पटना: विधानसभा चुनाव को लेकर जदयू का वर्चुअल सम्मेलन दसवें दिन भी चला. पार्टी के वरिष्ठ नेताओं की टीम ने 24 विधानसभा क्षेत्र में को संबोधित किया. इस दौरान आरसीपी सिंह ने कहा कि जनता विकसित बिहार के लिए चाहती है नीतीश कुमार का नेतृत्व एक बार फिर से राज्य को मिले. वहीं, मंत्री नीरज कुमार ने कहा गठबंधन जरूर बदला लेकिन नेतृत्व और सिद्धांत नहीं बदला है. जबकि हरिवंश सिंह ने कहा नीतीश कुमार के 15 साल की तुलना राजद शासन से नहीं की जा सकती है.
सीएम नीतीश कुमार को फिर से वोट देने की अपील
मंत्री विजेंद्र यादव और मंत्री संजय झा ने वर्चुअल सम्मेलन के तहत सिवान, हाजीपुर, राजापाकर, कल्याणपुर, समस्तीपुर, हसनपुर विधानसभा क्षेत्रों को संबोधित किया . मंत्री विजेंद्र यादव ने कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार वोट की नहीं वोटर की चिंता करते हैं. उनकी सरकार ने पिछले 15 वर्षों में राज्य के सभी क्षेत्रों और वर्गों का न्याय के साथ विकास किया है, किसी के साथ भेदभाव नहीं हुआ है.
विजेंद्र यादव ने कहा सिर्फ अपने परिवार को समृद्ध बनाने वालों को मौका दीजिएगा या जाति धर्म की भावना के वशीभूत होकर मतदान किजिएगा तो बिहार फिर से नरक बन जाएगा. आपके बच्चों का भविष्य फिर से अंधकार में चला जाएगा. सरकार चलाने का अधिकार उसे ही दीजिएगा जो सही नीति बनाएगा. सभी को आगे बढ़ाएं एक समृद्ध, सुखी और शानदार बिहार के निर्माण के लिए नीतीश कुमार को फिर से चुनिए.
फरक्का को लेकर केंद्र फैसला ले
वहीं, मंत्री संजय झा ने कहा इस वर्ष गंडक सहित कुछ नदियों में अप्रत्याशित पानी आया है. हम लोगों ने मौसम और जालंधर के बारे में समय पर लोगों को अलर्ट कर सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया है. संजय झा ने कहा कि हम लोगों के ऊपर नेपाल और हिमालय है, जहां से अधिक पानी आने पर बिहार की नदियां आ जाती है. जब तक नेपाल में हाई डैम नहीं बन जाए नेपाल में अधिक बारिश होने पर पानी आता रहेगा. नेपाल में हाई डैम का निर्माण बिहार सरकार के दायरे में नहीं है.
दूसरी ओर उत्तर बिहार की ज्यादातर छोटी नदियों का पानी नदियों में मिलकर गंगा में पहुंचता है, लेकिन बंगाल में फरक्का बराज बनने से गंगा का प्रवाह बाधित हुआ है. खासकर कहलगांव से लेकर बिहार-बंगाल सीमा तक गंगा में गाद भर गया है.
15 वर्षों में हुआ बदलाव
सांसद ललन सिंह और मंत्री महेश्वर हजारी ने कांटी, पारू, साहिबगंज, मुजफ्फरपुर, गोपालगंज, कुचायकोट और दरौली विधानसभा क्षेत्रों के कार्यकर्ताओं को वर्चुअल सम्मेलन के माध्यम से संबोधित किया. ललन सिंह ने कहा कि आज सारी राजनीतिक पार्टियां अति पिछड़ा समाज की ओर देखती है. परंतु अति पिछड़ा समाज नीतीश कुमार की ओर देखता है. ललन सिंह ने कहा कि लालू-राबड़ी के 15 वर्षों के राज में मुखे कानून की तर्ज पर शासन चलाया जाता था. परिवार के सदस्य रात में 7:00 बजे के बाद घर नहीं पहुंचते थे तो परिजन परेशान हो जाते थे. लेकिन आज कोई वैसी स्थिति नहीं है. ललन सिंह ने कहा नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव को बताना चाहिए कि लालू यादव किस कारण जेल में हैं.
बिहार का हुआ विकास
राष्ट्रीय महासचिव आरसीपी सिंह, मंत्री नीरज कुमार और संतोष निराला ने वजीरगंज रजौली, जमुई, वारसलीगंज धोरैया और जमालपुर विधानसभा क्षेत्र को संबोधित किया. आरसीपी सिंह ने कहा कि बिहार की जमीन उपजाऊ है लोग परिश्रमी हैं. यहां प्रतिभा की कोई कमी नहीं है. यहां फिर भी विकास के हर मानक पर हम पिछड़े थे. नीतीश कुमार विकसित बिहार का सपना लेकर आये और हर क्षेत्र में काम किया है. बिहार के लोगों की इच्छा है कि बिहार का नेतृत्व नीतीश कुमार ही करें ताकि बिहार को विकसित प्रदेश बनाने का उनका संकल्प पूरा हो सके.
नीतीश कुमार के ऊपर दाग नहीं
इस दौरान मंत्री नीरज कुमार ने कहा कि हमारा गठबंधन भले ही बदला हो नीति और नेतृत्व में कोई परिवर्तन नहीं हुआ है. 2015 के विधानसभा चुनाव में हमारी पार्टी को 64 लाख से अधिक मत मिले. जबकि वहीं, इस लोकसभा चुनाव में हमें 89 लाख से ज्यादा मत मिले. यह बढ़ोतरी 40 प्रतिशत से ज्यादा की है. नीतीश कुमार के प्रति बिहार की जनता का विश्वास यह बताता है नीतीश कुमार के ऊपर आज तक कोई आरोप या दाग नहीं है उनका जीवन और शासन दोनों पारदर्शी है.
परिवार वादी शासन ने बिहार का नुकसान किया
सांसद हरिवंश सिंह ने हरलाखी, बेनीपट्टी, केवटी, परिहार, सुरसंड विधानसभा क्षेत्रों को वर्चुअल सम्मेलन के माध्यम से संबोधित किया. हरिवंश सिंह ने कहा कि नीतीश कुमार के 15 वर्षों में हुए विकास कार्य की तुलना पिछले शासन से हो ही नहीं सकती है. नीतीश कुमार एक स्टेटस मैन की तरह भावी पीढ़ियों के हितों की चिंता करते रहे हैं . परिवारवाद के मोह से पूर्णता निर्लिप्त होकर उन्होंने जनता को परिवार मानकर विकास की आधारशिला रखी है.
वहीं, मंत्री अशोक चौधरी ने कहा कि परिवार वादी शासन ने बिहार का बहुत नुकसान किया है. जिसकी भरपाई और फिर विकास की महायात्रा को पटरी पर ला कर आगे बढ़ाना सीएम नीतीश के लिए एक चुनौती थी. लेकिन, उन्होंने दूरदर्शिता पूर्ण निर्णयों से बिहार के विकास की अद्भुत पटकथा लिखी दी.