई है. राष्ट्रपति बिहार की धरती पर 45 घंटे 15 मिनट तक रहेंगे. इस दौरान वह बिहार विधानसभा के शताब्दी समारोह में शामिल होने के साथ महावीर मंदिर और पटना साहिब में मत्था भी टेकेंगे. मिनट टू मिनट महामहिम के कार्यक्रम को लेकर सुरक्षा व्यवस्था चाक-चौबंद की जा रही है.
राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद आज सुबह 11 बजे राष्ट्रपति भवन से पटना के लिए प्रस्थान करेंगे. दिल्ली में 15 मिनट का सफर तय कर वह पालम हवाई अड्डा पहुंचेंगे. 11 बजकर 25 मिनट पर वह दिल्ली से विशेष विमान से उड़ान भरेंगे और दोपहर एक बजे पटना एयरपोर्ट पहुंच जाएंगे. एयरपोर्ट से विशेष सुरक्षा व्यवस्था के बीच राष्ट्रपति को राजभवन लाया जाएगा. जिसके बाद वो दोपहर 1:15 पर राजभवन पहुंच जाएंगे. राजभवन में लंच के बाद महामहिम राजभवन में ही विश्रााम करेंगे. राजभवन में ही शाम 6 बजे पटना हाईकोर्ट के जज व उनकी पत्नी के साथ चाय पर विशेष आमंत्रण में शामिल होंगे. इसके बाद राष्ट्रपति राजभवन में ही रात्रि विश्राम करेंगे.
21 अक्टूबर को राष्ट्रपति बिहार विधानसभा के शताब्दी कार्यक्रम में शामिल होंगे. वे विधानसभा के लिए राजभवन से सुबह 10 बजकर 40 मिनट पर निकलेंगे और 10 मिनट में कार्यक्रम स्थल पर पहुंच जाएंगे. राष्ट्रपति बिहार विधानसभा के शताब्दी समारोह के अवसर पर कैंपस में शताब्दी स्मृति स्तंभ लगाएंगे और महामहिम के हाथों महाबोधि के पौधे का रोपण भी कराया जाएगा, जो बिहार विधानसभा के लिए अलग पहचान बनेगा.
21 अक्टूबर की दोपहर 12 बजे वह बिहार विधानसभा से राजभवन के लिए प्रस्थान करेंगे. वहीं, शाम साढ़े 7 बजे देश रत्न मार्ग पर राष्ट्रपति के स्वागत में बिहार विधानसभा की तरफ से सांस्कृतिक कार्यक्रम और डिनर का कार्यक्रम रखा गया है. जिसके बाद महामहिम रात में 9 बजकर 10 मिनट पर राजभवन में विश्राम के लिए पहुंच जाएंगे.
वहीं, 22 अक्टूबर को महामहिम सुबह 8 बजे राजभवन से महावीर मंदिर के लिए प्रस्थान करेंगे. 15 मिनट तक महावीर हनुमान का दर्शन-पूजन करेंगे. महावीर मंदिर के बाद राष्ट्रपति पटना साहिब गुरुद्वारा के लिए प्रस्थान करेंगे. पटना साहिब गुरुद्वारा में राष्ट्रपति सुबह 8 बजकर 40 मिनट पर पहुंच जाएंगे और वहां लगभग 20 मिनट तक रहेंगे. गुरुद्वारा में मत्था टेकने के बाद महामहिम 9 बजकर 25 मिनट पर वापस राजभवन पहुंच जाएंगे. दिन में 9 बजकर 25 मिनट से दिन में 11 बजे तक का समय रिजर्व रखा गया है.
22 अक्टूबर को सुबह 11 बजे राजभवन से पटना एयरपोर्ट के लिए प्रस्थान करेंगे. 5 मिनट में काफिला एयरपोर्ट पहुंच जाएगा और फिर वहां से राष्ट्रपति 11.15 पर दिल्ली के लिए विशेष विमान से प्रस्थान कर जाएंगे. दिन में एक बजे दिल्ली के पालम एयरपोर्ट पहुंचने के बाद राष्ट्रपति 1:25 बजे राष्ट्रपति भवन पहुंच जाएंगे.
बता दें कि राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद का बिहार से गहरा लगाव रहा है, क्योंकि राज्य के सर्वोच्च पद से लेकर देश के सर्वोच्च पद तक की यात्रा उन्होंने बिहार से ही की है. वो जब बिहार के राज्यपाल थे, तब उनके एनडीए की तरफ से उम्मीदवार बनाने की घोषणा हुई थी. जिसका महागठबंधन में रहते हुए भी नीतीश कुमार ने स्वागत किया था और घोषणा होने के तुरंत बाद वो फूल लेकर राज्यपाल आवास पहुंच गए थे. तब नीतीश कुमार ने महागठबंधन में रहते हुए भी अपनी पार्टी की तरफ से राष्ट्रपति चुनाव में उनका समर्थन किया था. रामनाथ कोविंद ने राज्य के सर्वोच्च पद से लेकर देश के सर्वोच्च पद तक की यात्रा बिहार से ही पूरी की है.
रामनाथ कोविंद राज्यपाल रहते हुए विपरीत परिस्थितियों में भी राजभवन और सरकार के रिश्ते को सहज बनाए रखा. यही वजह रही थी कि नीतीश कुमार उनका सम्मान करते रहे . बिहार से जाते जाते रामनाथ कोविंद बस इतना ही कहा था कि मैं इस समय कुछ और नहीं कहूंगा, ये बिहार की धरती का कमाल है. मैं बिहार के विकास की कामना करता हूं और यहां के लोगों को बधाई देता हूं.