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स्कूलों में अब बच्चों को धूप में करायी जाएगी गतिविधियां, विटामिन डी की कमी होगी दूर - कैल्शियम और विटामिन डी की कमी से होती है रिकेट्स

केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्रालय ने पत्र जारी किया है. अब सभी स्कूलों में बच्चों को विटामिन डी की उपयोगिता के प्रति जागरूक किया जाएगा.

धूप में गतिविधियां करते बच्चे
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Published : Aug 6, 2019, 8:55 PM IST

पटना: स्कूली बच्चों में कैल्शियम और विटामिन डी की कमी को देखते हुए सरकार ने अहम फैसला लिया है. प्राथमिक माध्यमिक स्कूलों में बच्चों को रोजाना अपनी क्लास के बाहर धूप में गतिविधियां करने का निर्देश दिया है.

विटामिन डी की जानकारी लेते बच्चे


स्कूलों बच्चों को करना है जागरूक
बच्चों में कैल्शियम और विटामिन डी की कमी दूर करने के लिए यह निर्णय लिया गया है. केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्रालय के पत्र के आधार पर सभी जिलों के शिक्षा पदाधिकारी और कार्यक्रम पदाधिकारी को जागरूकता अभियान चलाने का निर्देश दिया गया है. स्कूल के बच्चों को विटामिन डी की कमी से बचाने के लिए धूप का महत्व बताना और उस ओर जागरुक करना जरूरी है. राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम के तहत स्कूली बच्चों में कैल्शियम और विटामिन डी की कमी और रिकेट्स की शुरुआती पहचान का इलाज भी करना जरूरी है.

विटामिन-डी की कमी बनाती है विकृत
बढ़ती उम्र के बच्चों में कैल्शियम और विटामिन डी की कमी काफी अधिक देखने को मिल रही है. इससे रिकेट्स की समस्या होती है और हड्डियों के विकृत होने का खतरा बढ़ जाता है. बच्चों का विकास गंभीर रूप से प्रभावित होता है. ऐसे में बच्चे आजीवन विकृति और विकलांगता के शिकार हो जाते हैं.

पटना: स्कूली बच्चों में कैल्शियम और विटामिन डी की कमी को देखते हुए सरकार ने अहम फैसला लिया है. प्राथमिक माध्यमिक स्कूलों में बच्चों को रोजाना अपनी क्लास के बाहर धूप में गतिविधियां करने का निर्देश दिया है.

विटामिन डी की जानकारी लेते बच्चे


स्कूलों बच्चों को करना है जागरूक
बच्चों में कैल्शियम और विटामिन डी की कमी दूर करने के लिए यह निर्णय लिया गया है. केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्रालय के पत्र के आधार पर सभी जिलों के शिक्षा पदाधिकारी और कार्यक्रम पदाधिकारी को जागरूकता अभियान चलाने का निर्देश दिया गया है. स्कूल के बच्चों को विटामिन डी की कमी से बचाने के लिए धूप का महत्व बताना और उस ओर जागरुक करना जरूरी है. राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम के तहत स्कूली बच्चों में कैल्शियम और विटामिन डी की कमी और रिकेट्स की शुरुआती पहचान का इलाज भी करना जरूरी है.

विटामिन-डी की कमी बनाती है विकृत
बढ़ती उम्र के बच्चों में कैल्शियम और विटामिन डी की कमी काफी अधिक देखने को मिल रही है. इससे रिकेट्स की समस्या होती है और हड्डियों के विकृत होने का खतरा बढ़ जाता है. बच्चों का विकास गंभीर रूप से प्रभावित होता है. ऐसे में बच्चे आजीवन विकृति और विकलांगता के शिकार हो जाते हैं.

Intro:स्कूली बच्चों में कैल्शियम और विटामिन डी की कमी को देखते हुए सरकार ने सभी प्राथमिक माध्यमिक स्कूलों में रोजाना अपनी क्लास के बाहर धूप में गतिविधि करने का दिया है निर्देश


Body:राज्य के सभी प्राथमिक एवं माध्यमिक स्कूलों के बच्चे अब रोजाना अपने क्लास के बाहर धूप में गतिविधि करते नजर आएंगे, बच्चों में कैल्शियम और विटामिन डी की कमी दूर करने के लिए यह निर्णय लिया गया है, केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्रालय के पत्र के आलोक में सभी जिला के शिक्षा पदाधिकारी कार्यक्रम पदाधिकारी को निर्देश दिया गया है, स्कूल के बच्चों को विटामिन डी की कमी से बचाव के लिए धूप का पर्याप्त मात्रा में सेवन के लिए यह जागरूक करना जरूरी है राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम के तहत स्कूली बच्चों में कैल्शियम विटामिन डी की कमी और रिकेट्स की शुरुआती पहचान का इलाज भी करना जरूरी है


Conclusion:बताया जाता है कि सामान आबादी में महावारी के रूप में विटामिन डी की कमी बड़े पैमाने पर व्याप्त है बढ़ती उम्र के बच्चों में कैल्शियम और विटामिन डी की कमी से रिकेट्स की समस्या के कारण हड्डियों के विकृति होने की संभावना बनी रहती है इससे बच्चों का विकास गंभीर रूप से प्रभावित होता है ऐसे बच्चे आजीवन विकृति और विकलांगता का शिकार हो जाते हैं जिसको लेकर बच्चों में विटामिन डी की कमी खत्म करने के लिए यह अभियान चलाया जाएगा



नोट:- शिक्षा विभाग द्वारा प्राप्त प्रेस रिलीज पर आधारित खबर इसमें बाइट नहीं है
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