पटना: भिखारी ठाकुर के जयंती अवसर को यादगार बनाने के लिए पटना के कालिदास रंगाले में तीन दिवसीय महोत्सव का आयोजन पटना के कालिदास रंगालय किया गया. भिखारी ठाकुर के 133 वीं वर्षगांठ पर भिखारी ठाकुर के चर्चित रचना बिदेशिया का 724 वा मंचन शुक्रवार को कलाकारों ने किया.
समाज के व्याप्त पीड़ा को दिखाया
इस नाटक में भिखारी ठाकुर के समय में समाज में व्याप्त पलायन की पीड़ा को दिखाया गया है. लोक नाट्य शैली में हुए इस नाटक में एक ऐसे युवक की कहानी दिखाई गई है जो शादी के कुछ दिनों बाद ही घूमने और रोजगार की तलाश में कोलकाता चला जाता है. महानगर उसे ऐसा भाता है कि वह वही की एक महिला के साथ अपना घर बसा लेता है.